देहरादून। मानसून सत्र के चौथे दिन आज कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार की जबरदस्त घेराबंदी की। नेता विपक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में जहां सभी कांग्रेसी विधायक साईकलों से विधानसभा भवन पहुंचे वहीं महंगाई के खिलाफ कांग्रेस काम रोको प्रस्ताव लेकर आई।
नेता विपक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वह साइकिल से विधानसभा आकर सरकार को उसके उन भूले हुए वायदों को याद दिलाना चाहते हैं जो उसने चुनाव के समय में जनता से किए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों को अच्छे दिन लाने का वायदा किया था। आज महंगाई अपने चरम पर है गरीब लोगों का जीना दूभर हो गया है लेकिन सरकार टैक्स वसूलने में लगी हुई है।
उप नेता करण माहरा का कहना है कि अब सत्ता में बैठे लोग आम आदमी की इस सबसे गंभीर समस्या पर बात तक करने को तैयार नहीं है। देश में पेट्रोल की कीमतें 100 के पार हो चुकी हैं और डीजल 90 के पार है। रसोई गैस सिलेंडरों की कीमतें 900 के पार जा चुकी हैं लेकिन सरकार इस पर सोचने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अगर वैट वसूली में छूट देती है तो लोगों को कुछ तो राहत मिलेगी।
प्रीतम सिंह के साथ साईकलों पर विधानसभा पहुंचे विधायकों ने अपनी साइकिलों की पीठ पर गैस सिलेंडर लिए व्यक्ति और नारे लिखी कई तरह की पट्टीयां और पोस्टर लगाए गए थे। उधर सरकार के खिलाफ आज इस जनता से जुड़ी हुई समस्या को लेकर कांग्रेस ने काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की। सत्तापक्ष के विधायक व मंत्रियों के इस बयान से कि कांग्रेस उन राज्यों में पेट्रोल डीजल से टैक्स कम कराये जहां उनकी सरकार है, कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी जताई। सत्ता पक्ष की ओर से उचित जवाब न मिलने पर कांग्रेस ने सदन में भी जमकर हंगामा किया।
उधर भाजपा विधायक खजानदास का कहना है कि महंगाई कोई अकेले उत्तराखंड की समस्या नहीं है पूरे देश की समस्या हैै। कांग्रेस को सिर्फ हंगामा खड़ा करना है। क्या कांग्रेस के समय देश में महंगाई नहीं थी उन्होंने कांग्रेस के विरोध को नाटक बताते हुए कहा कि हम मानते हैं कि कोरोना के कारण कुछ जन समस्याएं बढ़ी हैं लेकिन केंद्र और राज्य सरकार स्थिति को ठीक करने में लगी हुई हैं।
सरकार दलित विरोधीः ममता
देहरादून। भगवानपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के सवाल पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार दलित विरोधी है तथा यह दलित नेताओं और दलित समाज का घोर अपमान है।
ममता राकेश ने आज सदन में भगवानपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज का सवाल उठाया था। उन्होने पूछा था कि 2015 में मंजूर मेडिकल कॉलेज जिसके लिए एक करोड़ अग्रिम राशि भी स्वीकृत हो चुकी है का काम कब शुरू होगा। इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि भगवानपुर में मेडिकल कॉलेज नहीं बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक मेडिकल ही प्रस्तावित है जो हरिद्वार में बनाया जाएगा, पर ममता ने गंभीर आपत्ति जताई और कहा कि यह मेडिकल कॉलेज उनके पति ने स्वीकृत कराया है। सरकार ने ऐसा करके पूरे दलित समाज व दलित नेताओं का अपमान किया है जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगी।