विस मानसून सत्र में पहले दिन दिवंगत सदस्यों को दी श्रद्धांजलि

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देहरादून। उत्तराखण्ड विधासनसभा भवन में आहूत मानसून सत्र के पहले दिन सदन ने स्व. कल्याण सिंह, डॉ इंदिरा हृदयेश, बची सिंह रावत, नरेंद्र सिंह, भण्डारी अम्बरीश कुमार, गोपाल रावत व श्रीचन्द को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
आज सुबह 11 बजे विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होने पर सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने सभी दिवंगत नेताओं के कार्यों को याद करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस दौरान नेता सदन व सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने इन सभी नेताओं की कार्यश्ौली से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा कि इंदिरा हृदयेश का संसदीय अनुभव व वाकपटुता हम सभी के लिए एक मिसाल रही। सीएम धामी ने कहा कि अक्सर पद व रसूख मिलने के बाद नेताओं के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है लेकिन इंदिरा जी के व्यवहार में कभी कोई बदलाव नहीं दिखा। अपने संस्मरण सुनाते हुए सीएम ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भी स्व. इंदिरा ने हम सभी को पूरा सम्मान दिया। कहती थीं कि धामी तुम सरकार के पुतले जलाते हो और काम भी करवाते हो। इंदिरा नये विधायकों को सिखाती भी थी। उन्हें विधायी कार्यों व नियमों की जबरदस्त जानकारी थी।
सीएम धामी ने मार्च 21 में गैरसैंण हुए सत्र की यादें भी सदन से साझा की। उन्होंने कहा कि एक बार भूख लगने पर वह विधायक यतीश्वरानंद के साथ उनके कक्ष में गए थे। सुबह से कुछ नहीं खाया था। इंदिरा जी ने अपने हाथों से ब्रेड व बिस्कुट परोस कर उन्हें खिलाया। उनके जाने से एक खालीपन महसूस हो रहा है। सीएम धामी ने कहा कि उत्तरप्रदेश के सीएम रहे कल्याण सिंह ने हमेशा अपने पद व गरिमा के अनुसार व्यवहार किया। छात्र जीवन से ही कल्याण सिंह जी से मिलने का अवसर मिलता रहा। राम मंदिर निर्माण के लिए उनकी की गई कोशिशों के बाद ही आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो पाया है। सीएम धामी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे बच्ची सिंह रावत को सरल व्यक्तित्व करार दिया। सभी दल उनका विशेष सम्मान करते थे। वे राजनीति के अजात शत्रु थे।
पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी हमेशा समाज कल्याण में जुटे रहे। यूपी विधानसभा के सदस्य रहे नरेंद्र सिंह भंडारी ने बतौर विधायक उत्तर प्रदेश व उत्त्तराखण्ड में विशेष छाप छोड़ी। सीएम ने कहा कि गंगोत्री से विधायक रहे गोपाल रावत उन्हें छोटे भाई की तरह स्नेह देते थे। 90 के दशक में गोपाल रावत ने छात्र संघ में दमदार मौजूदगी दर्ज कराई। 94 के उत्त्तराखण्ड आंदोलन में जेल भी गए।स्वर्गीय अम्बरीश कुमार ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक का खिताब हासिल किया। अम्बरीश जी ने सभी वर्गों की समस्या के लिए संघर्ष किया। और अपने इलाके के लिए कई विकास कार्य किये।
सीएम धामी ने उत्तर प्रदेश में मंत्री रहे श्रीचन्द के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि राजनीति में ईमानदारी व सादगी की मिसाल थे। बहुत ही सादगी से जीवन व्यतीत किया।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सभी दिवंगत नेताओं के राज्य के विकास में कार्यों को गिनाते हुए श्रद्धांजलि दी। सत्र के पहले दिन सदन में मौजूद मंत्री व विधायकों ने अपने संस्मरण सुनाते हुए दिवंगत नेताओं के कार्यों को याद करते हुए श्रद्धांसुमन अर्पित किए।

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