कोलकाता। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी ने पश्चिम बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। टीएमसी की ओर से जारी सूची में बड़ा उलटफेर देखा गया। टीएमसी ने इस बार 16 मौजूदा सांसदों को टिकट दिया है, जिनमें से 12 महिलाएं हैं। पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा को फिर चुनावी मैदान में उतारा गया है, तो वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद और युसूफ पठान को भी चुनावी दंगल में उतारा गया है।
पश्चिम बंगाल में इस बार सभी की नजर बशीरहाट लोकसभा सीट पर थी, क्योंकि जिस संदेशखाली इलाके में बवाल जारी है, वो इलाका इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस सीट से एक्ट्रेस नुसरत जहां सांसद थीं। टीएमसी ने इस बार नुसरत जहां को टिकट नहीं दिया है। नुसरत की जगह हाजी नुरुल इस्लाम को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा जादवपुर सीट से एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती का टिकट काटा गया है। जादवपुर से सयानी घोष को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा टीएमसी ने पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को बर्धमान-दुर्गापुर से उम्मीदवार बनाया है। पिछले चुनाव में यह सीट बीजेपी के अहलूवालिया ने जीती थी। वहीं, TMC ने टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेल चुके यूसुफ पठान को टिकट देकर बड़ा दांव चला है। यूसुफ पठान बहरामपुर लोकसभा सीट से अधीर रंजन के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
कृष्णानगर लोकसभा सीट से TMC ने एक बार फिर महुआ मोइत्रा को मैदान में उतारा है। 2019 में यहीं से महुआ जीती थीं। 8 दिसंबर 2023 को कैश-फॉर-क्वेरी मामले में उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। महुआ को पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में दोषी पाया गया। वहीं, आसनसोल से अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को फिर से चुनावी मैदान में उतारा गया है। बंगाली फिल्म इंडस्ट्रीज के दो बड़े चेहरे रचना बनर्जी को हुगली और दीपक अधिकारी देव को घाटल से टिकट दिया गया है, जबकि बैरकपुर सीट से अर्जुन सिंह का टिकट काटा गया है। बैरकपुर से अर्जुन सिंह की जगह पार्था भौमिक को टिकट दिया गया है।
बता दें कि उम्मीद जताई जा रही थी कि बंगाल में इंडिया (.IN.D.I.A) गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा। कांग्रेस की ओर से लगातार कहा जा रहा था कि बातचीत चल रही है। हालांकि, टीएमसी के कई नेता कांग्रेस का विरोध करते रहे हैं, जबकि बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी लगातार टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ मुखर रहे हैं। ममता बनर्जी ने पहले ही बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। पिछले लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 18 सीटें मिली थीं। इसके अलावा कांग्रेस दो सीटें जीतने में कामयाब रही थी।