नई दिल्ली । झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि सीएम हेमंत सोरेन अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। गवर्नर से मिलने के लिए उन्होंने समय मांगा था। लेकिन राजभवन से समय नहीं मिला। सोरेन के कार्यकाल के दौरान उनके नाम से रांची में खनन पट्टा आवंटित करने के मामले में उनकी विधानसभा सदस्यता को लेकर निर्वाचन आयोग की राय बंद लिफाफे में झारखंड के राजभवन गुरुवार को पहुंच गई। अब राज्यपाल रमेश बैस के फैसले का इंतजार है। राजभवन से इस सिलसिले में कोई निर्देश जल्द ही आने की संभावना है। बता दें कि झामुमो के विधायक इस समय रायपुर में हैं। अटकलों के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को दावा किया था कि शैतानी ताकतें उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे। बीजेपी पर जमकर हमला करते हुए हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि बीजेपी वाले पिछले पांच महीने से मुझे सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे खिलाफ हर तरह के हथियार चला रहे हैं, ये मेरी गर्दन पर आरी तक चलाने का प्रयास किए, लेकिन हर औजार ही टूट जा रहा है।