May 8, 2024मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय में वनाग्नि, पेयजल, मानसून सीजन के साथ ही चार धाम की तैयारियों की समीक्षा की देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में वनाग्नि को रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही और आगामी मानसून सीजन के दृष्टिगत तैयारियों की समीक्षा की। वनाग्नि को रोकने और जन जागरूकता के लिए मुख्यमंत्री फायर लाईन बनाने की कार्यवाही में प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये वनाग्नि पर पूर्णतः रोकने के लिए सभी सचिव को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी जाय। सभी सचिव संबंधित जनपदों में जाकर वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करें और वनाग्नि को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठायें।मुख्यमंत्री के निर्देश पर वनाग्नि को रोकने में लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के 10 कार्मिकों को निलंबित किया गया है। अन्य कुछ कार्मिकों पर भी अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वनाग्नि पर प्रभावी रोकथाम के लिए जन सहयोग लिया जाए। जंगलों में आग लगाने की घटनाओं में जो भी लिप्त पाये जा रहे हैं, उन पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए रिस्पांस टाईम कम से कम किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों से पिरूल एकत्रीकरण के लिए प्रभावी योजना बनाई जाय। पिरूल संग्रहण केन्द्र बनाए जाएं। इसमें सहकारिता विभाग का भी सहयोग लिया जाए। पिरूल एकत्रीकरण के लिए दी जाने वाली धनराशि को बढाई जाय।आगामी मानसून सीजन की तैयारियों के संबंध में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मानसून से पहले नालियों की सफाई, ड्रेजिंग और चैनलाईजेशन की कार्यवाही पूर्ण की जाय। नदी किनारे सुरक्षा दीवारों के निर्माण और मरम्मत के कार्य समय पर पूर्ण किये जाएं। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी पुराने ब्रिजों का सेफ्टी ऑडिट किया जाए। वर्षाकाल के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों में वैली ब्रिज की पूर्ण व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी डैम की गहराई और क्षेत्रफल की वर्तमान स्थिति जानने के लिए संबंधित विभागों की एक कोर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए। यह भी आंकलन किया जाय कि डैम के बनने से वर्तमान समय तक डैम की गहराई और क्षेत्रफल की स्थिति क्या है।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मानसून सीजन शुरू होने से पहले डेंगू, मलेरिया और अन्य जल जनित रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता के साथ ही पूरी तैयारी की जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाय। आपदा के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग की रैपिड एक्शन टीम तैयार रखी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ कार्य करें। पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। स्वच्छ पेयजल के लिए पर्याप्त वैकल्पिक व्यवस्थाएं रखी जाय। जहां पेयजल की समस्या है वहाँ टैंकर और खच्चर से पीने के पानी की आपूर्ति की जाये । इसके लिए सभी कार्यदायी संस्थाएं समन्वय के साथ कार्य करें।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य में चारधाम यात्रा के दृष्टिगत भी सभी व्यवस्थाएं सुचारू रखी जाए। यह सुनिश्चित किया जाय कि मौसम की जानकारी से संबंधित अलर्ट एसएमएस के माध्यम से लोगों को मिले। चारधाम और मौसम से संबंधित अन्य सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए सूचना तंत्र को मजबूत बनाया जाए। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी विभाग अपने स्तर पर बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए आधुनिक तकनीकि का अधिकतम इस्तेमाल किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के दृष्टिगत संवदनशील स्थलों और चारधाम यात्रा मार्गों पर जेसीबी की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, रंजीत सिन्हा, दिलीप जावलकर, विनय शंकर पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, एडीजी ए.पी अंशुमान, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।
May 8, 2024नैनीताल। उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय ने ऋषिकेश स्थित आई.डी.पी.एल. क्षेत्र में हाईकोर्ट की बेंच शिफ्ट करने का आदेश दिया तो हाईकोर्ट बार उबल पड़ी। सभी अधिवक्ता मुख्य न्यायदीश से मिले तो दोपहर दो बजे वार्ता का समय तय हुआ।हरिद्वार जिले में ऋषिकेश स्थित इंडियन ड्रग्स एंड फार्मासूटिकल लिमिटेड (आई.डी.पी.एल.) की कुछ याचिकाओं पर मुख्य न्यायाधीश ऋतु बाहरी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ में सुनवाई चल रही थी। इस याचिका में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी भी मामले में ऑनलाइन जुड़ी थी। सुनवाई के बाद आर्डर लिखाते समय मुख्य न्यायाधीश ने हाईकोर्ट को गौलापार शिफ्ट करने को गलत कदम बताते हुए कहा कि इसके लिए उपयुक्त स्थल ऋषिकेश में आई.डी.पी.एल. की 850 एकड़ भूमि रहेगी। बताया गया कि इस भूमि में से 130 एकड़ भूमि में पूर्व कर्मचारी रहते हैं।न्यायालय में मौखिक आदेश पारित होते ही अधिवक्ताओं के बीच खलबली मच गई और सभी बार सभागार में एकत्रित हो गए। अधिवक्ता इतने नाराज दिखे की वो चलते कोर्ट में सीधे मुख्य न्यायाधीश से मिलने पहुँच गए। अधिवक्ताओं ने अपनी नाराजगी जताई तो न्यायालय ने उन्हें दोपहर दो बजे मिलने को कहा। इस मौके पर हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष डी.सी.एस. रावत, सचिव सौरभ अधिकारी, विजय भटृ, प्रभाकर जोशी, सय्यद नदीम ट्टमून’, विकास गुगलानी, पुष्पा जोशी, रमन साह, ललित बेलवाल, दीपप्रकाश भटृ, कुर्बान अली, कैलाश तिवारी, सौरभ पाण्डे, दीप जोशी, हरेंद्र बेलवाल, भुवन रावत, दुष्यंत मैनाली, बी. एस. मेहता, एम.सी. कांडपाल, अजय बिष्ट, लता नेगी, सुहैल अहमद सिद्दीकी आदित्य साह आदि सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।अधिवक्ता जितेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी याचिका के बाद आदेश लिखाते हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वो हाईकोर्ट को गौलापार शिफ्ट करने का विरोध करते हैं। गढ़वाल क्षेत्र से आने वाले 70 प्रतिशत लोगों के लिए एक बेंच ऋषिकेश में स्थापित करने का प्रस्ताव किया। बाकी कुमाऊं के 30 प्रतिशत लोगों के लिए कोर्ट नैनीताल ही रहेगी।
May 8, 2024पंजीकरण के लिए हजारों यात्री परेशान रात के 2 बजे से लाइनों में लगे फिर भी निराश क्या ऐसे ही होगी सुगम व सुरक्षित यात्रा हरिद्वार/ऋषिकेश। उत्तराखंड शासन—प्रशासन द्वारा भले ही अपनी ट्टअतिथि देवो भव, की सभ्यता और चार धाम यात्रियों को सुगम और सुरक्षित यात्रा के दावों का कितना भी ढोल पीटा जाता हो, लेकिन इस यात्रा की तैयारियां कितनी चुस्त दुरस्त हैं और पर्यटन विभाग तथा सरकारी दावों का सच क्या है अगर इसे जानना है तो सत्ता पक्ष में बैठे लोगों को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार व ऋषिकेश में बनाए गए पंजीकरण केंद्रों पर जाकर यात्रियों की उस दुर्दशा को जरुर देखना चाहिए जहां हजारों की संख्या में यात्री रात 2 बजे से लाइनों में खड़े होकर भी अपना पंजीकरण नहीं करा पा रहे हैं।हरिद्वार और ऋषिकेश के इन पंजीकरण केंद्रों में देश के कौन—कौन से राज्यो से आए यह श्रद्धालु किस तरह से सूबे के शासन—प्रशासन को कोस रहे हैं और खरी—खरी सुना रहे हैं तथा सत्ता और प्रशासन में बैठे लोगों को इन केंद्रों से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किये जा रहे हैं जो भी इन वीडियो को देख लेगा क्या वह चारधाम यात्रा पर आने का साहस जुटा पाएगा। यही नहीं इससे राज्य की छवि के बारे में कैसा संदेश देश और दुनिया में जाएगा? इस पर सूबे के शासन—प्रशासन को गौर करने की जरूरत है। इन वीडियो में यात्री उत्तराखंड सरकार को सीधे—सीधे ललकारते हुए चुनौती दे रहे हैं कि वह हमारे राज्य में आकर देखें उन्हें पता चल जाएगा कि पर्यटकों के लिए व्यवस्थाएं क्या होती हैं और कैसे होती हैं।उत्तराखंड शासन—प्रशासन में बैठे लोग इसे लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं कि ऑनलाइन 21 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं और आज से जो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हरिद्वार व ऋषिकेश से शुरू किए गए हैं उसमें एक दिन में एक धाम के लिए अधिकतम 1000 यात्रियों के रजिस्ट्रेशन ही किये जा सकते हैं लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने और अव्यवस्थाओं के कारण दूसरे राज्यों से आये लोग इस कदर परेशान है कि वह 2 बजे रात से लाइनों में खड़े हैं तथा उन्हें कागजी खानापूर्ति के नाम पर लाइन से बाहर निकाला जा रहा है। जो अत्यंत ही खेद जनक है इस अव्यवस्था को देखकर यह यात्री इस कदर परेशान है कि कुछ लोग तो बिना यात्रा किए ही वापस लौट जाने का मन बनाते दिखे।सवाल यह है कि क्या सरकार ऐसे ही यात्रा को सुगम सुरक्षित बनाएगी अभी तो यात्रा शुरू भी नहीं हुई है अगर अभी से हाल ऐसा है तो आगे क्या होगा। शासन—प्रशासन और पर्यटन विभाग अगर इस यात्रा में राज्य के आर्थिक हित तलाशती है तो उसे इन यात्रियों के दुख दर्द को भी समझने की जरूरत है उन्हें राम भरोसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
May 8, 2024इनके लिए आंतरिक क्षेत्र में 16 रूटों का किया गया निर्धारण हरिद्वार। ई रिक्शा व ई ऑटो को लेकर उच्च न्यायालय नैनीताल के महत्वपूूर्ण आदेश के बाद एसपी यातायात ने ई रिक्शा यूनियन के साथ बैठक कर निर्देश दिये कि अब हाईवे पर ई रिक्शा व ई ऑटो नहीं चलेंगे और अगर ऐसा करते पाया गया तो ई रिक्शा सीज कर दिया जायेगा।आज यहां पुलिस अधीक्षक यातायात पंकज गैरोला जनपद हरिद्वार द्वारा अपने कार्यालय स्थित सीसीआर में उच्च न्यायालय नैनीताल, उत्तराखण्ड के विचाराधीन याचिका (पीआईएल)/2024 अभिमन्यु भारद्वाज बनाम उत्तराखण्ड राज्य व अन्य योजित याचिका के क्रम में जनपद में संचालित ई—रिक्शा/ ई—कार्ट को हाईवे एवं मुख्य मार्गाे पर प्रतिबन्धित करने एवं शहरों के आन्तरिक सड़को में संचालन हेतु मार्ग निर्धारित करने सम्बन्धी अनुतोष मांगे जाने के क्रम में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा ई—रिक्शा यूनियन के पदाधिकारियों के साथ एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने के उद्देश्य से ई रिक्शा के संचालन हेतु निम्न बिन्दुओ पर निर्णय लिये गये। उन्होंने कहा कि यदि कोई ई—रिक्शा हाईवे पर चलता है तो ई—रिक्शा को सीज किया जायेगा। सभी ई—रिक्शा चालको के पास सम्पूर्ण कागजात होने चाहिए जिसके लिए सभी ई—रिक्शा यूनियन के प्रधान को निर्देशित किया गया कि वह सभी अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुये यूनियन के सभी ई—रिक्शा चालको निर्देशित करे कि उनके पास ई—रिक्शा सम्बन्धी सभी कागजात जैसे —फिटनेस, डी एल, टैक्स व इन्श्योरेन्स पर्ू्ण होने चाहिए जिन ई—रिक्शा चालको के पास उक्त सभी दस्तावेज पूर्ण नही होगें उनके ई—रिक्शा को सम्बन्धित धाराओं में सीज किया जायेगा जिसकी जिम्मेदारी ई—रिक्शा चालक व ई—रिक्शा यूनियन की होगी। उन्होंने कहा कि यदि जीरो जोन जैसे अपर रोड़ में अपने ई—रिक्शा चैकिंग के दौरान बिना पास के पाया जाता है तो उनके विरुद्ध कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। सभी ई—रिक्शा पर रुट चार्ट व रेट लिस्ट चस्पा की जाए जिससे जनपद में आने वाले यात्री से किसी ई—रिक्शा चालक द्वारा मनमाना किराया न वसूला जाए। सभी ई—रिक्शा वर्तमान में लागू वन—वे प्लान के अनुरुप ही चलाए जायेगे। यदि कोई ई—रिक्शा वन वे प्लान का पालन नही करता है तो उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।यूनियन के साथ सहमति से शहर के आन्तरिक क्षेत्र में 16 रुटों का निर्धारण किया गया।
May 8, 2024नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तेलंगाना राज्य में रैली कर रहे हैं। करीमनगर के बाद वारंगल में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सैम पित्रोदा के नस्लीय बयान को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि शहजादे के एक अंकल अमेरिका में रहते हैं। उन्होंने कहा कि काली चमड़ी वाले अफ्रीकी हैं, तो क्या कांग्रेस चमड़ी का रंग देखकर बात करती है? उन्होंने कहा कि चमड़ी का रंग कोई भी हो, हम कृष्ण के पुजारी हैं। पीएम ने कहा कि मुझे गाली दें सहन कर लूंगा, लेकिन देश के लोगों का अपमान सहन नहीं कर सकता। पीएम ने कहा कि क्या चमड़ी के रंग के आधार पर योग्यता तय होती है। क्या हमारी राष्ट्रपति अफ्रीकी हैं। शहजादे को इसका जवाब देना होगा। उन्होंने कहा, मैं बहुत सोच रहा था कि द्रौपदी मुर्मू जिनका बहुत सम्मान है और वह आदिवासी परिवार की बेटी हैं, तो फिर कांग्रेस उन्हें हराने के लिए इतनी कोशिश क्यों कर रही है, लेकिन आज मुझे कारण पता चल गया। मुझे पता चला कि अमेरिका में एक अंकल हैं जो ‘शहजादा’ के दार्शनिक मार्गदर्शक हैं और क्रिकेट में तीसरे अंपायर की तरह, जिससे ‘शहजादा’ सलाह लेते हैं। इस दार्शनिक अंकल ने कहा कि जिनकी चमड़ी काली होती है वो अफ्रीका के होते हैं। इसका मतलब है कि आप देश के कई लोगों को उनकी चमड़ी के रंग के आधार पर गाली दे रहे हैं।
May 8, 2024प्रयागराज । कुछ समय पहले एक शख्स का वीडियो वायरल हुआ था, जिसने एक यूट्यूबर से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को धमकी देने के साथ ही आपत्तिजनक टिप्पणी कर दिया था। प्रयागराज के रहने वाले शख्स ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर एक्शन पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि हमारे यहां बुलडोजर लेकर आ जाएं तो हम बकरा बनाकर काटेंगे। शख्स ने कहा था कि मैं चैलेंज दे रहा हूं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। अब इस शख्स का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें ये शख्स माफी मांगते हुए कह रहा है कि उस दिन वह नशे में था और सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर कुछ ज्यादा ही बोल गया था। जब होश में आया तो उस यूट्यूबर या मीडिया वाले को खोजने लगा, जिसके सवालों के जवाब में सीएम योगी को धमकाया था। शख्स ने कहा कि मैंने उस पत्रकार को खोजा और अपना माफीनामा वाला वीडियो चलाने के लिए कहा लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। योगी जी प्रदेश का विकास कर रहे हैं, अच्छा काम कर रहे हैं, मुझसे गलती हो गई। मुझे माफ कर दें।