June 14, 2025भूमाफिया का जंगल में कब्जे का मामला डीएफओ, रेंजर व फारेस्टर को सस्पेंड करने की मांग देहरादून। राजधानी देहरादून में भूमाफियाओं के हौंसले कितने बुलंद हो चुके है इसकी बानगी नालापानी क्षेत्र के जंगल में सामने आयी है। यहंा भूमाफिया द्वारा जगंल के बीचोबीच निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया हालांकि मामले की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग व पुलिस की मौजूदगी में अवैध रूप से हुए इस कब्जे को हटा दिया गया। ग्रामीणों की मांग है कि क्षेत्र के डीएफओ, रेंजर व फारेस्ट गार्ड की मांमले में मिली भगत है इसलिए उनको संस्पेड किया जाये बता दें कि नालापानी क्षेत्र के खंलगा मार्ग पर हल्दूआम के पास जंगल में 40 बीघा जमीन पर भूमाफिया द्वारा कैंप लगाने की तैयारी शुरू कर दी गयी थी। जबकि मामले में वन विभाग बेखबर था। मामले की जानकारी जब ग्रामीणो को हुई तो उन्होने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उसने कोई कार्यवाही नहीं की। इस बात से गुस्साये ग्रामीण आज सुबह एकत्र हुए और उन्होने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कब्जे वाली जगह पर धावा बोल दिया। मामले की जानकारी मिलने पर वन विभाग और पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और उन्होने ग्रामीणों को समझाया। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनते हुए सारे अवैध अतिक्रमण को धराशाही कर के ही दम लिया। मामले में जब रायपुर पुलिस से जानकारी ली गयी तो पुलिस का कहना था कि अभी किसी की तरफ से कोई शिकायत नही ं की गयी है शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जायेगी। वहीं ग्रामीणो का कहना है कि इस मामले में वन विभाग के लोगों की मिली भगत है इसलिए डीएफओ, रेंजर व फारेस्टर को संस्पेड किया जाये।
June 14, 2025देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत—तिब्बत सीमा पुलिस बल के हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान—2025 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से भारत—तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान—2025 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में दिवंगत हुए सभी यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। विमान दुर्घटना में दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आईटीबीपी के वीर जवानों, अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह अभियान न केवल साहस और संकल्प का प्रतीक है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों की सामरिक सुरक्षा और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी का 45 सदस्यीय दल इस अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड से हिमाचल प्रदेश होते हुए लद्दाख तक लगभग 1032 किलोमीटर की कठिन यात्रा करेगा। यह अभियान न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों की निगरानी सुनिश्चित करेगा, बल्कि धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की पहचान तथा स्थानीय परंपराओं को प्रोत्साहित करने में भी सहायक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि वीरभूमि उत्तराखंड से बड़ी संख्या में सेना और अर्धसैनिक बलों में सेवा करने वाले वीर जवान देश की रक्षा में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत—तिब्बत सीमा पुलिस बल, वर्ष 1962 से लगातार देश की सीमाओं की रक्षा के साथ—साथ आपदाओं के समय भी राहत व बचाव कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों के सशक्तिकरण के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि ट्टऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत ने एक बार फिर साबित किया कि देश की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख किया गया है, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को दी जाने वाली धनराशि में वृद्धि की गई है, और बलिदानियों के आश्रितों को सरकारी नौकरी में समायोजन की अवधि को दो वर्ष से बढ़ाकर पाँच वर्ष कर दिया गया है। वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों को सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा, संपत्ति की खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट, और बेटियों के विवाह हेतु विशेष अनुदान जैसी योजनाएँ भी चलाई जा रही हैं। आईजी आईडीबीपी श्री संजय गुंज्याल ने कहा कि हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान के तहत आईटीबीपी का दल कुल 1032 किमी की दूरी तय करेगी। इसमें दल 27 घाटियों और 27 दर्रों को पार करेगा। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ ही वाइब्रेंट विलेज क्षेत्रों में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेकिंग रूट में कुल 84 वाइब्रेंट विलेज आयेंगे। इस दौरान अभियान दल द्वारा स्थानीय लोगों को 3.5 लाख फलदार पौधे भी वितरित किए जाएंगे। इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव गृह श्ौलेश बगौली, डीजीपी दीपम सेठ, आईजी आईटीबीपी गिरीश चन्द्र उपाध्याय एवं आईटीबीपी के जवान मौजूद थे।
June 14, 2025वह जमाने अब लद चुके हैं जब किसी सरकारी ओहदे पर अधिकारी और मंत्री सरकारी संसाधनों का उपयोग सिर्फ सरकारी काम काज के लिए ही करते थे और किसी भी घटना दुर्घटना की जिम्मेवारी स्वयं लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया करते थे। जैसे सन 1956 में तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दे दिया था। उनके कार्यकाल में पहली बड़ी रेल दुर्घटना महमूद नगर में हुई जिसमें 112 लोगों की जान चली गई थी तब लाल बहादुर शास्त्री ने इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। तब जवाहरलाल नेहरू ने उनका यह इस्तीफा यह कहते हुए मंजूर कर लिया गया था कि पद पर बैठे लोगों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास होना तो जरूरी है ही साथ ही हमें इसकी नजीर भी पेश करनी होगी इसलिए उनका इस्तीफा स्वीकार है। लेकिन शायद अब अपनी नैतिक जिम्मेदारी और ईमानदारी का एहसास हमारे किसी नेता अथवा अधिकारी को नहीं रहा है। यही कारण है कि आज राजनीति और ब्यूरोक्रेसी से नैतिकता और जिम्मेवारी जैसे शब्दों का लोप हो चुका है। बीते दो दिन पूर्व अहमदाबाद में हुए एक बड़े हादसे में लगभग ढाई सौ लोगों की मौत हो गई तथा 50 के आसपास लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। नेताओं द्वारा डिजिटल के इस युग में एक्स पर शोक संवेदना जताने वालों की बाढ़ आई हुई है। ऐसा लगता है कि यह सब घड़ियाली आंसू ही बहा रहे हैं या फिर इसलिए शोक संवेदनाएं दे रहे हैं कि कल कोई उनसे यह न कहे कि उन्हें मरने वालों से कुछ लेना—देना नहीं है उन्होंने दो शब्द संवेदना के भी नहीं कहे। इस घटना को लेकर बीते कल विपक्षी दलों के नेताओं के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं जो प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री और उड्डयन मंत्री से इस्तीफा मांग रहे हैं। भले ही इस्तीफे की मांग करने वाले यह नेता भी अपनी राजनीति चमकाने के लिए ही जिम्मेदार पदों पर बैठे इन जिम्मेवार लोगों से इस्तीफे की मांग कर रहे हों लेकिन अहम सवाल यह है कि देश भर में होने वाली तमाम हृदय विदारक घटनाओं पर देशवासियों का खून खौले या उन्हें गुस्सा आए हमारे नेताओं और अधिकारियों को कुछ क्यों नहीं होता है। क्या उसके चाल चरित्र और जीवन से नैतिकता जैसी चीज बिल्कुल समाप्त हो चुकी है? अभी पहलगाम में जो आतंकी हमला हुआ तथा इससे पूर्व पुलवामा में जो कुछ भी हुआ था वह कितना दुखद था इसका एहसास एक आदमी को हिला कर रख देता है लेकिन सत्ता में बैठे लोगों को इसका रत्ती भर फर्क नहीं पड़ा अगर पड़ा होता तो सिंदूर पर सियासत नहीं हो रही होती। देश का एक राज्य मणिपुर जहां से मानवता को शर्मसार करने वाली तमाम तस्वीरें आई लेकिन किसी को भी इन्हें देखकर शर्म नहीं आई। अगर आई होती तो किसी न किसी ने तो उसकी नैतिक जिम्मेदारी ली होती और अपने पद से इस्तीफा देने का साहस दिखाया होता। यह घटनाएं तो महज एक बानगी भर है आये दिन देश के किसी भी हिस्से से ऐसी घटना दुर्घटनाओं की खबरें आती रहती हैं। लेकिन देश में जो कुछ चल रहा है या हो रहा है उसे लेकर किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। आज जो हुआ कल भुला दिया जाता है और यूं ही देश रामभरोंसे चलाया जा रहा है और चलता रहेगा।
June 14, 2025हरिद्वार। हरिद्वार के गंगा किनारे बसे एक गांव में मगरमच्छ ने ग्रामीण पर हमला कर दिया। गम्भीर रूप से घायल ग्रामीण को अस्पताल पहुंचाया गया। जहंा से उसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रैफर कर दिया गया है।जानकारी के अनुसार लक्सर तहसील क्षेत्र के डूंगरपुर गांव निवासी ईश्वर चंद और जोगिंद्र ने बताया कि उनके गांव में रहने वाले सुरेश का घर तालाब के पास स्थित है। आज सुबह वो किसी काम से तालाब के पास पहुंचे। तभी तालाब से निकले एक मगरमच्छ ने उन पर हमला कर दिया। मगरमच्छ ने सुरेश का हाथ अपने जबड़े में दबा लिया। लेकिन हिम्मत करके जैसे तैसे सुरेश ने मगरमच्छ से हाथ छुड़ाया। चीख पुकार सुनकर अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे तो मगरमच्छ फिर से तालाब में भाग गया। मगरमच्छ के हमले में ग्रामीण के हाथ की खाल तक उतर गई और नसें तक कट गई हैं। इसके बाद एम्बुलेंस बुलाकर उन्हें इलाज के हरिद्वार के जिला अस्पताल भेजा गया।ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में भी उनके गांव में कई मगरमच्छ पकड़े जा चुके हैं। इस बार भी तालाब में मगरमच्छ इकट्ठा हो गए हैं। लिहाजा वो प्रशासन से मांग करते हैं कि तालाब कि सफाई कराई जाए और मगरमच्छ को पकड़कर कहीं दूर छोड़ा जाए। रेंज अधिकारी श्ौलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि मगरमच्छ के हमले की सूचना मिलते ही टीम मौके पर भेजी गई है। जल्द ही मगरमच्छ को पकड़कर कहीं दूर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा।
June 13, 2025दुर्घटना स्थल का किया दौरा, जांच के दिये निर्देश जिंदा बचे एकमात्र यात्री रमेश से भी मिले मोदी एयर इंडिया भी देगी एक—एक करोड़ मुआवजा विमान का ब्लैक बॉक्स वह अन्य सामान बरामद नई दिल्ली/अहमदाबाद। अहमदाबाद विमान हादसे के दूसरे दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया वहीं इस हादसे में घायल हुए लोगों का हाल—चाल भी जाना। प्रधानमंत्री ने इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने के आदेश भी दिए हैं।बीते कल दोपहर को हुए इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के समय यह विमान मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों के छात्रावास की बिल्डिंग में जाकर घुस गया था जिससे कई छात्र और अन्य लोगों की भी मौत हो गई थी हादसे के साथ लगी आग के कारण सभी यात्री बुरी तरह से जल गए थे जिनकी पहचान किया जाना संभव नहीं था। इसलिए मृतकों के परिजनों के डीएनए से मिलान कर उनकी पहचान करने की प्रक्रिया चल रही है। अब तक 200 से अधिक लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं। तथा सभी मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। डीएनए मिलान के बाद ही परिजनों को शव सौंपने की व्यवस्था की गई है तथा मृतकों की सूची भी जारी करने की बात कही जा रही है। इस हादसे में कुल 265 लोगों के मरने की पुष्टि अब तक प्रशासन द्वारा की गई है। जिसमें 241 यात्री है तथा कुछ मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र—छात्राएं हैं। बीते कल दुर्घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने घटनास्थल का दौरा किया था तथा स्थिति का जायजा लिया था। इसके बाद आज अहमदाबाद पहुंचे प्रधानमंत्री ने दुर्घटना स्थल का दौरा कर हादसे के बारे में पूरी जानकारी ली गई। इस हादसे का शिकार होने वालों में एकमात्र जीवित बचे यात्री रमेश विश्वास से भी पीएम ने मुलाकात की साथ ही हादसे की पूरी जानकारी ली। तथा सिविल अस्पताल का दौरा कर यहां भर्ती 20—30 अन्य घायलों जिनका यहां इलाज चल रहा है, से भी पीएम ने हाल—चाल जाना।इस हादसे का शिकार हुए लोगों को टाटा ग्रुप द्वारा एक—एक करोड़ की आर्थिक सहायता देने की घोषणा कल ही कर दी गई थी वहीं आज एयर इंडिया द्वारा भी पीड़ित परिवारों को एक—एक करोड़ की सहायता देने की घोषणा की गई है। जांच टीम को घटनास्थल से विमान का ब्लैक बॉक्स भी बरामद हो गया है तथा अन्य साक्ष्य भी जुटाए गए हैं। जांच टीम को एक भागवत गीता की प्रति भी दुर्घटना स्थल से मिली है। प्रधानमंत्री ने घायलों के उचित इलाज की व्यवस्था तथा मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
June 13, 2025लैपटॉप, मोबाइल, फर्जी बैंक खाते व सिम सहित कई सामान बरामद देहरादून। अंतर्राज्जीय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एसटीएफ व साइबर थाना कुमाऊ द्वारा सयुंक्त कार्यवाही कर 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से 6 लैपटॉप, 23 मोबाईल, 17 सिम कार्ड, 9 बैक खातो का विवरण मय बार कोड स्कैनर, वाईफाई डिवाईस, एटीएम, चैकबुक आदि बरामद किये गये है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंंह ने बताया कि जनपद नैनातील के काठगोदाम थाना क्षेत्रान्तर्गत साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाँयू परिक्षेत्र को साईबर ठगी से जुडे एक बडे अंतरराज्यीय गिरोह की मौजूदगी का पता चला। ग्राम बासुली अमृतपुर थानाक्षेत्र काठगोदाम जनपद नैनीताल में विक्की जोशी के निर्माणधीन होमस्टे के बाहरी दो कमरो में स्थानीय क्षेत्र के युवको द्वारा लैपटॉप व मोबाईल के माध्यम से साईबर धोखाधडी की जा रही है उनके कनेक्शन अन्य साईबर अपराधियो से है जो इंटरनेट का इस्तेमाल कर व्हटसअप तथा टेलीग्राम गुप्रो के माध्यम से विभिन्न लोगो के नाम पर खुलवाये गये बैक अंकाउट इन लडको को उपलब्ध कराते है तथा इनके द्वारा इन बैक एकाउटो में भारतवर्ष के अलग—अलग स्थानो से साईबर धोखाधडी के शिकार हुए लोगो का धन मँगाकर उसे स्थानान्तरित किया जाता है। सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसटीएफ कुमाँयू यूनिट तथा साईबर थाना कुमाँयू परिक्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से तकनीकी व मैनुअली रूप से जानकारी जुटाई गई । सटीक जानकारी मिलने पर ज्ञात हुआ कि साईबर अपराधियो द्वारा आबादी से दूर सुनसान जगह पर किराये पर रहकर आधुनिक उपकरणो की साहयता से देशभर में साईबर धोखाधडी की घटनाओ को अंजाम दिया जा रहा है। जिस पर एसटीएफ, थाना साइबर क्राइम व थाना काठगोदाम पुलिस द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए बताये गये स्थान पर दबिश दी गयी। जहा साईबर अपराधियो द्वारा 1 बंद कमरे मे लैपटॉप, मोबाईल व बैक खातो, ओटीपी के माध्यम से लोगो के साथ साईबर धोखाधडी की जा रही थी। पूछताछ में उन्होने अपना नाम जतिन पाण्डे पुत्र माधवानन्द पाण्डे निवासी ग्राम अमृतपुर नियर महर्षि स्कूल पोस्ट आफिस अमृतपुर थाना भीमताल जनपद नैनीताल, कमल किशोर पुत्र खीमराज निवासी ग्राम जाडापानी पोस्ट धानाचूली थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल, हर्ष बोरा पुत्र ललित मोहन सिंह बोरा निवासी ग्राम किशनपुर रैकवाल गोलापार थाना काठगोदाम जनपद नैनीताल, कौशल किशोर उर्फ आशीष ठाकुर पुत्र रावेन्द्र प्रताप सिंह निवासी ग्राम बराहीमपुर पोस्ट निजामपुर थाना सोरीक जिला कन्नौज उत्तर प्रदेश, प्रेम कुमार पुत्र दिनेश कुमार निवासी धौलाखेडा डीआरडीओ रोड नियर शिव मन्दिर गोरापडाव कोतवाली हल्द्वानी जनपद नैनीताल मूल निवासी ग्राम वर्मा नगर पोस्ट भीकमपुर थाना सिकन्दराबाद जिला खीरी उत्तर प्रदेश व करन केवट पुत्र रामनिवास केवट निवासी धौलाखेडा डीआरडीओ रोड नियर शिव मन्दिर गोरापडाव कोतवाली हल्द्वानी जनपद नैनीताल बताया।