सीएम धामी ने की हरक सिंह से वार्ता
हरक से मिलने आ रहे हैं विजय बहुगुणा
दिल्ली/देहरादून। काबीना मंत्री डॉ हरक सिंह की कांग्रेस के नेताओं से हो रही बातचीत और मेल मुलाकातों को लेकर भाजपा में भारी बेचैनी का माहौल है। भाजपा के नेता न सिर्फ डॉ हरक सिंह से बातचीत कर उनका मन टटोलने में लगे हुए हैं बल्कि उनकी क्या समस्या है? यह भी जानने का प्रयास कर रहे हैं। बात स्थानीय स्तर पर बनती नहीं दिख रही है तो अब भाजपा हाईकमान ने पूर्व सीएम विजय बहुगुणा को उन्हें समझाने की जिम्मेवारी सौंपी है। खबर है कि वह आज शाम तक दिल्ली से दून पहुंच रहे हैं और हरक सिंह से मिलने वाले हैं।
डॉ हरक सिंह द्वारा अभी हाल ही में अपने वर्तमान कार्यकाल को अब तक के सभी कार्यकालों से निराशाजनक बताते हुए कहा गया था कि वह इस कार्यकाल में ठीक से काम नहीं कर सके। यही नहीं उनकी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से भी लगातार फोन पर वार्ताओं का क्रम जारी है जो तीखी टीका टिप्पणियों से शुरू होकर छोटे भाई और बड़े भाई के रिश्तो तक पहुंच चुकी है। यही नहीं उनकी दो बार प्रीतम सिंह से बातचीत हो चुकी है। उनकी इन वार्ताओं और मेल मुलाकातों से भाजपा का चिंतित होना अति स्वाभाविक है। क्योंकि कांग्रेस पहले ही काबीना मंत्री यशपाल आर्य व विधायक बेटे को कांग्रेस में खींच चुकी है। भाजपा को अब यह डर सता रहा है कि कहीं हरक सिंह भी उनके हाथ से न निकल जाए।
इस बाबत डॉ हरक सिंह का कहना है कि उनकी किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है कांग्रेस के सभी नेताओं से उनकी बातचीत होती है। चाहे वह गणेश गोदियाल हो या फिर हरीश रावत। उन्होंने कहा कि आज उनकी मुलाकात पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से होने वाली है। उनका कहना है कि वह भाजपा में है इसका मतलब यह तो नहीं कि वह किसी से बात नहीं कर सकते हैं सबके साथ उनकी बातचीत है। डॉ हरक सिंह के कांग्रेस के साथ जाने की खबरें लंबे समय से चर्चाओं के केंद्र में है। अब भाजपा को यह लगने लगा है कि हरक भी उनके हाथ से निकल चुके हैं। यही कारण है कि आज सीएम पुष्कर धामी ने भी उनसे बातचीत की है। वही दिल्ली हाईकमान द्वारा डॉ हरक सिंह को समझाने के लिए विजय बहुगुणा को भेजा जा रहा है।
हरक कांग्रेस में अकेले नहीं आएंगे
देहरादून। कांग्रेस के एक बड़े नेता का कहना है कि हरक सिंह का कांग्रेस में आना तय है नाम न लिखने की शर्त पर यह कांग्रेस नेता कहते हैं कि हरक सिंह ही क्यों यह देखिए कि हरक सिंह के साथ और कौन कांग्रेस में आएगा।
2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेता ऐसे हैं जो भाजपा में असहज महसूस कर रहे हैं और कांग्रेस में वापस आना चाहते हैं। हरक सिंह कांग्रेस में आते हैं तो वह अकेले नहीं उनके साथ कुछ और भी नेता भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आएंगे।