महंगाई के खिलाफ कांग्रेसी नेता उतरे सड़कों पर

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केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, लगाम लगाने की मांग

देहरादून। बेतहाशा बढ़ती मंहगाई के विरोध में आज कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा केन्द्र की भाजपा सरकार के खिलाफ मार्च व प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सूबे की राजधानी सहित राज्य के सभी जनपद मुख्यालयों में बड़ी संख्या में कांग्रेसी सड़कों पर उतरे और सरकार से महंगाई पर लगाम लगाने की मांग की।
राजधानी दून में मंहगाई मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के तहत आज महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं नें पेट्रोल—डीजल, रसोई गैस तथा अन्य खाघ पदार्थों के दामों में बेतहाशा वृद्धि के विरोध में चुख्खुवाला से इंदिरा कालोनी, लसियाल चौक, नव विहार, में पदयात्रा निकालकर विरोध किया।
इस दौरान लाल चंद शर्मा नें केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि 2014 से लेकर अप्रैल 2022 तक मोदी सरकार ने देश की जनता की गाड़ी कमाई के 85 लाख करोड़ से अधिक रूपये लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना काल के पिछले 18 महीनों में पेट्रोल व डीजल के दामों में भारी इजाफा कर महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हुई जिससे वैश्विक महामारी का दंश झेल रही जनता की कमर टूट चुकी है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में 75 प्रतिशत की कमी होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की दरों में बेतहाशा वृद्धि कर आम आदमी की जेब पर डाका डाला जा रहा है।
पूर्व विधायक राजकुमार नें कहा की भारतीय जनता पार्टी ने 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव सहित देशभर में हुए विधानसभा चुनावों में देश एवं प्रदेश की जनता से पेट्रोलियम पदार्थाे के दाम कम करने के साथ—साथ मंहगाई पर नियंत्रण करते हुये आम आदमी को राहत देने का वायदा किया था। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में 75 प्रतिशत की कमी होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की दरों में लगातार वृद्धि कर आम आदमी की जेब पर डाका डाला गया है। कांग्रेस शासन में जहां अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 150 डॉलर प्रति बैरल होनेे के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम काफी कम थे, वहीं अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट के बावजूद देश में पेट्रोल के दाम 110 रूपये प्रति लीटर से अधिक तथा डीजल के दाम 90 रूपये प्रति लीटर से अधिक के उच्च स्तर पर हैं तथा रसोई गैस के दाम 1000 रूपये पर पहुंचने वाले हैं। पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में लगातार की जा रही भारी वृद्धि के कारण गरीब और मध्यम वर्ग के हितों पर भारी चोट पहुँची है।
गौरतलब है कि कांगे्रस गठबन्धन की सरकार के समय में रसोई गैस का मूल्य 414 रूपये था जबकि वर्तमान में रसोई गैस का मूल्य 950 तक पहुॅच गया है। आम जरूरत की चीजों के दामों में विगत 9 वर्षाे में कई गुना वृद्धि से आम गरीब व्यक्ति का जीना मुहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि कंाग्रेस पार्टी जनता के हर दुःख दर्द में उनके साथ खडी है तथा भाजपा की इस गरीब विरोधी नीति का सडक से लेकर सदन तक विरोध करती रहेगी।

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