देहरादून। पुलिस ने चोरी की लाखों रूपये की नगदी के साथ पति पत्नी को गिरफ्तार कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि 24 नवम्बर को सारथी विहार निवासी भगत सिंह रावत में चोरों ने खिडकी तोडकर नगदी व जेवरात चोरी कर लिये थे। घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की टीम गठित की गयी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो एक संदिग्ध हुलिये के सम्बन्ध में जानकारी मिली। जिसके तहत एक व्यक्ति प्रमोद पाल पुत्र नेक लाल पाल निवासी रहतुलिया थाना अंबाला बरेली के रूप पहचान हुई। जिसकी तलाश शुरू की गयी। पुलिस ने प्रमोद पाल व उसकी पत्नी विमलेश को रेलवे फाटक अबंाला बरेली से गिरफ्तार किया। पूछताछ में प्रमोद पाल ने बताया कि वह पूर्व में देहरादून में बसंत विहार क्षेत्र में किराये पर रहता था तथा मजदूरी इत्यादि का कार्य करता था। वर्ष 2017 व 2020 में कैण्ट थाना क्षेत्र में अलग—अलग चोरी की घटनाओं में जेल जा चुका है। जेल से छुटने के बाद वापस अपने घर चचला गया था तथा वहीं रह रहा था। वहां कोई काम धंधा न मिलने के कारण पैसों की आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। 26 अक्टूबर को घर से काम की तलाश में पुनः देहरादून आ गया। इस दौरान उसके द्वारा विजय पार्क बसंत विहार क्षेत्र में रात में एक बंद घर में ताला तोडकर वहां सेचोरी की घटना को अंजाम दिया तथा उसके बाद वापस अपने गांव चला गया। 22 नवम्बर को वह पूर्व के मुकदमों में न्यायालय में तारिख पर वापस दून आया था किन्तु पैसे खत्म हो जाने के कारण वह तारिख पर उपस्थित नहीं हुआ। रेलवे स्टेशन पर उतरकर बसंत विहार क्षेत्र में घुमते हुए बल्लूपुर से घंटाघर उसके बाद रिस्पना पुल तक गया इस दौरान उसके द्वारा सारथी विहार में एक बन्द को चिन्हित किया तथा रात्रि में उक्त घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। घटना को अंजाम देने के बाद वह घटना से प्राप्त नगदी व अन्य सामान लेकर वापस अपने गांव चला गया। जहा उसके द्वारा घटना के बारे में अपनी पत्नी को बताते हुए नगदी व सामान उसके पास रख दिया। पुलिस ने दोनों पति पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।





