काबुल। अफगानिस्तान पर कब्जे के साथ ही अब तालिबान और हक्कानी गुट के बीच खूनी संघर्ष शुरू हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तालिबान के सह संस्थापक अब्दुल गनी बरादर गोली लगने से घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए पाकिस्तान भेजा गया है। उन पर गोली चलाने वाला हक्कानी गुट बताया जा रहा है।
पंजशीर आर्ब्जवर के सूत्रों से मिली खबर के अनुसार बीती रात तालिबान के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच हुए खूनी संघर्ष का कारण अफगानिस्तान की नई सरकार में भागीदारी बताया जा रहा है। अफगान की पूर्व महिला सांसद मरियम ने दावा किया है कि हक्कानी गुट और तालिबान के बीच सत्ता के लिए लड़ाई शुरू हो गई है। उनका कहना है कि पाकिस्तान नहीं चाहता है कि मुल्ला बरादर देश का नेतृत्व करें उधर हक्कानी नेटवर्क सरकार में बड़ी भागीदारी चाहता है। वह रक्षा मंत्री का पद मांग रहा है। जो तालिबान देने को तैयार नहीं है खबर यह भी है कि पाकिस्तान आई एस आई चीफ हमीद विवाद को सुलझाने में जुटे हुए हैं। उधर मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब तालिबान सैन्य आयोग के प्रमुख बनना चाहते हैं। बताया जाता है कि तालिबान हक्कानी गुट को कुछ अहम पद देने को तैयार हो गया था तथा अनस हक्कानी को काबुल की सुरक्षा का जिम्मा सौंप दिया गया था जिससे मुल्ला याकूब काफी नाराज है।