December 5, 2024अभी हाल ही में हुए केदारनाथ विधानसभा चुनाव के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत के बाद सूबे के भाजपा नेताओं का मनोबल जो इससे पूर्व हुए दो सीटों के उपचुनावों के नतीजो के बाद डावंाडोल सा दिख रहा था पुनः सातवें आसमान पर दिखाई दे रहा है। भाजपा के नेता मंगलौर और बद्रीनाथ की हार की हताशा को पीछे छोड़कर अब अभी से 2027 के विधानसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक लगाने का दावा कर रहे हैं। हालांकि अभी निकाय और पंचायतों के चुनाव इससे पहले होने वाले हैं। अभी केदारनाथ के चुनाव परिणाम के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने एक बयान में भाजपा के योगी, धामी और मोदी के धार्मिक और जातीय (हिंदुत्व) के नैरेशन को उत्तराखंडियतके नैरेशन से तोड़ने की बात कहते हुए कहा था कि अपनी इस बात को वह उत्तराखंड के लोगों को तो समझाने में सफल रहे हैं लेकिन उनकी पार्टी के लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है। उनके इस बयान को लेकर भाजपा नेताओं ने यह प्रचार शुरू कर दिया कि कांग्रेस 2027 के चुनावों में अभी से अपनी हार को स्वीकार कर चुकी है। अब इन भाजपा नेताओं द्वारा इससे भी आगे बढ़कर यह भी प्रचारित किया जा रहा है कि कांग्रेस के तीन बड़े नेता बहुत जल्द ही भाजपा में शामिल होने वाले हैं तथा कांग्रेस का वजूद उत्तराखंड में पूर्णतया समाप्त होने जा रहा है। भले ही भाजपा नेताओं द्वारा उन तीन नेताओं के नामों का खुलासा नहीं किया गया सही तथा कांग्रेस के नेता इसके जवाब में यह कह रहे हों कि भाजपा की राजनीति का तो आधार ही दूसरे दलों के नेताओं की तोड़फोड़ पर निर्भर है। उसके अपने बूते पर न सरकार बनाने की क्षमता है और न सरकार चलाने का कौशल। इन तमाम बातों से दो स्थितियां स्पष्ट है पहली स्थिति यह है कि भले ही कांग्रेस ने राज्य में हुए तीन उपचुनावों में आपसी मतभेदों के बीच भी एक जुट प्रदर्शन करते हुए दो सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल कर ली हो लेकिन कांग्रेस नेताओं के बीच अभी मतभेद और मनभेद अपने चरम पर हैं। और भाजपा इनका चुनावी लाभ उठाने में कोई कोर कसर नहीं रखना चाहती है। भाजपा नेताओं ने अभी से इसकी भूमिका बनानी शुरू कर दी है। दूसरी स्थिति यह है कि भाजपा का इतिहास रहा है कि वह कोई चुनाव अपने बूते जीतने की स्थिति में हो या न हो वह अपने विरोधी दलों में बड़ी से बड़ी सेंधमारी के जरिए उन्हें कमजोर करने के प्रयासों में कोई कमी नहीं रखती है। 2016 में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत वाली सरकार को धराशाही करने के वह प्रयास जब कांग्रेस के 10 बड़े नेता जिनमें मंत्री और पूर्व सीएम विजय बहुगुणा तक शामिल थे, से लेकर राजेंद्र भंडारी तक जो बद्रीनाथ उप चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी तक बने एक लंबी फेरहिस्त ऐसे नेताओं की है जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके हैं। भले ही अब वह स्वयं को असहज महसूस करते हो लेकिन भाजपा के इस दावे को बेबुनियाद नहीं कहा जा सकता कि कांग्रेस के कुछ नेता भाजपा के साथ जाने वाले हैं। कांग्रेस नेता रणजीत सिंह का तो ऐसे नेताओं के बारे में यहां तक कहना है कि जो कांग्रेस में रहकर भाजपा की मदद कर रहे हैं उनका तो कांग्रेस से चले जाना ही कांग्रेस के लिए हितकर है। कुल मिलाकर यह तय है कि 2027 के चुनाव से पूर्व भाजपा कांग्रेस के कुछ नेताओं को समाहित कर कांग्रेस को और कमजोर बनाने की पूरी तैयारी कर चुकी है। कांग्रेस छोड़कर कौन जाएगा और कौन नहीं यह तो समय ही बताएगा लेकिन भाजपा ने इस खेल में पूर्व सीएम हरीश रावत को चर्चाओं के केंद्र में जरूर ला दिया है।
December 5, 2024उधमसिंहनगर। सड़क दुर्घटना में आज सुबह ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आकर बाइक सवार दो सगे भाई गम्भीर रूप से घायल हो गये। जिन्हे अस्पताल पहुचाया गया जहंा चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया है। वहीं पुलिस ने दोनो शवों को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।सड़क दुर्घटना का यह मामला ऊधमसिंहनगर जिले के बाजपुर में मलेरिया रोड पर घटित हुआ है। जहां ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से बाइक सवार दो सगे भाईयों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि आज सुबह साढ़े छह बजे केलाखेड़ा के गांव गणेशपुर निवासी मोहम्मद इलियास (28) और उसका भाई फरीद अहमद (23) बाइक से बाजपुर के गांव सीता कालोनी जा रहे थे। तभी मलेरिया रोड पर वह ट्रैक्टर ट्राली ने की चपेट में आ गए। हादसे में दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से घायलों को उप जिला चिकित्सालय में भेजा। जहां डॉक्टर ने दोनों भाइयों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद चालक ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ कर भाग गया। घटना में बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई। घटना स्थल पर सड़क किनारे क्षतिग्रस्त हेलमेट भी पड़ा मिला है। जिससे प्रतीक होता है कि बाइक सवार ने हेलमेट लगा रखा था।
December 4, 2024100 करोड़ की लागत से ऋषिकेश में बनेगा राफ्टिंग बेस स्टेशन ऋषिकेश में पयर्टन गतिविधियां बढ़ने से आस पास के सम्पूर्ण क्षेत्र में बढेंगे रोजगार के अवसर देहरादून। केंद्र सरकार घारा पूंजीगत निवेश के लिए विशेष सहायता योजना के अंतर्गत ऋषिकेश में आधुनिक राफ्टिंग बेस स्टेशन स्वीकृत किए जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पयर्टन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार व्यत्तQ किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऋषिकेश राफ्टिंग के लिए प्रमुख डेस्टिनेशन के रूप में अपनी जगह बना चुका है। अब यहां 100 करोड़ की लागत से राफ्टिंग बेस स्टेशन तैयार किए जाने से, राफ्टिंग गतिविधियों के लिए आधारभूत सुविधाएं विकसित हो सकेंगी। इससे ऋषिकेश में राफ्टिंग गतिविधियां तेज होंगी, जिसका लाभ आस पास के क्षेत्र में पयर्टन गतिविधियां बढ़ने के रूप में मिलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस परियोजना के तहत राफ्टिंग केंद्रों पर शौचालय, कपड़े बदलने की सुविधा के साथ ही खानपान की सुविधा भी विकसित की जाएंगी। साथ ही तपोवन क्षेत्र में भीड़—भाड़ कम करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का भी निर्माण किया जाना है। इस परियोजना के माध्यम से लगभग 1500 लोगों को रोजगार मिलने का भी अनुमान है। योजना के लिए जमीन उपलब्ध कराने में राज्य सरकार पूरा सहयोग देगी। दो वर्ष की तय समय सीमा में इस कार्य को पूरा किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में उत्तराखंड के लिए विशेष स्थान है। यही कारण है कि केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उत्तराखंड को हर स्तर पर सहयोग मिल रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग, कर्णप्रयाग रेल लाइन से लेकर हमारे प्रमुख तीर्थ स्थलों पर हो रहे विकास कार्य इसके उदाहरण है। अब मोदी जी ने ऋषिकेश के लिए 100 करोड़ रुपए की विकास परियोजना को मंजूरी प्रदान कर, उत्तराखंड के लोगों को एक और उपहार दिया है। इसके लिए उत्तराखंडवासी उनके हमेशा आभारी रहेंगे।
December 4, 2024हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने जल जीवन मिशन कार्यव्रQम के अंतर्गत निर्मित जमालपुर कलां पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया।आज यहां मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत निर्मित जमालपुर कलां पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि योजनान्तर्गत गुणवत्तायुक्त पेयजल की आपूर्ति की जाये, पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पेयजल आपूर्ति एवं लाइन में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उसे तत्काल दूर करने के लिए टीम तैनात की जाये तथा टीम का सम्पर्क नम्बर भी सार्वजनिक किया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के सभी पम्प हाउस की पेयजल गुणवत्ता का तुलनात्मक चार्ट उपलब्ध कराया जाये। इन निर्मित पेयजल टैंकों से पानी की आपूर्ति के बारे में ग्राम वासियों तथा ग्राम प्रधान से जानकारी भी ली गयी, गांव वासियों और ग्राम प्रधान ने बताया कि कहीं कोई परेशानी नहीं है पाइपलाइन में भी कोई दिक्कत समस्या नहीं है अगर कहीं भी कोई लीकेज होती है ती उसको तुरंत ठीक कर दिया जाता है। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइप पेयजल योजना के डब्ल्यूटीपी, इंटेकवेल , सीडब्ल्यूआर, क्लियर वाटर राइजिंगमेन, वितरण प्रणाली, हाउस कनेक्शन और जमालपुर कला के पूर्ण ले—आउट आदि की समीक्षा की। मुख्य विकास अधिकारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि जो पुरानी योजनाएं हैं उसका रखरखाव और ऑपरेटर जल संस्थान देख रहा है और जो नई योजनाएं बनाई गई है उसको सम्बन्धित कार्यदायी संस्था देख रही है। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि योजनान्तर्गत अंशदान राशि वसूलने की कार्यवाही की जाये। अधिशासी अभियन्ता जल निगम ने बताया की 500 तथा 4500 किलो लीटर क्षमता के दो टैंक बनाये गये हैं जिनसे 5 हजार परिवारों को कवर किया गया है। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता सिविल राजेश कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियंता ईएनएम चारु अग्रवाल, एई भूपेंद्र सिंह फर्स्वाण, कांट्रेक्टर सौरभ गोयल, ग्राम प्रधान हरेंद्र सिंह, पीवीडीओ इंदु बाला, वार्ड मेंबर शाहनवाज शाह आदि उपस्थित थे।
December 4, 2024देहरादून। नशे के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सचिवालय कूच किया जहां पर पुलिस ने बैरकेडिंग लगाकर उनको रोक दिया। पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर पुलिस लाईन पहुंचाया।आज यहां पूरे प्रदेश से कांग्रेस कार्यकर्ता बडी संख्या में कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए। जहां से उन्होंने युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानू चिब के नेतृत्व में सचिवालय के लिए कूच किया। कांग्रेस कार्यकर्ता जैसे ही सेंट जोजेफ स्कूल के पास पहुंचे तो पुलिस ने बैरकेडिंग लगाकर उनको रोक दिया। वह वहीं धरने पर बैठ गये। उनका कहना था कि पहले उत्तराखण्ड देवभूमि कहलाता था पर्यटन के नाम से जाना जाता था आज भाजपा सरकार ने नौजवानों को नशे में झोंक दिया। पिछले सात साल से भाजपा सरकार की पहचान शराब कारोबार बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल से प्रदेश में पुलिस भर्ती नही हुई। आज भाजपा सरकार ने शराब के कारोबार को सबसे ऊपर के पायदान पर लाकर खडा कर दिया है। नौजवान नशे की गिरफ्त में आ गये हैं। आज रोजगार नौजवानों के सामने चुनौती बन गया है। सरकार नौजवानों के हाथों में काम नहीं दे रही बल्कि पूरे प्रदेश में नशे का कारोबार फैलता जा रहा हैं अकेले देहरादून में सौ से अधिक अंग्रेजी शराब के ठेके हैं। इसके साथ ही देसी शराब के ठेके अलग हैं। पहले देहरादून ओएनजीसी, एफआरआई, ओर्डिनेस फैक्ट्री जैसे संस्थानों के नाम से जाना जाता था लेकिन अब प्रदेश को नशे के कारोबार के नाम से जाना जाता है। यह काम नौजवानो को नशे की गिरफ्त में डालने वाली भाजपा सरकार का है। जिसके बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर पुलिस लाईन पहुंचाया।
December 4, 2024प्रतिनिधि मंडल ने की पंचायतीराज सचिव से वार्ता देहरादून। जिला पंचायत अध्यक्षों को पंचायतों का प्रशासक नियुक्त किये जाने का मामला अब सरकार के गले की फंास बनता जा रहा है। ब्लाक प्रमुख और प्रधान अब स्वंय को प्रशासक नियुक्त करने की मांग पर अड़े हुए है। ब्लाक प्रमुख और ग्राम प्रधानों के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज पचंायती राज विभाग के सचिव से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रखा जिस पर उन्हे उचित कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया गया है।उल्लेखनीय है कि ग्राम पचंायतो का कार्यकाल बीते 27 नवम्बर को समाप्त होने के बाद सरकार द्वारा 12 जिलों के पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक नियुक्त कर दिया गया था। सरकार के इस फैसले से आहत ब्लाक अध्यक्ष व ग्राम प्रधानों के एक प्रतिनिधि मंडल ने अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपने—अपने क्षेत्र का प्रशासक नियुक्त करने की मांग को लेकर कल मंगलवार को मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी। सीएम धामी ने ही उनसे पंचायती राज सचिव चन्द्रेश राज से मिलने को कहा था।ब्लाक प्रमुख संघ के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह के नेतृत्व में आज ब्लाक प्रमुख और ग्राम प्रधानों का एक प्रतिनिधि मंडल सचिव चन्द्रेश राज से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रखा और अपने आप को प्रशासक नियुक्त करने की मांग की। महेन्द्र सिंह का कहना है कि इस मुद्दे पर उनकी लम्बी और सकारात्मक वार्ता हुई है तथा इन बातों के दौरान पंचायती राज एक्ट पर भी चर्चा हुई है। उन्होने कहा कि बातचीत सकारात्मक माहौल मे हुई है। तथा उन्हे उम्मीद है कि जल्द ही उन्हे कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। उनके बयान का अर्थ है कि ब्लाक प्रमुखाें और ग्राम प्रधानों को भी उनके क्षेत्र का प्रशासक नियुक्त किया जा सकता है।यहंा यह भी उल्लेखनीय है कि जिला पचायत अध्यक्षों को प्रशासक नियुक्त किये जाने के बाद ब्लाक प्रमुख तथा ग्राम प्रधानो मेंं भारी नाराजगी है। तथा वह स्वंय को भी प्रशासक बनाने की मांग कर रहे है। जिसे लेकर घमासान मचा हुआ है। इस मुद्दे पर असमंजस में फंसी सरकार आगे क्या फैसला लेती है अलग बात है। लेकिन वह एक भूल सुुधार के लिए क्या एक और गलत फैसला करने जा रही है। क्योकि विपक्ष इसे लेकर पहले ही विरोध कर रहा है।