जेपी नड्डा के बुलावे पर डा. निशंक पहुंचे दिल्ली
सीएम और भितरघात हैं सबसे बड़े मुद्दे
देहरादून। पूर्व केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक को भाजपा हाईकमान द्वारा अचानक दिल्ली बुलाए जाने को लेकर राजनीतिक हलकों में अटकलें शुरू हो गई हैं।
मतदान के बाद प्रदेश भाजपा में कई मुद्दे गर्माएं हुए हैं। जहां एक ओर आए दिन आ रही भितरघात की खबरों ने भाजपा को असहज कर रखा है वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अपने पार्टी के बड़े नेताओं से मेल मुलाकातों का दौर जारी है। धामी इन मुलाकातों को भले ही शिष्टाचार भेंट बता कर टालते दिख रहे हो, लेकिन इसके साथ ही वह यह भी कह रहे हैं कि बड़ों का आशीर्वाद तो चाहिए ही। एक अन्य बात यह भी है कि मतदान के बाद और मतगणना से पूर्व भाजपा हाईकमान द्वारा राज्य भर के भाजपा कार्यकर्ताओं से परिणाम के बारे में भी फीडबैक हाईकमान द्वारा लिया जा रहा है। और सबसे अहम सवाल जो है वह है कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री? राज्य में अगर भाजपा की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा? भाजपा ने चुनाव पूर्व सीएम का कोई चेहरा घोषित नहीं किया है। भले ही प्रधानमंत्री मोदी से मिली तारीफ से और सहयोगियों से मिल रहे आशीर्वाद में उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात की जा रही हो लेकिन धामी अगर अपने आप को ही सीएम माने बैठे हैं तो यह उनका भ्रम भी हो सकता है।
अब सवाल है डॉ निशंक को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा दिल्ली तलब किया जाना। भले ही यह कोई न जानता हो कि जेपी नड्डा ने डॉक्टर निशंक को दिल्ली क्यों बुलाया है लेकिन इसे लेकर तमाम तरह के कयास जरूर लगाए जा रहे हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि अभी बीते दिनों सीएम धामी भी उनके आवास पर मिलने पहुंचे थे। डॉ निशंक की अब आगे भाजपा में क्या भूमिका रहेगी? यह भी एक सवाल है। क्या वह 2024 तक सिर्फ सांसद ही बने रहेंगे या उन्हें कोई जिम्मेवारी पार्टी द्वारा सौंपी जा सकती है?
जेपी नड्डा और डॉक्टर निशंक के बीच किस मुद्दे पर बात होगी। संभावित चुनाव परिणाम या भितरघात अथवा सीएम के चेहरे पर, इसका पता आने वाले समय में ही चल सकेगा फिलहाल यही कहा जा सकता है कि बुलावा बेवजह तो नहीं हो सकता है। प्रदेश भाजपा संगठन में भी चुनाव परिणाम के बाद बदलाव तय माना जा रहा है।