- राज्य में महिला अपराधों पर सरकार क्यों चुप है?
देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज राजीव गांधी भवन में पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सूबे की सरकार प्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों और आपदा प्रबंधन तथा भ्रष्टाचार के मामलों को रोकने में सिर्फ नाकाम ही नहीं रही है बल्कि अपराधियों को संरक्षण देने का काम भी कर रही है।
माहरा ने कहा कि भर्ती घोटाले के आरोपी जमानत पर छूट कर बाहर आ गए और भाजपा नेता कह रहे हैं कि उनके खिलाफ सबूत नहीं थे। माहरा ने कहा कि जब सबूत नहीं थे फिर उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया था? उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में जब सब कुछ चल रहा है तो फिर सबूत कहां से आएंगे। उन्होंने एस राजू के इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी पत्रकार वार्ता में कहा था कि सफेदपोश उन्हें जांच नहीं करने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ठीक वैसा ही मामला अंकिता भंडारी मर्डर केस का भी है। जब पहले ही सारे सबूत मिटा दिए गए तो फिर अपराधियों को सजा कैसे मिल सकती है। अंकिता भंडारी के कमरे पर बुलडोजर चलवाने और उसके बिस्तर को पानी में बहाने की बात करते हुए कहा कि हम यही लड़ाई तो लड़ रहे हैं कि सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। सत्ता में बैठे लोग उन्हें भरोसा दिला रहे हैं कि तुम जल्दी छूट कर बाहर आ जाओगे क्योंकि तुम्हारे खिलाफ सबूत ही नहीं मिलेंगे। यही कारण है कि अपराधी भी निश्चितं है। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी से लेकर ममता तक और 4 दलित लड़कियों के बलात्कार से लेकर हाथी बड़कला में महिला की हत्या और रेप से लेकर एक महिला कावड़ यात्री से 22 दिन तक बलात्कार की घटनाओं पर सत्ता में बैठे लोग चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अंकिता के मामले में अगर आरोपियों को अपने छूटने का भरोसा नहीं होता तो वह अब तक कब के वीआईपी का नाम बता चुके होते। सरकार ने उन्हें भरोसा दिया हुआ है कि उनका कुछ नहीं होगा। इसलिए वह कोर्ट में अच्छे—अच्छे कपड़े पहनकर और सूटकेस लेकर घूम रहे हैं।
माहरा ने सरकार के आपदा प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए चमोली के करंट हादसे और गौरीकुंड हादसे पर सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया उनका कहना है कि राज्य में आपदा से हाहाकार मचा हुआ है और सत्ता में बैठे लोग दूसरे दलों के नेताओं को हेलीकॉप्टर से चार धाम यात्रा करा रहे हैं उन्होंने कहा कि अपनी सरकार के धर्मस्व मंत्री महाराज तो न इस साल न बीते साल एक बार भी यात्रा पर नहीं गए।