सिलक्यारा सुरंग में बचाव कार्य फिर शुरू

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केंद्रीय मंत्री ने मजदूरों को सुरक्षित निकालने का भरोसा दिया

  • हाई पावर आगर मशीन से ड्रिलिंग शुरू
  • दो—तीन दिन का समय लग सकता है ऑपरेशन में

उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग हादसे के पांचवें दिन एक बार फिर रेस्क्यू कार्य शुरू होने से 100 घंटे से भी अधिक समय से फंसे 40 श्रमिकों का जीवन बचा पाने की संभावनाएं बलवती हो चली है। बीते 4 दिनों के प्रयास नाकाम रहने से जो आशंकाओं के बादल घिरे हुए थे वह अब छटंते दिख रहे हैं।
सेना के विमान से लाई गई हाई पावर ड्रिलिंग आगर मशीन ने आज सुबह 11 बजे से काम शुरू कर दिया है। अत्याधुनिक तकनीक वाली यह अमेरिकन मशीन 1 घंटे में 5 फीटर पाइप ड्रिल कर सकती है लेकिन नया पाइप जोड़ने में भी एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। इसलिए इस रेस्क्यू कार्य को पूरा होने में अभी अगर कोई बाधा नहीं आती है तो कम से कम 2 दिन का समय लग सकता है। हालांकि प्रारंभिक दौर में कल सुबह तक ही रेस्क्यू पूरा होने की बात कही जा रही थी।
इस बीच एक नई जानकारी यह भी सामने आई है की सुरंग में भारी मलवे में साइड पर काम करने वाली दो मशीनें भी दबी हुई हैं अगर यह मशीने ड्रिलिंग किये जा रही जगह के सामने आती है तो इस काम में और भी अधिक समय लग सकता है हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि मजदूरों से इन दबी हुई मशीनों की साइड की जानकारी लेने के बाद दूसरी साइड से ड्रिलिंग का काम शुरू किया गया है। जो समाचार लिखे जाने तक सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ रहा है तथा 5—6 मीटर पाइप को ड्रिल किया जा चुका था।
इस बीच आज केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी हादसा स्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने राहत व बचाव कार्य में लगे विशेषज्ञों से घटना और राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने सुरंग में फंसे श्रमिकों से भी वार्ता की और उनका हौसला बढ़ाया। बाद में उन्होंने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिशें की जा रही है। देश—विदेश की अति आधुनिक तकनीक तथा विशेषज्ञों की राय से बचाव व राहत कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे व माइनिंग से लेकर विदेश के विशेषज्ञों से राय के आधार पर काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री से लेकर सड़क एवं परिवहन मंत्री तक इस काम में जुटे हुए हैं। कितना समय लग सकता है इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2 से 3 दिन में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की है। मैंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि वह घबराएं नहीं हम उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लेंगे। केंद्र सरकार सभी कोशिशें कर रही है उनके साथ पूरा देश खड़ा है।

राहत व बचाव कार्य में लापरवाही पर कांग्रेस ने जताई नाराजगी

  • हादसा सरकार और निर्माणाधीन कंपनी की घोर लापरवाही का नतीजाः नैथाानी
    देहरादून। सिलक्यारा सुरंग हादसे को 5 दिन का समय बीत जाने और बचाव राहत कार्य में कोई प्रगति न होने पर कांग्रेस नेता मंत्री प्रसाद नैथानी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोग मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं अब तक जिस तरह से बचाव व राहत कार्य किया गया है वह कतई भी संतोषजनक नहीं है।
    उन्होंने कहा कि यह हादसा सरकार और निर्माणाधीन कंपनी की घोर लापरवाही का नतीजा है। सुरंग के निर्माण कार्य में ह्यूम पाइपों को क्यों निकाला गया। उन्होंने कहा कि अगर यह ह्यूम पाइप नहीं निकाले गए होते तो इन मजदूरों की जान खतरे में नहीं पड़ती। उन्होंने आरोप लगाया कि है हादसा पैसे बचाने के चक्कर में हुआ है। नैथानी ने कहा कि निर्माण कार्य में अगर गुणवत्ता को बनाएं रखा गया होता तो इस तरह से सुरंग का बड़ा हिस्सा नहीं ढह सकता था। उन्होंने कहा कि सुरंग निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
    उन्होंने कहा कि इतना बड़ा हादसा होने के बाद जिस तरह बचाव व राहत कार्य चलाया गया जिसका कोई नतीजा नहीं निकल सका, उससे यह साफ है कि सरकार इन मजदूरों की जान को लेकर कितनी गंभीर है। उन्होंने इस हादसे की जांच की मांग करते हुए कहा कि इस दुर्घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

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