जोशीमठ आपदाः केंद्र से सहायता की आस

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सीएम ने गृह मंत्री को सौंपी रिपोर्ट, नड्डा से भी वार्ता
नहीं थम रहा है आपदा का कहर, रहस्यों की जांच जारी

नई दिल्ली/जोशीमठ। जोशीमठ आपदा को लेकर राज्य सरकार को आगे क्या करना है तथा प्रभावितों का मुआवजा और उनके विस्थापन की क्या व्यवस्था की जाए? जैसे अहम मुद्दों को लेकर सीएम और भाजपा नेता केंद्रीय मदद की आस लगाए बैठे हैं।
भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने पहुंचे सीएम धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जोशीमठ आपदा की स्थिति पर रिपोर्ट सौंप कर उन्हें हालात की जानकारी दी गई है तथा राज्य सरकार द्वारा अब तक आपदा राहत के तौर पर किए गए काम और मदद के बारे में बताया गया है। यही नहीं उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को रिपोर्ट दी है। तथा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ ने भी उन्हें हालात की जानकारी दी है। राज्य सरकार अब तक प्रभावितों को डेढ़ लाख फौरी मदद (प्रति परिवार) दे चुकी है लेकिन इनके विस्थापन और उनकी संपत्ति के मुआवजे को लेकर केंद्र पर निर्भरता की बात कह चुकी है। सूबे की सरकार अब केंद्र सरकार से उम्मीद लगा रही है कि वह कोई बड़ा राहत पैकेज जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए जारी करें।
उधर जोशीमठ आपदा प्रभावितों की जान आफत में फंसी हुई है क्योंकि यह संकट अब दिनों दिन बड़ा और बड़ा होता जा रहा है। घरों में दरारें आने और दरारों के चौड़े और चौड़े होने से लोग परेशान हैं। 23 और भवनों पर दरारे आ चुकी है तथा अब प्रभावित भवनों की संख्या 859 हो चुकी है। वही जल रिसाव कहां से हो रहा है इसका पता भी नहीं चल पा रहा है। दो होटल तोड़े जा रहे हैं वही पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस को तोड़ने का नोटिस भी चस्पा कर दिया गया है। जेपी कॉलोनी के जर्जर भवनों को ध्वस्त करने की जिला प्रशासन योजना बना रहा है। इस बीच 19 से 24 जनवरी तक क्षेत्र में बारिश व बर्फबारी की चेतावनी भी मौसम विभाग द्वारा जारी की गई है जो आपदा प्रभावितों की मुश्किलों को और बढ़ा सकती है। जिस तरह की स्थितियां हैं उन्हें देखते हुए प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है तथा बचाव राहत कार्य भी ठिठक से चुके हैं।

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