भर्ती घोटालों को लेकर छात्र आग बबूला

0
273

सवालः मास्टरमाइंडों का मास्टरमाइंड कौन?

सीबीआई जांच की मांग को लेकर हल्द्वानी, श्रीनगर व चमोली में उग्र प्रदर्शन

श्रीनगर/हल्द्वानी/चमोली। भर्ती घोटालों को लेकर राज्य के युवाओं का आक्रोश सातवें आसमान पर है। उनका कहना है कि सरकार इस अत्यंत गंभीर और बड़े मामले की सीबीआई जांच कराने से क्यों कतरा रही है। युवाओं ने आरोप लगाया कि जांच के नाम पर जिन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है उन्हें मास्टरमाइंड बताया जा रहा है सवाल यह है कि इन मास्टरमाइंडों का मास्टरमाइंड कौन है।
सरकार द्वारा भर्ती घोटाले की जांच एसटीएफ से कराई जा रही है जिसे लेकर प्रदेश के युवा संतुष्ट नहीं है और वह लंबे समय से यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि सरकार सिर्फ एक पेपर लीक मामले की जांच में अटकी हुई है जबकि आयोग द्वारा अब तक जितनी भर्तियां कराई गई है सभी भर्तियों में धांधली हुई है। घोटालों के खुलासे के बाद से ही प्रदेश के युवा सड़कों पर हैं राजधानी दून में भी वह सचिवालय का घेराव तक कर चुके हैं उनका कहना है कि जब तक इन भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच नहीं कराई जाएगी उनका आंदोलन जारी रहेगा।
हल्द्वानी में आज कुमाऊं मंडल के तमाम जिलों से आए छात्रों ने एमवीपीजी कॉलेज से एक महाआक्रोश रैली का आयोजन किया जो तिकोनिया चौराहे पर जाकर समाप्त हुई। इस रैली को समर्थन देने नेता विपक्ष यशपाल और सुमित हृदेश भी पहुंचे। छात्रों का कहना है कि सरकार छोटी मछलियों को पकड़ कर मामले को रफा—दफा करना चाहती है उन्होंने कहा कि जिसे भी गिरफ्तार किया जा रहा है उसे मास्टरमाइंड बता दिया जाता है जबकि इस बड़े घोटाले में बड़े अधिकारी और सफेदपोश भी शामिल है। उन तक इसकी जांच कब पहुंचेगी? बिना राजनीतिक संरक्षण के इतने बड़े घोटाले नहीं हो सकते हैं और न इतने बड़े घोटालों की जांच एसटीएफ कर सकती है। इसलिए वह सरकार से सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार इससे कतरा रही है उनका कहना है कि जब तक उनकी सीबीआई जांच सरकार नहीं करेगी तब तक छात्रों का आंदोलन भी जारी रहेगा।
उधर आज इन भर्ती घोटालों को लेकर चमोली में भी विभिन्न सामाजिक संगठन, राजनीतिक दल तथा अधिवक्ता और छात्र सड़कों पर उतरे। जिन्होंने तहसील परिसर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। राज्य आंदोलनकारी भोपाल सिंह का कहना है कि सत्ता में बैठे नेताओं ने राज्य के युवाओं के साथ जो बड़ा धोखा किया उसके लिए उन्हें प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। शासन प्रशासन अभी भी इसकी सीबीआई जांच से बच रहा है जबकि छोटे—मोटे मामलों की सीबीआई जांच कराई जाती है। जबकि यह भर्ती घोटाले तो बहुत बड़े हैं। वही आज श्रीनगर में छात्र—छात्राओं ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ महा आक्रोश रैली निकाली और प्रदर्शन किया। भर्ती घोटालों की यह आग अब इतनी भड़क चुकी है कि छात्रों व युवाओं को उनकी सीबीआई जांच से कम कुछ मंजूर नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here