दो प्रशिक्षकों सहित पांच—छह लोगों की मौत की खबर
मुख्यमंत्री धामी ने एयर फोर्स की मदद के लिए की रक्षा मंत्री से बात
समाचार लिखे जाने तक रेस्क्यू टीमें लगी थी बचाव व राहत कार्य में
उत्तरकाशी। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस प्रशिक्षण पर निकले 28 सदस्यीय दल के द्रौपदी का डांडा दो पर्वत पर हिमस्खलन की चपेट में आने से दो प्रशिक्षकों सहित तीन—चार ट्रेनी पर्वतारोहियों की मृत्यु होने की खबर है। दल के बाकी सदस्यों को सुरक्षित निकालने के लिए एनआईए और एसडीआरएफ तथा आईटीबीपी के जवानों की मदद ली जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक ट्वीट के जरिए इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि उन्हें जानकारी मिली है कि उत्तरकाशी के द्रोपदी का डांडा दो पर्वत पर नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस प्रशिक्षण पर गया 28 सदस्य दल हिमस्खलन की चपेट में आ गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा पर्वत पर फंसे पर्वतारोहियों की मदद के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है जिसमें निम की टीम के अलावा एनडीआरएफ एसडीआरएफ तथा हेली सेवाओं की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने पर्वतारोहियों की सुरक्षित वापसी के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी वार्ता की है और वायु सेना की मदद मांगी है जिसका उन्होंने पूरा भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि एवलांच में फंसे पर्वतारोहियों की कुशल वापसी के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
वही इस बारे में यह खबर भी आ रही है कि इस दुर्घटना में 2 प्रशिक्षकों की मौत हो गई तथा जान गवाने वाले प्रशिक्षक उत्तरकाशी के बताए जा रहे हैं। वही तीन से चार टे्रनी पर्वतारोही भी इस दुर्घटना में अपनी जान गवा चुके हैं। हालांकि इसकी पुष्टि न तो एनआईएम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट द्वारा की गई है और न ही एसडीआरएफ की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल द्वारा की गई है। यहंा यह भी उल्लेखनीय है कि संस्थान के 122 टे्रनीज एडवांस प्रशिक्षण के लिए गए थे जिनमें से 28 सदस्यों का दल चोटी पर गया शेष बेस कैंप पर थे। सूचना यह भी है कि 8 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित लाया जा चुका है तथा बाकी लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू का काम जारी है।