February 17, 2025हरिद्वार। खुद को केन्द्रीय गृहमंत्री का बेटा बताकर विधायक से पांच लाख रूपये की डिमांड करने वाले शातिर के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।जनकारी के अनुसार बीती 14 व 15 फरवरी की रात एक अज्ञात कॉलर द्वारा मौजूदा रानीपुर विधायक आदेश चौहान के मोबाइल नंबर पर कॉल करके स्वयं को केंद्रीय गृहमंत्री का बेटा बताते हुए पार्टी फंड में चंदा देने के लिए कहा गया। विधायक आदेश चौहान द्वारा अन्य पदाधिकारियों से संपर्क के उपरांत प्रकरण संदेहास्पद लगने पर कॉलर से बात करते हुए संदेह प्रकट किया गया तो अज्ञात कॉलर ने अमर्यादित व्यवहार करते हुए विधायक को सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी देते हुए 5 लाख रूपये की डिमांड की गई। इसपर विधायक के पीआरओ रोमिश कुमार द्वारा दी गई शिकायत पर थाना बहादराबाद पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
February 17, 2025कार्य मंत्रणा समिति व सर्व दलीय बैठके संपन्न विपक्ष का आरोप सत्र अवधि कम करने का प्रयास सुरक्षा के कड़े प्रबंध, यातायात डायवर्ट किया देहरादून। कल से शुरू होने जा रहे बजट सत्र की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। आज दिन भर बजट सत्र की तैयारियों को लेकर बैठकों का दौर जारी रहा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने आज विधानसभा में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक की। जिसमें बजट सत्र संचालन की कार्ययोजना तय की गई। वही सर्वदलीय बैठक में बजट के शांतिपूर्ण संचालन पर चर्चा की गई।कल सत्र के पहले दिन राज्यपाल की अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत होगी तथा भोजनावकाश के बाद स्पीकर ऋतु खण्डूरी द्वारा बजट वाचन किया जाएगा। सत्ता पक्ष द्वारा बजट सत्र में मनी बिल और आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी सदन के पटल पर रखी जाएगी। जहां तक बजट की बात है 20 फरवरी को बजट सदन में पेश किया जाएगा।बजट सत्र के बारे में संसदीय कार्य मंत्री का कहना है कि उनके द्वारा एक विकासोन्मुखी बजट लाया जाएगा। हमने पूर्व की भांति ही बजट से पहले आम नागरिकों से भी उनके सुझाव मांगे गए थे। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि हमने आत्मनिर्भर राज्य को सामने रखा है। तथा उत्तराखंड राज्य केंद्र सरकार के विकसित भारत के कॉन्सेप्ट में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके यह प्रयास इस बजट के माध्यम से किया जाएगा।संसदीय कार्य मंत्री का कहना है कि विपक्ष को सदन की शांतिपूर्ण संचालन की कार्रवाई में सहयोग करना चाहिए उन्होंने कहा है कि सरकार विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है। सत्ता पक्ष द्वारा अपने सभी मंत्रियों को कहा गया है कि पूरी तैयारी के साथ सत्र में आए। वही नेता विपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि सरकार बजट सत्र की अवधि को कम करने का प्रयास कर रही है क्योंकि वह विपक्ष के सवालों से बचना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सरकार से सवाल पूछेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार प्रीपेड बिजली मीटर के माध्यम से जनता पर अतिरिक्त बोझ लादना चाहती है। उन्होंने गन्ना तथा धान मूल्य निर्धारण करने के मुद्दे भी सदन में उठाने की बात कही है।आज शाम को नेता प्रतिपक्ष के आवास पर विपक्ष के विधायकों की बैठक भी होने जा रही है जिसमें कांग्रेस सरकार की घेराबंदी की रणनीति पर विचार करेगी वही सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्रियों की बैठक भी आज विधानसभा में ही होगी जिसमें विपक्ष के हमले के जवाब देने की रणनीति बनाई जाएगी। बजट सत्र की सभी तैयारियांपूर्ण कर ली गई हैं। सत्र की सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं। सत्र के दौरान यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए रूट डायवर्जन किया गया है।
February 17, 2025नौ एटीएम कार्ड व हजारों की नकदी बरामद हरिद्वार। एटीएम कार्ड बदलकर पैसे चोरी करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से 9 एटीएम कार्ड व नगदी बरामद की गयी है। हालांकि आरोपी का साथी फरार होने में सफल रहा जिसकी तलाश जारी है।जानकारी के अनुसार रुड़की सिविल लाइंस पुलिस को प्रविन्द्र पाल सौदाई पुत्र चन्द्रपाल सौदाई निवासी गोल भटृा मिलाप नगर ने सूचना दी कि जब वह एटीएम से पैसे निकालने गए तो एक अन्य युवक ने उनके कार्ड का पिन नम्बर देख लिया और उनका एटीएम कार्ड छीनकर भागने का प्रयास करने लगा। उस समय पीड़ित ने अपने साथियों की मदद से उसे पकड़ लिया था वहीं उसका एक साथी मौके से फरार हो गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने उक्त आरोपी को अपनी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम प्रवेश कुमार उर्फ पप्पू कुमार पुत्र चतरु सिंह निवासी महातोली केन्डुकी थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश बताया। आरोपी के पास से अलग अलग बैंक के 9 एटीएम कार्ड व 4300 की नगदी बरामद हुई। फरार हुए युवक का नाम सहरान बताया गया है, जिसकी तलाश जारी है।
February 17, 2025पिथौरागढ़। जंगल में आग लगने की सूचना मिलने पर अग्निशमन विभाग ने त्वरित कार्यवाही कर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है।जानकारी के अनुसार बीते रोज फायर स्टेशन पिथौरागढ़ को सूचना प्राप्त हुई कि चंङाक के पास जंगल में आग लगी हुई है। फायर सर्विस यूनिट ने प्रभारी अधिकारी के निर्देशन में घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि आग चंङाक के पास जंगल में लगी हुई थी जिसे फायर सर्विस यूनिट ने बिटींग मैथड की सहायता से आग को पूर्ण रूप से काबू पाया गया। फायर सर्विस टीम में प्रभारी अग्निशमन अधिकारी नरेन्द्र प्रसाद , लीडिंग फायरमैन जवाहर राणा , लीडिंग फायरमैन महेश कनवाल ,फायर सर्विस चालक महेन्द्र सिंह , फायरमैन महिपाल सिंह, फायरमैन जगदीश, फायरमैन तरुण, फायरमैन विपीन, फायरमैन दयाराम, फायरमैन राम सिंह, फायरमैन कपिल, फायरमैन निर्मल, फायरमैन चन्द्रप्रकाश, फायरवूमैन राजकौर व फायरवूमैन कंचन शामिल रहे।
February 17, 2025हरिद्वार। दुष्कर्म मामले में लम्बे समय से फरार चल रहे आरोपी का पुलिस ने जालंधर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।जानकारी के अनुसार बीते 20 दिसम्बर को एक महिला द्वारा कोतवाली गंगनहर मेें तहरीर देकर बताया गया था कि एक व्यक्ति जिसका नाम राजिन्द्र कुमार पुत्र स्वर्गीय बलवीर चंद सी.टी. निवासी भोरौली जिला नवाशहर द्वारा उसके साथ जबरदस्ती कई बार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच में आरोप सही पाये जाने पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी गयी। लेकिन आरोपी फरार चल रहा था। जिसे पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद देर रात जालंधर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है।
February 17, 2025महाकुंभ और चारधाम यात्रा जैसे महा आयोजनों के संयोजनों पर गर्व करने वाली सरकारों को इस बात पर भी चिंतन—मंथन करने की जरूरत है कि भीड़ और भगदड़ में होने वाले जान माल के नुकसान से कैसे बचा जा सकता है। अभी 2 दिन पूर्व राजधानी दिल्ली में रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के कारण 18—20 लोगों की जान जाने के बाद भी कल राजधानी के कई स्टेशनों पर वैसी ही भीड़ का दबाव देखा गया जैसे हादसे के समय था। यह वास्तव में हैरान करने वाली स्थिति है। हमें यह बताते हुए गर्व अवश्य होता है कि इस बार महाकुंभ स्नान में रिकॉर्ड 50 करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा स्नान किया। मां गंगा और महाकुंभ के प्रति सनातनियों की आस्था और आकर्षण की बात अलग है और लोगों की जान माल की सुरक्षा इसका दूसरा पहलू है। महाकुंभ प्रयागराज के आयोजन के दौरान अब तक आग लगने से लेकर भगदड़ तथा भीड़ के दबाव और रेल तथा सड़क दुर्घटनाओं में कितने लोगों की जान जा चुकी है इसकी कोई सही गिनती नहीं की जा सकती है। लेकिन जितने भी जान माल का नुकसान हुआ है वह कम नहीं है। भले ही इस नुकसान को यह कहकर कमतर आंकने का प्रयास किया जाए कि इतने विराट आयोजन में इस तरह की छोटी—मोटी दुर्घटनाएं होना स्वाभाविक है। उत्तराखंड में 2013 में चार धाम यात्रा के दौरान केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा के समय भारी जनधन की हानि हुई थी। 2015 में मक्का मदीना में हुई भगदड़ में 2400 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। देश से लेकर विदेश तक अनेक ऐसी घटनाएं उदाहरण के तौर पर हमारे सामने है जो यह बताती है कि भीड़ का दबाव अगर नहीं रहा होता तो इन हादसों में होने वाले बड़े नुकसान से बचा जा सकता था। धार्मिक आस्था के नाम पर उमड़ने वाले जन सैलाब का कोई भी प्रबंध किया जाना संभव नहीं है। आयोजकों द्वारा अगर इसका प्रचार प्रसार कितना अधिक किया जाए और लोगों से अपील की जाए कि वह अधिक से अधिक संख्या में आए और इस खास अवसर पर पुण्य लाभ कमाये तो फिर इस भीड़ को नियंत्रण करना और भी मुश्किल तथा असंभव हो जाता है। बात अगर वर्तमान महाकुंभ की करें तो 144 साल बाद बने किसी अत्यंत ही दुर्लभ योग और सहयोग के प्रचार की बात करें तो आज हालात यह हो चुके हैं कि हर किसी को बस एक ही धुन है कि त्रिवेणी में स्नान करना है। हालात चाहे कुछ भी हो या परेशानी चाहे जितनी भी हो। निश्चित तौर पर इसे उचित नहीं समझा जा सकता है। भीड़ के तंत्र और उसके स्वभाव को समझा जाना भी जरूरी है किसी भी एक सीमित स्थान पर एक समय में कितने लोग समा सकते हैं इसकी एक सीमा होती है। जब एक ही किसी स्थान पर भीड़ का दबाव इतना अधिक हो जाता है कि आदमी के हाथ पैर हिल तक न सके और ऑक्सीजन की कमी से भीड़ को सांस लेने में भी दिक्कत आने लगे तो लोग बेहोश होकर गिरने लगते हैं। भीड़ के दबाव को कम करने के प्रयास में हर कोई एक दूसरे को धकियाना शुरू कर देता है ऐसी स्थिति में किसी की भी जान सुरक्षित नहीं रहती है। भीड़ और भगदड़ की इस स्थिति में जो भी एक बार जमीन पर गिर गया उसका उठकर खड़ा होना मुश्किल हो जाता है और भीड़ उसके ऊपर से गुजरने लगती है। सच यह है कि इस भीड़ को तभी रोका जा सकता है जब आप स्वयं को इस भीड़ का हिस्सा न बनने दें। इस तरह के धार्मिक आयोजनों में प्रतिदिन के हिसाब से भीड़ की संख्या का तय किया जाना तथा सुनिश्चित किया जाना ही इस तरह के हादसोंं से बचने का एकमात्र कारगर तरीका हो सकता है इसके अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। सरकार और प्रशासन के साथ—साथ आम जनता का भी इसे लेकर जागरूक होना जरूरी है।