मथुरा। वृंदावन के परिक्रमा रोड ज्ञानगुदड़ी के पास स्थित जगन्नाथ मंदिर के भगवान जगन्नाथ की बीमार पड़ गए हैं। अब उन्हें औषधियां और जड़ी बूटियां देकर उपचार किया जाएगा तब जाकर 15 दिन बाद भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देंगे। उत्तर प्रदेश की मथुरा वृंदावन नगरी में कण कण में भगवान कृष्ण का वास है। स्थल कृष्ण लीलाओं का गवाह है। यहां चप्पे चप्पे में भगवान कृष्ण के किस्से और कहानियों का जिक्र होता रहता है। दरअसल मथुरा वृदांवन में हर साल एक बहुत ही अजीब घटना होती है। वृदांवन में एक ऐसा मंदिर है जहां हर साल भगवान बीमार पड़ जाते हैं। इतना ही नहीं बीमारी के दौरान भक्तों को दर्शन भी नहीं देते। बीमारी के दौरान उन्हें दवा भी दी जाती है। चौकिए नहीं ये सब सच है। दरअसल वृंदावन के परिक्रमा रोड ज्ञानगुदड़ी के पास स्थित जगन्नाथ मंदिर में विराजमान भगवान जगन्नाथ हर साल 16 दिन के लिए बीमार पड़ जाते है।
जगन्नाथ रथ यात्रा से 15 दिन पहले भगवान जगन्नाथ , बलभद्र और सुभद्रा को पूरे देश की पावित्र नदियों और समुद्र के जल से स्नान कराया जाता है। इससे भगवान की तबियत खराब हो जाती है। इसके बाद वो आराम करते है उन्हें औषधियां खिलाई जाती है। तब जाकर 16 दिन के बाद भगवान की तबियत ठीक होती है। इसके बाद भगवान को दूध, दही से अभिषेक करके गौमाता को दर्शन कराये जाते है। तब जाकर मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोले जाते हैं। क्यों है न हैरान कर देने वाली बात। पर यह सच है।