नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का फैसला मोदी सरकार ने किया है। पीएम ने इस संबंध में ट्ववीट किया। उन्होंने लिखा कि हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर उनके पोते जयंत चौधरी भी बेहद खुश हैं। उन्होंने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि दिल जीत लिया। जयंत पीएम मोदी को थैंक्स कर रहे हैं। क्योंकि लंबे समय से चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग होती रही है। आखिरकार, देश की मोदी सरकार ने इस मांग को पूरा किया और शुक्रवार को जब पांच लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया तो इसमें चौधरी चरण सिंह का नाम भी शामिल था।
गौर करने वाली बात यह है कि आगामी लोकसभा चुनावों में आरएलडी और भाजपा का गठबंधन होना अब लगभग तय है। यानि कि एक वक्त जब जयंत यह कहते थे कि वह चवन्नी नहीं जो पलट जाए। अब वह भाजपा के साथ गठबंधन में होंगे और भाजपा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। सीटों पर भी चर्चा हो चुकी है। जल्द ही गठबंधन की घोषणा भी कर दी जाएगी।
चरण सिंह का जन्म 1902 में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के नूरपुर में एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1923 में विज्ञान से स्नातक की एवं 1925 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। कानून में प्रशिक्षित चरण ने गाजियाबाद से अपने पेशे की शुरुआत की।