- शिकायत करने पर दरोगा ने सीनियर अधिकारी से की अभद्रता, वीडियो वायरल
देहरादून। तार—बाढ़ तोड़ने का विरोध करने पर मौके पर मौजूद दरोगा ने शासन के अपर सचिव के साथ अभद्रता की। जिसका वीडियों भी सोशल मीडिया में वायरल हो गया। जिसके बाद देर सांय मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
जहंा सरकार मदरसो व मजारो को तोड़कर सरकारी जमीनों को खाली करा रही है। वहीं दूसरी ओर सरकारी जमीनों पर कब्जे हो रहे है और पुलिस भी उनकी मदद कर रही है। ऐसा ही एक मामला पंडिण्त दीनदयाल उपाध्याय सेंटर फॉर ट्रेनिंग एण्ड रिसर्च इन फाईनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन, के गार्ड रायदास वर्मा ने प्रेमनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय सेंटर फॉर ट्रेनिंग एण्ड रिसर्च इन फाईनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन, में सोमवार को दो गाड़ियों में भरकर अज्ञात लोग संस्थान में आये, उक्त अज्ञात व्यक्तियों ने पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय सेंटर फॉर ट्रेनिंग एण्ड रिसर्च इन फाईनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन, संस्थान के मेन गेट के बाहर पार्किंग की तार—बाड़ द्वारा बनायी गयी हदबंदी को जबरन काट डाला, उस समय मैन गेट सिक्योरिटी गार्ड ड्यूटी पर यशपाल सिंह और संजीव बंसल तैनात थे। इसके बाद 24 मार्च, 2025 को इस तारबाड़ हदबंदी को दोबारा से विभाग द्वारा मरम्मत करवा दिया गया था। 13 अप्रैल, 2025 रविवार को लगभग प्रातः यही अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा तारबाड़ हदबंदी को पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय सेंटर फॉर ट्रेनिंग एण्ड रिसर्च इन फाईनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन, सिक्योरिटी गार्ड, संस्थान वार्डन और एडमिनिस्ट्रेशन स्टाफ के सामने फिर से काट दिया गया। साथ ही ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड सुमित कुमार, मोहन प्रसाद और हेड़ गार्ड रायदास वर्मा को विडियो बनाने पर प्रवीण भारद्वाज और एक अन्य व्यक्ति के द्वारा जान से मारने की धमकी दी गयी और अभद्र शब्दों का प्रयोग किया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
इससे पूर्व मौके पर पहुंचे शासन के एक अपर सचिव(जोकि पूर्व सीएम के ओएसडी भी रहे हैं) से वहां मौजूद दरोगा के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया जिसका वीडियों भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तथा जब उसको दीवार तोडने वालोें के खिलाफ कार्यवाही के लिए कहा गया तो उल्टे वह अपर सचिव से उलझ गया। यही नहीं जब एक व्यक्ति थाने गया तो वहां पर मौजूद मुंशी ने भी यह कहकर उसको चलता किया कि वह दीवार तोडने का मुकदमा दर्ज नहीं करते और दीवार तोडना कोई अपराध नहीं होता है इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं होगा। लेकिन उसके बाद देर सांय मुकदमा दर्ज कर लिया गया।