कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक तैयार हो रही है एसओपी, शाम तक हो सकती है जारी
देहरादून। नैनीताल उच्च न्यायालय से चारधाम यात्रा पर रोक हटने के बाद शनिवार से चारों धामों को खोलने और यात्रा शुरू करने की घोषणा हो चुकी है। शनिवार से शुरू होने वाली यात्रा के लिए देवस्थानम बोर्ड और पर्यटन विभाग तैयारियों में जुट गया है। कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक एसओपी तैयार की जा रही है जो आज शाम तक जारी होने की उम्मीद है।
चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटने के बाद उत्तराखंड वासियों में खुशी की लहर है। चारों धामों के पुरोहितों, पण्डा समाज और स्थानीय लोगों को इस फैसले का लंबे समय से इंतजार था। कोविड काल से धराशायी हुई आर्थिकी भी पटरी पर लौट आने की उम्मीद स्थानीय लोगों को जगी है। एक ओर जहां स्थानीय लोग चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु धामोें में आए तो वहीं सरकार चारधाम यात्रा में कोविड नियमों को सख्ती से लागू करने के पक्ष में है।
गुरुवार को नैनीताल हाईकोर्ट द्वारा चारधाम यात्रा से स्टे हटाने के निर्णय के बाद यात्रा से जुड़े तमाम महकमें और अधिकारी तैयारियों में जुट गए। देररात तक 18 सितंबर से यात्रा शुरू करने की घोषणा भी कर दी गई। इससे पूर्व मुख्य सचिव एसएस संधु ने संबंधित विभागों और चारों धामों में मंदिरों के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों के साथ ही बैठक कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उम्मीद जताई जा रही है कि आज शाम तक चारधाम यात्रा को लेकर एसओपी भी जारी हो जाएगी। हाईकोर्ट द्वारा चारों धामों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय की गई है। एसओपी के मुताबिक ही श्रद्धालु तीर्थ दर्शन कर सकेंगे।
कोर्ट के फैसले के अनुसार केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालु, बद्रीनाथ धाम में 1200, गंगोत्री धाम में 600 तथा यमनोत्री धाम में 400 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति मिलेगी। न्यायालय के निर्देशानुसार कोविड नेगेटिव रिपोर्ट और दोनों वैक्सीन का सर्टिफिकेट अनिवार्य किया है। चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में होने वाली चारधाम यात्रा के दौरान पुलिस फोर्स की तैनाती के निर्देश भी दिए हैं। यात्री धामों में स्थिति गर्म कुंडों में स्नान नहीं कर सकेंगे। इन्हीं निर्देशों के अनुसार आज पर्यटन विभाग और देवस्थानम बोर्ड एसओपी को जारी होने की उम्मीद जताई जा रही है।