नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय द्वारा ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की लोकसभा सदस्यता सोमवार को बहाल कर दी गई। मार्च 2023 को उन्हें निचले सदन से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। लोकसभा सचिवालय की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। लोकसभा सचिवालय के इस कदम से कांग्रेस नेता उत्साहित हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने पर विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं ने एक-दूजे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने की अधिसूचना भी जारी हो गई है। संसद सदस्यता खत्म होने के बाद राहुल गांधी संसद पहुंचे। संसद भवन गेट पर राहुल गांधी का स्वागत करने कांग्रेस के साथ-साथ विपक्ष के कई सांसद मौजूद रहें। जिनमें शिवसेना के संजय राउत, झारखंड मुक्ति मोर्चा के महुआ माजी, सपा के रामगोपाल यादव , आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता, एनसीपी के मोहम्मद फैज़ल और नेशनल कांफ्रेंस समेत कई दल के नेता मौजूद थे। भारतीय गठबंधन के विपक्षी नेताओं ने लोकसभा सांसद के रूप में राहुल गांधी की बहाली की सराहना करते हुए इसे “सच्चाई की जीत” बताया। सोमवार को जैसे ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हुई, यहां एआईसीसी मुख्यालय में जश्न शुरू हो गया और कार्यकर्ता नाचने लगे और राहुल गांधी के पक्ष में नारे लगाने लगे। लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी कर घोषणा की कि उनकी अयोग्यता रद्द कर दी गई है और उनकी सदस्यता बहाल कर दी गई है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा, सच्चाई की जीत हुई है और झूठ की हार हुई है। भारत जीत गया है, हमारे शेर राहुल गांधी जीत गए हैं, मोदी जी, आपकी हार शुरू हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, “बेहद राहत के साथ, मैं राहुल गांधी की बहाली की आधिकारिक घोषणा का स्वागत करता हूं। वह अब भारत के लोगों और वायनाड में अपने मतदाताओं की सेवा करने के लिए लोकसभा में अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू कर सकते हैं। यह लोकतंत्र और न्याय की जीत है!