- 21 करोड़ की धोखाधड़ी में है शामिल, देश भर में 37 मुकदमें भी है दर्ज
देहरादून। वर्क फॉर्म होम के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस द्वारा गैंग के मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी देशभर में 37 एफ.आई.आर. में वांछित है जिसके तार चीन से भी जुड़े हुुए है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पिछले दिनों ऐसे ही एक प्रकरण में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर शिकायत प्राप्त हुयी। जिसमें शिकायतकर्ता को जो कि ऑनलाईन जॉब की तलाश कर रहा था। उसके मोबाईल नम्बर पर एक अज्ञात मोबाईल नम्बर से व्हट्सएप्प मैसेज प्राप्त हुआ। जिसमें उसे एक प्रतिष्ठित होटल ग्रुप के लिए वर्क फ्राम होम का ऑफर प्राप्त हुआ। जिसके बाद शिकायतकर्ता को टेलीग्राम एप्प पर एक और मैसेज प्राप्त हुआ। जिसके द्वारा स्वंय का परिचय देते हुए अपना नाम सोनिया बताते हुए खुद को उक्त होटल गु्रप से जुड़ा बताया गया और शकायतकर्ता को ग्रुप के लिए वर्क फ्राम होम की स्कीम बताकर लाभ कमाने का लालच दिया गया। जिसके बाद शुरुआती दौर में ऑनलाई होटल की बुकिंग कर कमिशन भी दिया गया। इतना होने के बाद उसे होटल बुकिंग से सम्बन्धित एक टास्क दिया और धोखाधड़ी करते हुए उससे विभिन्न खातों में 19 लाख 94 हजार 853 रूपये हड़प लिये गये। मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन द्वारा मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। तकनीकी जांच में सामने आया कि आरोपी का सम्बन्ध हरियाणा से है। जिस पर साइबर क्राइम पुलिस द्वारा हरियाणा जाकर रूषभ शर्मा पुत्र राजेश शर्मा निवासी गुडगाँव हरियाणा को घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन सहित गिरफ्तार कर लिया गया। विवेचना में सामने आया कि आरोपी लगभग 21 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में संलिप्त है। जिस पर विभिन्न राज्यों में 37 मुकदमें पंजीकृत है।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसके साथ अन्य सहयोगी भी है जिन्होने चीनी ग्राहकों के लिए डमी बैंक खाते भी खोले है। यह खाते गुजरात (सूरत, बड़ौदा), दिल्ली एनसीआर (गुड़गांव, नोएडा) और पंजाब (लुधियाना) में खोले जाते हैं। फर्जी जीएसटी और आयात—निर्यात पंजीकरण संख्या उत्पन्न होती है और फिर बैंक खाते खोले जाते हैं। भारी कमीशन का भुगतान चीनी क्लाइंट्स द्वारा किया जाता है।