नई दिल्ली। संसद में जारी शीतकालीन सत्र के दौरान दो अनजान लोगों ने लोकसभा में घुसकर बवाल काटा। संसद की कार्यवाही के दौरान ही दोनों अज्ञात दर्शक दीर्घा से सीटों पर कूद गए, जहां पर सांसद बैठे होते हैं। दोनों के कूदते ही सदन में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इसे देख संसद के सुरक्षाकर्मी तुरंत एक्शन में आए और दोनों को पकड़ लिया। इस अफरा-तफरी के दौरान कई सांसद सदन से बाहर आ गए। यह मामला ऐसे समय में हुआ है जब आज संसद पर हमले की 22वीं बरसी मनाई जा रही है। इस बीच चर्चा हो रही है कि दोनों शख्स किसके रेफरेंस से सदन में घुसे थे? इस हादसे को नेताओं ने लोकसभा की बड़ी चूक बताई है।
लोकसभा में सुरक्षा में सेंध को लेकर स्पीकर की अध्यक्षता कर रहे बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया, “निश्चित रूप से कोई खामी है। जब पहला व्यक्ति नीचे आया, तो हमें लगा कि वह गिर गया होगा, लेकिन जब दूसरा व्यक्ति नीचे आने लगा तो हम सभी सतर्क हो गए।” शख्स ने अपना जूता खोलकर कुछ बाहर निकालने की कोशिश की जिसके बाद धुआं निकला। इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्पीकर और जिम्मेदार लोग इस पर फैसला लेंगे। जब यह सब हुआ तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सदन में पहुंचे। शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत ने कहा, “कोई घायल नहीं हुआ। जब वे नीचे कूदे तो पीछे की बेंचें खाली थीं, इसलिए वे पकड़े गए। सदन में दो मंत्री थे।”
टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, “यह एक भयानक अनुभव था। कोई भी अनुमान नहीं लगा सका कि उनका लक्ष्य क्या था और वे ऐसा क्यों कर रहे थे। हम सभी तुरंत सदन से बाहर चले गए, लेकिन यह एक सुरक्षा चूक थी। वे धुआं छोड़ने वाले उपकरणों के साथ कैसे प्रवेश कर सकते थे?”
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, सबसे पहले साथी सांसदों ने आरोपियों को दबोच लिया। फिर सुरक्षा अधिकारी उन्हें सदन से बाहर लेकर गए। यह निश्चित रूप से सुरक्षा में चूक है, क्योंकि आज हम उन लोगों की बरसी मना रहे हैं, जिन्होंने 2001 (संसद हमले) में अपने जीवन का बलिदान दिया था।
संसद भवन के सामने एक महिला और एक पुरुष ने नारेबाजी करते हुए टियर स्मॉग छोड़ा और कहा कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है और उन्हें वहां से पुलिस थाने लेकर चली गई है। महिला और पुरुष ने संसद भवन के बाहर पहले पटाखे फोड़े थे और फिर उसके बाद भारत माता की जय, जय भीम, तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लगाए। संसद भवन के बाहर हंगामा करने वाली महिला का नाम नीलम है। उसने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसकी बात नहीं सुनी जा रही है। पुलिस उस महिला और उसके प्रदर्शनकारी साथी को हिरासत में लेकर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने गई।