नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश की महिलाओं से आग्रह किया है कि अगर वे सात-आठ या इससे ज्यादा बच्चे पैदा करें तो उन्हें उनकी सरकार की तरफ से आर्थिक और जरूरी सहायता दी जाएगी। राष्ट्रपति ने ऐसा बयान देश की जनसंख्या को बढ़ाने के लिए दिया है, ताकि भविष्य में यूक्रेन जैसे युद्ध के लिए सैनिकों की कमी न रहे। खबरों के अनुसार, पुतिन चाहते हैं कि रूस के लोग पहले के रूसी जारशाही परिवार की तरह अपनी फैमिली बड़ी बनाएं। बता दें कि पुतिन का यह बयान रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 14 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले रूस में पिछले कुछ वर्षों में जन्म दर में कमी देखी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को बच्चे पैदा करने से रोकने के लिए यूक्रेन पर रूस का आक्रमण भी जिम्मेदार है। बताया जाता है कि रूसी राष्ट्रपति के भी छह बच्चे हैं। हालांकि, व्लादिमीर पुतिन ने सार्वजनिक रूप से दो बेटियां होने की बात स्वीकार की है। वहीं, व्लादिमीर पुतिन के ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले बयान के बाद रूस में विवाद खड़ा हो गया है। कथित वीडियो में रूसी राष्ट्रपति राज्य के समर्थन में लोगों से ज्यादा बच्चे पैदा करने पर जोर देते हुए नजर आए थे। उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि हमारे कई लोगों के पास एक मजबूत पीढ़ी वाले परिवार की परंपरा है, जिसमें चार, पांच और अधिक बच्चे पैदा होते हैं। विवादास्पद वीडियो में व्लादिमीर पुतिन को रूसियों से अधिक बच्चे पैदा करने की परंपराओं को संरक्षित और पुनर्जीवित करने के लिए कहते हुए भी दिखाया गया है। पुतिन ने कहा कि कई बच्चे रखना, एक बड़ा परिवार रखना, रूस के सभी लोगों के लिए एक आदर्श जीवन का एक तरीका बनना चाहिए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रूस में कई परिवार अपना परिवार शुरू करने या बढ़ाने से बहुत घबरा रहे हैं क्योंकि अधिक पुरुषों को युद्ध लड़ने के लिए भेजा जा रहा है। जनसांख्यिकी विशेषज्ञों के अनुसार, रूस की अर्थव्यवस्था में मंदी ने परिवारों को बच्चे पैदा करने से हतोत्साहित किया है।