February 17, 2025नौ एटीएम कार्ड व हजारों की नकदी बरामद हरिद्वार। एटीएम कार्ड बदलकर पैसे चोरी करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से 9 एटीएम कार्ड व नगदी बरामद की गयी है। हालांकि आरोपी का साथी फरार होने में सफल रहा जिसकी तलाश जारी है।जानकारी के अनुसार रुड़की सिविल लाइंस पुलिस को प्रविन्द्र पाल सौदाई पुत्र चन्द्रपाल सौदाई निवासी गोल भटृा मिलाप नगर ने सूचना दी कि जब वह एटीएम से पैसे निकालने गए तो एक अन्य युवक ने उनके कार्ड का पिन नम्बर देख लिया और उनका एटीएम कार्ड छीनकर भागने का प्रयास करने लगा। उस समय पीड़ित ने अपने साथियों की मदद से उसे पकड़ लिया था वहीं उसका एक साथी मौके से फरार हो गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने उक्त आरोपी को अपनी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम प्रवेश कुमार उर्फ पप्पू कुमार पुत्र चतरु सिंह निवासी महातोली केन्डुकी थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश बताया। आरोपी के पास से अलग अलग बैंक के 9 एटीएम कार्ड व 4300 की नगदी बरामद हुई। फरार हुए युवक का नाम सहरान बताया गया है, जिसकी तलाश जारी है।
February 17, 2025पिथौरागढ़। जंगल में आग लगने की सूचना मिलने पर अग्निशमन विभाग ने त्वरित कार्यवाही कर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है।जानकारी के अनुसार बीते रोज फायर स्टेशन पिथौरागढ़ को सूचना प्राप्त हुई कि चंङाक के पास जंगल में आग लगी हुई है। फायर सर्विस यूनिट ने प्रभारी अधिकारी के निर्देशन में घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि आग चंङाक के पास जंगल में लगी हुई थी जिसे फायर सर्विस यूनिट ने बिटींग मैथड की सहायता से आग को पूर्ण रूप से काबू पाया गया। फायर सर्विस टीम में प्रभारी अग्निशमन अधिकारी नरेन्द्र प्रसाद , लीडिंग फायरमैन जवाहर राणा , लीडिंग फायरमैन महेश कनवाल ,फायर सर्विस चालक महेन्द्र सिंह , फायरमैन महिपाल सिंह, फायरमैन जगदीश, फायरमैन तरुण, फायरमैन विपीन, फायरमैन दयाराम, फायरमैन राम सिंह, फायरमैन कपिल, फायरमैन निर्मल, फायरमैन चन्द्रप्रकाश, फायरवूमैन राजकौर व फायरवूमैन कंचन शामिल रहे।
February 17, 2025हरिद्वार। दुष्कर्म मामले में लम्बे समय से फरार चल रहे आरोपी का पुलिस ने जालंधर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।जानकारी के अनुसार बीते 20 दिसम्बर को एक महिला द्वारा कोतवाली गंगनहर मेें तहरीर देकर बताया गया था कि एक व्यक्ति जिसका नाम राजिन्द्र कुमार पुत्र स्वर्गीय बलवीर चंद सी.टी. निवासी भोरौली जिला नवाशहर द्वारा उसके साथ जबरदस्ती कई बार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच में आरोप सही पाये जाने पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी गयी। लेकिन आरोपी फरार चल रहा था। जिसे पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद देर रात जालंधर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है।
February 17, 2025महाकुंभ और चारधाम यात्रा जैसे महा आयोजनों के संयोजनों पर गर्व करने वाली सरकारों को इस बात पर भी चिंतन—मंथन करने की जरूरत है कि भीड़ और भगदड़ में होने वाले जान माल के नुकसान से कैसे बचा जा सकता है। अभी 2 दिन पूर्व राजधानी दिल्ली में रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के कारण 18—20 लोगों की जान जाने के बाद भी कल राजधानी के कई स्टेशनों पर वैसी ही भीड़ का दबाव देखा गया जैसे हादसे के समय था। यह वास्तव में हैरान करने वाली स्थिति है। हमें यह बताते हुए गर्व अवश्य होता है कि इस बार महाकुंभ स्नान में रिकॉर्ड 50 करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा स्नान किया। मां गंगा और महाकुंभ के प्रति सनातनियों की आस्था और आकर्षण की बात अलग है और लोगों की जान माल की सुरक्षा इसका दूसरा पहलू है। महाकुंभ प्रयागराज के आयोजन के दौरान अब तक आग लगने से लेकर भगदड़ तथा भीड़ के दबाव और रेल तथा सड़क दुर्घटनाओं में कितने लोगों की जान जा चुकी है इसकी कोई सही गिनती नहीं की जा सकती है। लेकिन जितने भी जान माल का नुकसान हुआ है वह कम नहीं है। भले ही इस नुकसान को यह कहकर कमतर आंकने का प्रयास किया जाए कि इतने विराट आयोजन में इस तरह की छोटी—मोटी दुर्घटनाएं होना स्वाभाविक है। उत्तराखंड में 2013 में चार धाम यात्रा के दौरान केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा के समय भारी जनधन की हानि हुई थी। 2015 में मक्का मदीना में हुई भगदड़ में 2400 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। देश से लेकर विदेश तक अनेक ऐसी घटनाएं उदाहरण के तौर पर हमारे सामने है जो यह बताती है कि भीड़ का दबाव अगर नहीं रहा होता तो इन हादसों में होने वाले बड़े नुकसान से बचा जा सकता था। धार्मिक आस्था के नाम पर उमड़ने वाले जन सैलाब का कोई भी प्रबंध किया जाना संभव नहीं है। आयोजकों द्वारा अगर इसका प्रचार प्रसार कितना अधिक किया जाए और लोगों से अपील की जाए कि वह अधिक से अधिक संख्या में आए और इस खास अवसर पर पुण्य लाभ कमाये तो फिर इस भीड़ को नियंत्रण करना और भी मुश्किल तथा असंभव हो जाता है। बात अगर वर्तमान महाकुंभ की करें तो 144 साल बाद बने किसी अत्यंत ही दुर्लभ योग और सहयोग के प्रचार की बात करें तो आज हालात यह हो चुके हैं कि हर किसी को बस एक ही धुन है कि त्रिवेणी में स्नान करना है। हालात चाहे कुछ भी हो या परेशानी चाहे जितनी भी हो। निश्चित तौर पर इसे उचित नहीं समझा जा सकता है। भीड़ के तंत्र और उसके स्वभाव को समझा जाना भी जरूरी है किसी भी एक सीमित स्थान पर एक समय में कितने लोग समा सकते हैं इसकी एक सीमा होती है। जब एक ही किसी स्थान पर भीड़ का दबाव इतना अधिक हो जाता है कि आदमी के हाथ पैर हिल तक न सके और ऑक्सीजन की कमी से भीड़ को सांस लेने में भी दिक्कत आने लगे तो लोग बेहोश होकर गिरने लगते हैं। भीड़ के दबाव को कम करने के प्रयास में हर कोई एक दूसरे को धकियाना शुरू कर देता है ऐसी स्थिति में किसी की भी जान सुरक्षित नहीं रहती है। भीड़ और भगदड़ की इस स्थिति में जो भी एक बार जमीन पर गिर गया उसका उठकर खड़ा होना मुश्किल हो जाता है और भीड़ उसके ऊपर से गुजरने लगती है। सच यह है कि इस भीड़ को तभी रोका जा सकता है जब आप स्वयं को इस भीड़ का हिस्सा न बनने दें। इस तरह के धार्मिक आयोजनों में प्रतिदिन के हिसाब से भीड़ की संख्या का तय किया जाना तथा सुनिश्चित किया जाना ही इस तरह के हादसोंं से बचने का एकमात्र कारगर तरीका हो सकता है इसके अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। सरकार और प्रशासन के साथ—साथ आम जनता का भी इसे लेकर जागरूक होना जरूरी है।
February 16, 2025देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में संस्कृत शिक्षा से जुड़े हुए 261 छात्र—छात्राओं को सम्मानित किया। उन्होंने संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान में 2024—25 हेतु 10 वीं और 12 वीं के कुल 24 मेधावी छात्र—छात्राओं को सम्मानित किया। इसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 5100, 4100 और 3100 रुपए की धनराशि दी गई।डॉ. भीमराव आंबेडकर अनुसूचित जाति—जनजाति संस्कृत छात्रवृत्ति योजना 2024—25 हेतु कुल 148 छात्र—छात्राओं को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार से मुख्यमंत्री ने गार्गी संस्कृत बालिका छात्रवृत्ति योजना 2024—25 के अंतर्गत कुल 89 छात्राओं को सम्मानित किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संस्कृत शिक्षा के छात्र—छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड सरकार संस्कृत के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी के माध्यम से संस्कृत विघालयों में अध्यनरत बालिकाओं के प्रोत्साहन हेतु प्रथम बार गार्गी संस्कृत बालिका छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत संस्कृत विघालय में अध्यनरत सभी वर्गों की बालिकाओं को 3012 रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।डॉ. भीमराव आंबेडकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत 3012 रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। संस्कृत शिक्षा के मेधावी छात्र—छात्राओं को प्रेरित करने के लिए संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान योजना संचालित की जा रही है। जिसके तहत हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में संस्कृत शिक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले तीन—तीन विघार्थियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर क्रमशः 5100, 4100 और 3100 रुपए की धनराशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 13 जनपदों में 13 संस्कृत ग्राम विकसित करने के लिए सरकार कार्य कर रही है। उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी, हरिद्वार के माध्यम से सरकार प्रतिवर्ष अखिल भारतीय शोध सम्मेलन, अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन, अखिल भारतीय वेद सम्मेलन, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, संस्कृत शिक्षा कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशाला, संस्कृत छात्र प्रतियोगिता आदि विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर देव भाषा संस्कृत के प्रचार—प्रसार हेतु निरंतर प्रयत्नशील है। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक सरिता कपूर, सचिव संस्कृत शिक्षा दीपक कुमार गैरोला, निदेशक संस्कृत शिक्षा आनंद भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
February 16, 2025कांग्रेस नेता बोलेः जनता के लिए लड़ते रहेंगेभाजपा का कहना, बेवजह की सियासत कर रहे हैं देहरादून। ऊर्जा विभाग तथा उत्तराखंड सरकार द्वारा तमाम तरह की आशंकाओं पर स्पष्टीकरण दिए जाने के बावजूद भी राज्य में लगाये जा रहे प्रीपेड बिजली मीटर पर सूबे की सियासत में हंगामा मचा हुआ है। ऊर्जा विभाग का कहना है कि यह प्रीपेड बिजली मीटर अकेले उत्तराखंड राज्य में नहीं लगाये जा रहे हैं यह एक केंद्र सरकार की योजना है लेकिन इसके बाद भी प्रीपेड मीटर पर विपक्षी दलों द्वारा विरोध किया जा रहा है।यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार और ऊर्जा विभाग के सचिव मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि अभी किसी को भी प्रीपेड मीटर को रिचार्ज नहीं कराना पड़ेगा। जो उपभोक्ता पुरानी व्यवस्था के तहत बिल देना चाहते हैं दे सकते हैं। उनका कहना है कि इससे गलत बिजली बिल आने की शिकायतें समाप्त हो जाएगी तथा इससे उपभोक्ताओं को कोई परेशानी नहीं होगी। यही नहीं प्रीपेड मीटर के विरोध को देखते हुए इसे पहले मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के घरो व कार्यालय में लगाने की बात भी कहीं जा रही है।कांग्रेस नेता इसे जनता के साथ धोखा बता रहे हैं। उनका साफ कहना है कि मंत्रियों और अधिकारियों को कौन सा बिल अपनी जेब से भरना पड़ता है। कांग्रेस का कहना है कि राज्य में अभी डिजिटल लिटरेसी का स्तर इतना नहीं बढ़ा है कि सब लोग इसकी बारिकियों को समझ सके। इसलिए यह व्यवस्था जनहित में नहीं तथा वह जनता के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे। उधर भाजपा नेता महेंद्र भटृ का कहना है कि कांग्रेस जनता में बेवजह का भ्रम फैला रही है। उन्होंने कांग्रेस पर बेवजह के मुद्दों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। राज्य में ढाई साल में प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य है लेकिन अब तक 15 लाख प्रीपेड मीटर ही लगाये जा सके हैं।