गरीबों का घर बचाने के लिए विधानसभा का घेराव

0
126
  • हरीश रावत व इंडिया गठबंधन ने दिखाई ताकत
  • खत्तो, गोटों व खालों को राजस्व गांव घोषित करें

देहरादून। खत्तो, नालों और खालों में लंबे समय से बसे लोगों ने आज अपने घर परिवारों को उजाड़े जाने के भय को लेकर सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता और नेताओं के अलावा इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं को साथ लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने आज विधानसभा कूच कर सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और भूमिधरी का अधिकार देने की मांग की।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पिछले 7 सालों से सरकार खत्तों, गोटों व नालों खालो में बसे लोगों को उजाड़ने का प्रयास कर रही है। दर्जनों जगह बसे इन लोगों को यह कहकर कि वह वन भूमि पर अतिक्रमण किए हुए हैं उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिंदुखत्ता सहित दर्जनों स्थानों पर बसे इन लोगों को सरकार कभी भी उजाड़ सकती है जबकि यह लंबे समय से यहां रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इन बसावटों में रहने वाले लोग उस आबादी क्षेत्र को राजस्व गांव घोषित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार उन्हें वन भूमि पर अतिक्रमण की सूची में डाले हुए हैं। गैंडीखत्ता से गुर्जर और पथरीबाग 1, 2, 3, 4 में रहने वाले लोगों द्वारा लंबे समय से सरकार से भूमिधरी का अधिकार देने की मांग की जा रही है। उन्होंने सरकार से कहा कि सरकार अगर उन्हें उजाड़ना चाहती है तो वह उनके विस्थापन का इंतजाम करें।
विधानसभा कूच के लिए निकले इन नेताओं व लोगों को पुलिस द्वारा रिस्पना पुल से पहले बने बैरिकेडिंग पर रोक दिया गया जहां वह धरने पर बैठ गए और घंटो तक बैठे रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि इन लोगों को उजाड़ने से पूर्व सरकार को उनकी समस्याओं पर गौर करना चाहिए। किसी को भी गलत तरीके से बेघर नहीं किया जाना चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here