- सीएए से नहीं आपत्ति समय को लेकर है
- कांग्रेस को भाजपा युक्त कांग्रेस नहीं बनाना
देहरादून। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व केंद्र सरकार द्वारा सीएए को लागू किया जाना यही दर्शाता है कि भाजपा चुनाव को हिंदू और मुस्लिम के मुद्दे पर लाकर खड़ा करना चाहती है।
यह बात आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा द्वारा एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही गई। उन्होंने सवाल उठाया कि जब 2019 में केंद्र सरकार इसे संसद से पास कर चुकी है तो वह अब तक इसकी अधिसूचना जारी क्यों नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सीएए से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इसे जिस तरह लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से दो—चार दिन पहले लाया गया उसके समय को लेकर जरूर आपत्ति है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा के चुनाव में हिंदू—मुस्लिम को मुद्दा बनाकर वोटो का ध्रुवीकरण करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर बीते समय में हुए बवाल के मद्देनजर चुनावी दौर में लाया जाना भाजपा की केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करने वाला है।
कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के साथ जाने वाले नेताओं के सवाल पर माहरा ने कहा कि कांग्रेस की अपनी एक आईडियोलॉजी (विचारधारा) है और इस विचारधारा के साथ हर कोई राजनीति नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा और दूसरे दलों के नेताओं को कांग्रेस में शामिल करने की हमारी कभी भी कोई मंशा नहीं होती है क्योंकि हम कांग्रेस को कांग्रेस ही बनाए रखना चाहते हैं कांग्रेस को भाजपा युक्त कांग्रेस नहीं बनना चाहते हैं। उनका कहना है कि जिस तरह भाजपा सभी को पार्टी में शामिल करने पर आतुर रहती है अगर हम चाहे तो हम भी कर सकते हैं।
टिकट बंटवारे में हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि कुछ सीटों पर प्रत्याशियों के नामाें पर सहमति बन चुकी है जबकि कुछ सीटों पर अभी विचार मंथन हो रहा है बहुत जल्द ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।