हाईकोर्ट के जज की निगरानी में हो सीबीआई जांच
जोशीमठ प्रभावितों को बद्रीनाथ की तर्ज पर दे मुआवजा
देहरादून। एक तरफ जहां आज कांग्रेस नेताओं ने भर्तियों में धांधली के मुद्दे पर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन व मौन उपवास के जरिए सरकार को घेरा वही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कांग्रेस भवन में एक पत्रकार वार्ता में सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नौकरियां देने की बजाय नौकरियां बेच रही है।
भर्तियों में हो रही धांधलियों पर प्रीतम सिंह ने सरकार की घेराबंदी करते हुए कहा कि अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के बाद अब लोक सेवा आयोग द्वारा कराई जा रही भर्ती परीक्षाओं में धांधली उजागर होने के बाद वह सरकार से पूछना चाहते हैं कि अब वह किस आयोग से भर्ती परीक्षाएं कराएगी? उन्होंने कहा कि लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के खुलासे के बाद लोक सेवा आयोग द्वारा पूर्व समय में कराई गई कई परीक्षाओं में धांधली होने की खबरें भी सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि आयोग के अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए इस मामले की जांच एसआईटी या विजिलेंस से कराने की बजाय हाईकोर्ट के सीटिंग जज की देखरेख में सीबीआई से कराई जानी चाहिए उन्होंने कहा कि आयोग के अधिकारियों के साथ भाजपा नेताओं की सांठगांठ के बिना इतनी बड़ी धांधली नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार देने का ढोल पीट रही है लेकिन वास्तव में सरकार नौकरी दे नहीं रही है नौकरियां बेचने का काम कर रही है।
उन्होंने जोशीमठ आपदा प्रबंधन में फेल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जोशीमठ आपदा के प्रभावितों को भी सरकार द्वारा बद्रीनाथ के विस्थापितों की तर्ज पर ही मुआवजा देना चाहिए तथा उनके विस्थापन का इंतजाम करना चाहिए।