वाशिंगटन। भारत ने अमेरिका के साथ लंबी अवधि के 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने संबंधी समझौते को अंतिम रूप दिया। अब भारत की तीनों सेनाओं के पास हंटर-किलर ड्रोन्स होंगे। ये देश की समुद्री और जमीनी सीमा की सुरक्षा और निगरानी में मदद करेंगे। भारत, सरकार-से-सरकार ढांचे के तहत प्रमुख अमेरिकी रक्षा और विविध प्रौद्योगिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदेगा। 32,000 करोड़ रुपए इस डील के तहत भारतीय नौसेना को 15 सी गार्डियन ड्रोन मिलेंगे, भारतीय वायु सेना और सेना को 8-8 स्काई गार्डियन ड्रोन मिलेंगे। 2023 में अमेरिकी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका ने 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने का प्रस्ताव दिया था। इसे रीपर भी कहा जाता है। प्रीडेटर ड्रोन 40000 फीट की ऊंचाई पर 40 घंटे तक उड़ान भर सकता है। इन ड्रोन में हेलफायर मिसाइलें और स्मार्ट बम लगे होते हैं, जो युद्ध के मैदान में इसे एक अचूक हथियार बनाते हैं। सी गार्डियन ड्रोन विशेष रूप से समुद्री क्षेत्रों की निगरानी के लिए उपयुक्त हैं। इससे लंबी दूरी के लक्ष्य को साधा जा सकता है। स्काई गार्डियन ड्रोन 4 Hellfire मिसाइलें और 450 किलोग्राम तक बम ले जाने की क्षमता रखते हैं। चीन और पाकिस्तान से सटी सीमा पर ये ड्रोन भारतीय सेना के लिए शक्तिशाली हथियार साबित होंगे।