May 10, 2024आश्रम पद्धति के स्कूलों में दलित छात्रों का प्रवेश बंद 6 स्कूलों में 229 सीटें खाली फिर भी रोक अनुसूचित जातियों में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी, सीएम को पत्र लिखा देहरादून। राजकीय आश्रम पद्धति के स्कूलों में समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेशों के बाद एससी (अनुसूचित) संवर्ग के बच्चों के प्रवेश पर लगाई रोक के कारण चकराता क्षेत्र के अनुसूचित जाति के लोगों में भारी आक्रोश है और वह इसे लेकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। क्षेत्र वासियों ने मुख्यमंत्री को भी इस बाबत पत्र लिखकर गरीब अनुसूचित जाति के बच्चों की शिक्षा में बाधक बन रहे इस आदेश को रद्द करने की गुहार लगाई है।असल में यह मुद्दा 2017—18 में महालेखाकार की उस रिपोर्ट के बाद सामने आया जब इन स्कूलों का ऑडिट किया गया और रिपोर्ट में 60 लाख रुपए अनावश्यक रूप से एससी छात्रों पर खर्च किए जाने की बात कही गई। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस योजना का लाभ सिर्फ जनजातियों के बच्चों को दिया जा सकता है। इसके बाद विभाग द्वारा स्कूलों को आदेश जारी कर एससी बच्चों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।उल्लेखनीय है कि चकराता क्षेत्र में 19 फीसदी अनुसूचित जातियों के लोग रहते हैं जिनकी आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं है कि वह अच्छे स्कूलों में अपने बच्चों को शिक्षा दिला सके। लेकिन क्षेत्र में आश्रम पद्धति के विघालयों में जिसमें अनुसूचित जनजाति के बच्चों को मुफ्त शिक्षा, भोजन व आवास की सुविधा दी जाती है उन स्कूलों में इन एससी जाति के बच्चों को प्रवेश दे दिया जाता था जो अब सरकारी आदेशों के बाद बंद कर दिया गया है।इस बाबत जब ट्टसांध्य दैनिक दून वैली मेल, समाचार पत्र के पत्रकारों द्वारा समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह आदेश समाज कल्याण विभाग का नहीं बल्कि उत्तराखंड शासन का है। आदेश किसी का भी सही लेकिन दलितों के बच्चों के प्रवेश पर स्कूलों में लगी रोक के कारण बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। तथा वह शिक्षा के अपने मौलिक अधिकार से वंचित हो रहे हैं। इन स्कूलों में जनजातियों के बच्चों के प्रवेश के बाद भी 239 सीटें खाली हैं लेकिन फिर भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्रवासी अब आंदोलन व सचिवालय घेराव की चेतावनी भी दे रहे हैं उन्होंने तो सीएम को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की अपील की है।
May 10, 2024नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल को आज सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई। वे 21 दिन के लिए जेल से बाहर आएंगे और अपनी पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव प्रचार करेंगे। लोकसभा चुनाव 2024 के 3 फेज की वोटिंग हो चुकी है और 4 फेज के मतदान होने बाकी हैं। दिल्ली में 25 मई को छठे फेज में मतदान होंगे। आम आदमी पार्टी दिल्ली की 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 2 सीटें कांग्रेस को मिली हैं, क्योंकि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ रही है। इस बीच केजरीवाल को जमानत मिलने से लोकसभा चुनाव 2024 पर असर पड़ सकता है। चर्चा है कि उन्हें सिम्पथी वोट मिल सकते हैं, जिससे देशभर में आम आदमी पार्टी कई सीटें जीत सकती है। बता दें कि साल 2019 में दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया था, लेकिन आम आदमी पार्टी ने भी अच्छे-खासे वोट हासिल किए थे। भाजपा को दिल्ली में 56.86 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि ‘आप’ को 18.11 प्रतिशत वोट मिले थे। कांग्रेस को 22.51 फीसदी वोट मिले थे। इस बार कांग्रेस और AAP मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि दिल्ली में दोनों ही पार्टियों के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं है, लेकिन अब केजरीवाल के बाहर आने से इनके चुनाव प्रचार को नई धार मिलेगी।
May 10, 2024लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व भाजपा के नेता और रणनीतिकार 2024 की इस राजनीतिक जंग को न सिर्फ आसान मान रहे थे बल्कि अपनी जीत को लेकर उनका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाल किले के प्राचीर से अपने तीसरे कार्यकाल में देश को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की घोषणा करने से लेकर अबकी बार 400 पार का नारा देने और विपक्ष के दर्शक दीर्घा में बैठे होने की बात कहना यह बताने के लिए काफी है कि भाजपा अति आत्मविश्वास की सभी सीमाएं लंाघ चुकी थी। 2019 के चुनाव में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस मुक्त भारत का जमकर प्रचार किया था और कांग्रेस जैसी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया था तमाम राज्यों से उसकी सरकारों का भी सिमटना और लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल की उसकी हैसियत को भी चुनौती पैदा कर दिया जाना तथा कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी को नॉन सीरियस नेता कहकर उनकी छवि को कांग्रेस के पप्पू बताये जाने तक ऐसे किसी भी प्रयास में कोई कमी उठाकर नहीं रखी गई जो कांग्रेस को अप्रसांगिक साबित करने वाली न हो। यहां तक कि भाजपा के नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को देश की विधवा और राहुल व प्रियंका को बंटी बबली तक कहने में कोई संकोच नहीं किया गया। जिसे भाजपा नेताओं का अहंकार ही कहा जा सकता है। देश की सत्ता पर अपना एकाधिकार बनाए रखने की रणनीति के तहत भाजपा ने 10 साल के कार्यकाल में विपक्ष को इतना कमजोर बनाने की कि भाजपा का कोई विकल्प ही शेष न बचे, के कारण ही 2024 का लोकसभा चुनाव लोकतंत्र बचाओ और संविधान बचाओ की सीमाओं पर आकर खड़ा हो चुका है। समूची व्यवस्थाओं और संवैधानिक संस्थाओं से लेकर मीडिया तक पर अपना एकाधिकार और वर्चस्व कायम कर चुकी भाजपा सरकार ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि राहुल गांधी या कांग्रेस और इंडिया गठबंधन उनके सामने इस तरह की चुनौतियां भी पैदा कर सकता है कि सिर्फ तीन चरण के मतदान के बाद ही सत्ता में बैठे लोगों का आत्मविश्वास इतना डावंाडोल हो जाएगा कि उनके चुनावी भाषणों में सिर्फ कांग्रेस के घोषणा पत्र व राहुल तथा प्रियंका के अलावा कोई मुद्दा ही शेष नहीं बचेगा। कल गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी जनसभा में अपने भाषणों की शुरुआत ही यह कहते हुए कि यह चुनाव राहुल गांधी और मोदी के बीच लड़ा जाने वाला चुनाव है। भाजपा नेताओं को अभी से इस बात का बखूबी एहसास हो चुका है की हवा का रुख क्या है तीन चरण के मतदान होते—होते कांग्रेस और इंडिया गठबंधन अगर मोदी की सत्ता को चुनौती देने की स्थिति में आ चुका है और भाजपा नेता अगर खुद इसे स्वीकार रहे हैं तो अभी तो चार चरण का मतदान बाकी है। सिर्फ आधा चुनाव ही निपटा और राहुल गांधी 4 जून को इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं तो यह कोई मामूली बात नहीं है। विपक्ष के मजबूती से आगे बढ़ने का ही संकेत है। चुनाव के नतीजे क्या रहते हैं इसका पता तो 4 जून को ही चल सकेगा लेकिन जिस तरह भाजपा नेता कांग्रेस की राजनीतिक पिच पर खेलते दिख रहे हैं और उनके अपने कोई मुद्दे कारगर नहीं रहे उससे भाजपा के अंदर बेचैनी जरूर है। क्योंकि सत्ता बदली तो नई सरकार बीजेपी से 10 साल का पूरा हिसाब भी जरूर लेगी।
May 10, 2024देहरादून। छिद्दरवाला क्षेत्र में युवती की गला काटकर हत्या करने वाले हत्यारोपी का शव भी पुलिस ने आज चीला बैराज से बरामद कर लिया है। हत्यारोपी द्वारा युवती की हत्या करने के बाद शक्ति नहर में कूद कर आत्महत्या कर ली गयी थी।विदित हो कि बीती 6 मई को छिद्दरवाला क्षेत्र में तीन पानी पुलिया के नीचे मृतका आरती डबराल का शव पुलिस को बरामद हुआ था। घटना की जांच में मृतका के दोस्त श्ौलेंद्र भटृ द्वारा उसकी हत्या किया जाना प्रकाश में आया था तथा आरोपी श्ौलेंद्र भटृ के दोस्त द्वारा आरोपी के घटना को अंजाम देने के बाद 5 मई की रात मेंं ही ऋषिकेश बैराज के पास से शक्ति नहर में कूद कर आत्महत्या किए जाने के बात बताई गई थी, घटना के बाद से ही पुलिस टीम द्वारा आरोपी श्ौलेन्द्र भट्ट की तलाश हेतु लगातार सर्च अभियान चलाते हुए अन्य संभावित पहलुओं पर भी जांच की जा रही थी।सर्च अभियान के दौरान आज सुबह जल पुलिस तथा एसडीआरएफ की गोताखोर टीम को चीला बैराज से हत्यारोपी श्ौलेंद्र भटृ का शव बरामद हुआ है। जिसके परिजनों को मौके बुलाकर उसकी शिनाख्त की कार्यवाही करवाई गई। घटना के संबंध में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।वहीं मामले में एसएसपी देहरादून अजय सिंह का कहना है कि युवती की हत्या की जांच में आरोपी श्ौलेंद्र भटृ द्वारा उसकी हत्या करने के उपरांत नहर में कुदकर आत्महत्या किया जाना प्रकाश में आया था, जल पुलिस और एसडीआरएफ के गोताखोरों द्वारा आज आरोपी के शव को चीला नहर से बरामद किया गया है, घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पुलिस द्वारा विस्तृत जांच की गई है, घटना में किसी अन्य के सम्मिलित होने के कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुऐ है।
May 10, 2024मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित गणमान्य बने कपाट खुलने के साक्षी केदारनाथ/रूद्रप्रया। विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उदघोष तथा सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच इस यात्रा वर्ष आज 10 मई को ठीक 7 बजे विधि- विधान से खुल गये है। इस अवसर पर दस हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के गवाह बने।प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कपाट खुलने के अवसर पर विशेषरूप से मौजूद रहे उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की। कहा कि इस बार चारधाम यात्रा नया कीर्तिमान बनायेगी प्रदेश सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु प्रतिबद्ध है। इस दौरान सात हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने मंदिर को 20 क्विंटल से अधिक फूलोंं से सजाया गया था साथ ही कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आकाश से हैलीकाप्टर द्वारा फूलवर्षा हुई।तथा श्रद्धालुओं के लिए जगह – जगह भंडारे आयोजित किये गये थे।मुख्य सेवक भंडारा कार्यक्रम समिति ने भी भंडारें आयोजित किये। आज केदारनाथ में मौसम साफ रहा। आस-पास तथा दूर बर्फ होने से सर्द बयारें चलती रही।कपाट खुलने की प्रक्रिया के तहत कल बृहस्पतिवार 9 मई शाम को भगवान केदार नाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों गुप्तकाशी, फाटा,गौरीकुंड से होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंच गयी थी।आज शुक्रवार प्रातः चार बजे से मंदिर परिसर तथा दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था उसके बाद बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय रावल भीमांशंकर लिंग, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह पुजारी धर्माचार्य वेदपाठी तथा केदार सभा के पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार प्रशासन के अधिकारी पूरब द्वार से मंदिर पहुंच गये उसके पश्चात रावल धर्माचार्य तथा पुजारी गणों ने द्वार पूजा शुरू की भगवान भैरवनाथ तथा भगवान शिव का आव्हान कर ठीक सुबह सात बजे बजे श्रीकेदारनाथ मंदिर के कपट खोल दिये गये। कपाट खुलने के बाद भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से श्रृंगार रूप दिया गया।उसके पश्चात श्रद्धालुओं ने दर्शन शुरू किये। कपाट खुलने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शुभकामनाएं दी कहा कि बीते यात्राकाल में रिकार्ड तीर्थ यात्री श्रीकेदारनाथ धाम पहुंचे इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी जिसके लिए मुख्य मंत्री पुष्कर सिह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार तथा मंदिर समिति यात्री सुविधाओ हेतु प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के अनुसार 6 मई को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान भैरवनाथ जी की पूजा हुई थी भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूति 9 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंची थी 10 मई ठीक प्रात:7 बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिये गये। कपाट खुलने के पश्चात भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप् से श्रृंगार रूप् दिया गया। तथा तीर्थ यात्रियों ने दर्शन करने शुरू किये। जारी प्रेस विज्ञप्ति बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया गया कि कल शनिवार 11 मई को श्री केदारनाथ धाम में श्री भकुंट भैरव मंदिर के द्वार खुलने के साथ श्री केदारनाथ मंदिर में नित्य प्रति आरतियां एवं संध्याकालीन आरतियां शुरू हो जायेगी।आज कपाट खुलने के समय हक-हकूकधारी सहित केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी शिवशंकर लिंग, संस्कृति एवं कला परिषद के उपाध्यक्ष मधु भटृट मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,वीरेंद्र असवाल, , मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह,कार्याधिकारी आरसी तिवारी, धर्माचार्य औकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, विश्वमोहन जमलोकी स्वयंबंर सेमवाल, प्रदीप सेमवाल, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण, देवानंद गैरोला आदि मौजूद रहे।
May 9, 2024काशीपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनपद में कहीं भी पेयजल संकट न हो इस हेतु अधिकारी सक्रियता से कार्य करें। पेयजल से जुड़े अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित भ्रमण कर पेयजल से सम्बंधित समस्याओं का समाधान करें। पेयजल लाइनों की लीकेज अविलम्ब ठीक कराने के साथ निर्माणाधीन पेयजल योजनाएं पर त्वरित गति से कार्य करते हुए पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि गर्मी का सीजन है अतः शहरों में जन साधारण के लिए शीतल पेयजल हेतु प्याऊ व वॉटर कूलर लगाए जाएं। यह निर्देश मुख्यमंत्री ने काशीपुर भ्रमण के दौरान काशीपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित अधिकारियों की बैठक में दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि मानसून से पहले नालियों की सफाई, ड्रेजिंग और चौनलाईजेशन की कार्यवाही भी पूर्ण की जाय तथा नदी किनारे सुरक्षा दीवारों के निर्माण और मरम्मत के कार्य समय पर पूर्ण कर दिये जाएं।समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जनपद में 12,123 हेण्ड पम्प हैं जिसमें से 11,578 हेण्ड पम्प सुचारू है, तथा 545 हेण्ड पम्प खराब है जिन्हें शीघ्र ही ठीक कर दिया जाएगा। अर्बन क्षेत्रों में हेण्ड पम्प प्राथमिकता से बनाये जा रहे हैं। जल जीवन मिशनके अंतर्गत 604 राजस्व ग्रामों हेतु 333 पेयजल योजनाएं बनाई जा रही हैं। सभी योजनाओं के कार्य आगामी माह अगस्त तक पूर्ण कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अमृत योजना के अंतर्गत नगर निगम काशीपुर में 6 जोनों के लिए सात नलकूप का निर्माण व 6 उच्च जलाशय के निर्माण किया जा रहा है जिसमें से 5 जोन के कार्य पूर्ण कर जल संस्थान को हस्तांरित कर दिए गए हैं जबकि जोन 8 का योजना निर्माण पूर्ण हो चुका है, ट्रायल टेस्टिंग कार्य प्रगति पर हैं। इसी तरह अमृत योजना के अंतर्गत नगर निगम रुद्रपुर में 5 जोन में पेयजल योजना कार्य पूर्ण हो चुका है तथा जलापूर्ति सुचारू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत नगर पालिका खटीमा के वार्ड नं 3, 4, 5 हेतु बन्डिया पेयजल योजना कार्य पूर्ण कर पेयजल सुचारू कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 3 करोड़ के 17 आपदा न्यूनीकरण कार्यों के टेंडर कर दिए गए हैं तथा 51 बाढ़ आपदा न्यूनीकरण कार्य चिन्हित किये गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में वनाग्नि के 65 मामले हुए जिन पर शीघ्र ही काबू पा लिया गया था।नगर आयुक्त काशीपुर, विवेक राय ने बताया कि नगर निगम काशीपुर में पानी की कोई समस्या नहीं है, 347 हेण्ड पम्प सुचारू है। उन्होंने बताया कि जनता को शुद्ध व शीतल पेयजल उपलब्ध कराने हेतु नगर निगम, छत्री चौराहा, गैस गोदाम, चौती मोड़, टांडा तिराहा में वॉटर कूलर स्थापित किये गए हैं जबकि रोडवेज में शीघ्र वॉटर कूलर स्थापित किया जाएगा। उपजिलाधिकारी बाजपुर ने बताया कि बाजपुर क्षेत्र में पेयजल की समस्या नहीं है।बैठक में एसएसपी मंजुनाथ टीसी, परियोजना निदेशक अजय सिंह, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम मृदुला सिंह, अधिशासी अभियंता जल संस्थान तरुण शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।