देहरादून। राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले मेें पुलिस व एसटीएफ द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए घटना मेंं शामिल दो लाख के ईनामी एक बदमाश को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया हैै। हालांकि गिरफ्तारी के बाद हथियार बरामदगी के दौरान आरोपी द्वारा पुलिस पर फायर कर फरार होने का प्रयास भी किया गया लेकिन जवाबी कार्यवाही में किये गये फायर से आरोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गया, जिसका उपचार जारी है। डकैती की इस वारदात में अब तक आठ बदमाश गिरफ्तार किये जा चुके है।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह व एसएसपी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा मामले में सयुंक्त पत्रकार वार्ता कर बताया गया कि रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में फरार चल रहे चार अन्य बदमाशों की तलाश में दून पुलिस व एसटीएफ द्वारा अलग—अलग राज्यों में दबिशें दी जा रही थी। इस दौरान उत्तर प्रदेश गयी संयुक्त टीम को बीते रोज सूचना मिली कि डकैती की घटना में शामिल एक बदमाश विक्रम कुशवाहा पीलीभीत में छुपा है, सूचना पर संयुक्त टीम द्वारा पीलीभीत के कजरी निरंजनपुर कस्बे में दबिश देकर आरोपी विक्रम कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया गया और देहरादून लाया गया। देहरादून में की गयी पूछताछ में आरोपी द्वारा बताया गया कि उसने 9 नवम्बर को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में अपने अन्य साथियों के साथ डकैती की घटना को अंजाम दिया था तथा घटना के बाद पुलिस चैकिंग से बचने के लिये घटना में प्रयुक्त पिस्टल को प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड पर जंगल में छुपाया था। जिस पर पुलिस द्वारा आरोपी को साथ ले जाकर पिस्टल व अन्य सामान की बरामदगी के प्रयास किये गये। पिस्टल बरामदगी कराने के दौरान आरोपी द्वारा मौका देखकर पूर्व में जंगल में छुपाई गई लोडेड पिस्टल से पुलिस पर जानलेवा हमला करने की नीयत से फायर किया गया तथा वह मौके से भागने का प्रयास करने लगा, पुलिस द्वारा अपने बचाव में आरोपी पर जवाबी फायर किया गया। जिसमेें उसके पैर पर गोली लग गई। पुलिस द्वारा मौके पर आरोपी को दबोचते हुए उसके पास से लोडेड पिस्टल को बरामद कर उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपी विक्रम कुशवाहा ने बताया कि बिहार जेल में बंद बदमाश शशांक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया था। घटना से पूर्व 31 अक्टूबर को वह बिहार से अपने गैंग के अन्य साथियो रोहित व अन्नू के साथ अम्बाला आया था, जिसके बाद वह बिजनौर पहुँचा, जहंा दो लोगो ने उसे घटना में प्रयुक्त आर्टिगा गाडी दी गई थी। जिसे लेकर वह देहरादून आया था। 9 नवम्बर को घटना से पूर्व आरोपी प्रिंस द्वारा उन्हे अस्लहे उपलब्ध कराये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिये प्रिंस, अभिषेक तथा 2 अन्य लोगों के साथ वह शो रूम में गया था तथा वह आर्टिगा कार के साथ बाहर रूका था। घटना को अंजाम देने के बाद वे सभी अलग—अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा उनके द्वारा सेलाकुई में अपनी—अपनी गाडियां छोड दी और अपने पास मौजूद अस्लहे को जंगल में छुपा कर अलग—अलग माध्यमो से वे सभी देहरादून से बाहर निकल गये थे। आरोपी द्वारा बताया गया कि लूटे गये माल को अविनाश व राहुल अपने साथ ले गये है। मामले में अब तक आठ आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके है।