स्कूल संचालक के घर डकैती प्रकरणः पुलिस ने 5 बदमाशों को किया गिरफ्तार

0
453

देहरादून। पुलिस ने स्कूल संचालक के घर डकैती की घटना का खुलासा करते हुए पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूटे गये जेवरात बरामद कर लिये। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए डीआईजी/एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि 11 अप्रैल 2023 को संदीप अग्रवाल पुत्र विनोद अग्रवाल निवासी नेहरू कॉलोनी ने सूचना दी गई कि दोपहर करीब बारह बजे चार बदमाशों द्वारा चाकू व तमंचे की नोक पर उनके घर में घुसकर उनकी माता सुनीता अग्रवाल, पिता विनोद अग्रवाल व बहन रश्मि अग्रवाल को डरा धमका कर उन्हें बंधक बनाते हुए उनसे सोने के जेवरात व नकदी लूट कर ले गए हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक नगर श्रीमती सरिता डोभाल के नेतृत्व में कुल 08 अलग—अलग टीमें गठित की गयी। गठित पुलिस टीम द्वारा सर्वप्रथम घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का गहनता से अवलोकन किया गया तो ज्ञात हुआ कि एक एक्टिवा व एक अपाचे मोटरसाइकिल में सवार चार लोग घटनास्थल पहुंचे थे उनके द्वारा शातिराना अंदाज में गाड़ियां दूर खड़ी कर घटना को अंजाम दिया गया, इसके अतिरिक्त एक बदमाश निगरानी हेतु घर के पास ही रुक गया। सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन से पुलिस को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के फोटोग्राफ प्राप्त हुए। पुलिस को गोपनीय जानकारी से उक्त घटना में मुजफ्फरनगर के ग्राम पचेन्डाकला के बदमाशों के शामिल होने के गहन साक्ष्य मिले। जिस पर पुलिस टीम द्वारा गत दिवस घटना में सलिप्त 05 बदमाशों में से 04 को विपिन, सचिन, विकास व अंकित को ग्राम पचेन्डाकला मुजफ्फरनगर तथा 01 अन्य विकास जयसवाल को आईडीपीएल ऋषिकेश से गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से लूट का समस्त सामान बरामद किया गया। पूछताछ में विपिन द्वारा बताया गया कि वह देहरादून में अपने चचेरे भाई गुड्डू के पास अक्सर आता जाता रहता था, जो सेंट एनी मे स्कूल में काम करता है जो संदीप अग्रवाल का है। अपने चचेरे भाई से उसने बातों—बातों में उसके मालिक के घर के बारे में काफी जानकारी जुटायी थी क्योकि संदीप अग्रवाल एक नामी स्कूल चलाता है तथा वर्तमान में एडमिशन सीजन होने के कारण मुझे उसके घर पर लगभग 40 से 50 लाख रूपये तक मिलने की उम्मीद थी, इसलिये उसने उसके घर में डकैती डालने का प्लान बनाया था। इस प्लान को उसने अपने अन्य साथियों सचिन, अंकित तथा विकास को भी शामिल किया था। फिर हमने करीब 10 दिन पहले आकर घर की रेकी की थी। ऋषिकेश में उनके गावं के रहने वाले विकास जयसवाल के पास गये, जो पहले दिल्ली रहता था और वर्तमान में ऋषिकेश क्षेत्र में किराये पर रहकर एक होटल चलाता है। विकास जयसवाल को उन्होंने अपनी योजना के बारे में बताया तो वो भी उनकी इस योजना में शामिल हो गया। 11 अप्रैल को सुबह वह सब लोग प्लान के मुताबिक एक्टिवा व अपाचे बाइक में सीधे देहरादून नेहरु कॉलोनी ैठप् वाली गली में स्थित उक्त घर में पहुंचे जिसकी उनके द्वारा पहले ही जानकारी जुटा ली गयी थी। उन्होंने बाइक को घर से थोडी दूर एक पार्क के पास खड़ा किया व एक्टिवा सीधे घर के पास ले गए। विकास घर के बाहर रहा और वह चारों लोग घर में घुस गए व वहां मौजूद 2 महिलाओं ,एक बुजुर्ग को उनके पास मौजूूद तमंचे व चाकू से डराते हुए उन्हें बंधक बनाकर उनसेे उनके पहने हुये जेवरात अंगूठी, कड़े व कान के टॉप्स तथा लगभग 6—7 हजार रूपये नगदी ले ली। हम घर पर अलमारी आदि चेक कर पाते इससे पहले ही उपरी मंजिल से एक महिला चिल्लाने लगी तो हम लोग डर कर वहां से भाग निकले। वह जेवरात बेचने की फिराक में थे उससे पहले ही पुलिस ने पकड लिया। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here