बांग्लादेश में हिन्दूओं पर अत्याचार के विरोध में जन सैलाब सडकों पर

0
492
  • व्यापारियों ने दो घंटे रखा बाजार बंद

देहरादून। बांग्लादेश में हिन्दूओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ विभिन्न संगठनों व व्यापारियों का जन सैलाब सडकों पर उतर आया और बांग्लादेश के खिलाफ अपना रोष व्यक्त कर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इस दौरान व्यापारियों ंने दो घंटे बाजार बंद रखा तथा इस दौरान पेट्रोल पम्प भी बंद रहे।


बांग्लादेश में हिन्दूओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में विभिन्न जन संगठनों, व्यापारियों व हिन्दू संगठनों के लोग गांधी पार्क में एकत्रित हुए। जहां से सुबह दस बजे हिन्दूओं का जन सैलाब आव्रQोश रैली के रूप में सडकों पर उतर आया। रैली गांधी पार्क से शुरू हुई तो जन सैलाब को देखकर लोग हैरत में आ गये। रैली में अपने हाथों में बंगलादेश के खिलाफ स्लोगन लिखकर लोग हाथों मेें पोस्टर लेकर चल रहे थे तथा हिन्दूस्तान जिन्दाबाद व बंग्लादेश के खिलाफ नारे लगाकर चल रहे थे। गांधी पार्क से यह रैली घंटाघर चौक से होते हुए पल्टन बाजार पहुंची। यहां पर व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद रखा और जन आव्रQोश रैली में शामिल हुए। हजारों की संख्या में आव्रQोशित लोग सडकों पर उतर रखे थे। रैली पल्टन बाजार से धामावाला चौक होते हुए जिला मुख्यालय पहुंची जहां पर उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। उनका कहना था कि बंग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और सत्ता परिवर्तन के बाद वहां रह रहे हिन्दूओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। हिन्दूओं के मंदिरों एवं उनकी सम्पत्तियों को तोडा, लूटा और जलाया जा रहा है। हिन्दू बहन बेटियों के साथ दुर्व्यवहार एवं दुष्कर्म के घृणित कृत्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अत्यन्त चिन्ताजनक घटनाएं समस्त भारत के हिन्दूओं समुदाय को व्यथित और दुखी कर रही है। इन घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए यह आवश्यक प्रतीत होता है कि भारत और हिन्दू समाज को इस्लामिक कट्टरपंथ के वैश्विक एजण्डे के प्रति सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस गम्भीर समस्या का यथाशीघ्र समाधान निकाला जाए और बांग्लादेश में हिन्दूओं के अधिकारों की रक्षा की जाये। उनका कहना है कि राजनीतिक और धार्मिक कारणों से प्रेरित यह कृत्य प्रत्यक्ष तौर पर बांग्लादेश की सरकार की नाकामी को उजागर करते हैं। बच्चों और महिलाओं के साथ बर्बरता पूर्वक व्यवहार, उत्पीडन, मारपीट की इन घटनाओं से बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की चिन्ताजनक स्थिति उत्पन्न हो गयी है। कई दिनों से हो रहे अत्याचार की घटनाओं के बाद भी बांग्लादेश सरकार पंगु बनी हुई है।

उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि दोषियों के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाही के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव डाला जाए ताकि वहां के पीडित नागरिक निर्भय होकर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। उत्तराखण्ड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर अत्याचार के विरोध में निकाले गिये वभिन्न संगठनों के साथ अपनी भागीदारी निभाई। इस दौरान दून के व्यापारियों ने बांग्लादेश के खिलाफ दो घंटे बाजार बंद रखा तथा पेट्रोल पम्प भी दो घंटे बंद रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here