क्षेत्र विशेष में जनसंख्या बढ़ने के कारणों का पता करेगी सरकार
बाहर से आकर बसे लोगों का बायोडाटा किया जायेगा तैयार
देहरादून। उत्तराखंड सरकार नये जनसंख्या कानून पर काम कर रही है। जिन क्षेत्रों में जनसंख्या में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हो रही है तथा जिस क्षेत्र से पलायन हो रहा है उसके कारणों का पता लगाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि राज्य के कुछ हिस्सों में बाहरी लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर जमीनों की खरीद—फरोख्त किए जाने और गैरकानूनी तरीके से राज्य का वोटर बनने व अन्य कागजात जुटाने की सूचना सरकार को मिली थी जिस पर सरकार ने गंभीरता से काम करते हुए नया कानून और नई जनसंख्या नीति बनाने का काम शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि अलग—अलग विभागों से इस संबंध में जानकारियां हासिल करने को कहा गया है तथा सरकार उत्तर प्रदेश की जनसंख्या नीति का भी अध्ययन कर रही है। यही नहीं सरकार द्वारा हिमाचल की तरह राज्य में सख्त भू कानून पर काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि जिन क्षेत्रों में बीते कुछ सालों में जनसंख्या तेजी से बढ़ी है उसका क्या कारण है? तथा बाहर से आने वाले लोग कौन हैं उनके बारे में विस्तृत जानकारियां जुटाई जा रही है। उनके द्वारा जमीनों की खरीद—फरोख्त किए जाने और उनके व्यवसाय आदि के बारे में जानकारियां हासिल की जाएगी।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि नैनीताल व उधमसिंह नगर, काशीपुर तथा तराई क्षेत्र में बड़े स्तर पर बाहर से आकर लोगों के बसने की खबरें हैं जो लोगों की संपत्तियों व जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं या औने पौने दामों में खरीद रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यह मुद्दा सबसे पहले भाजपा नेता अजय कुमार द्वारा मुख्य मंत्री को पत्र लिखकर उठाया गया था जिसमें एक संप्रदाय विशेष द्वारा कुछ जमीनों पर कब्जा व धार्मिक स्थलों के निर्माण की बात उठाते हुए राज्य में सांप्रदायिक ताकतों के सक्रिय होने की आशंका जताई गई थी जो राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिशें हो सकती है। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने सभी जिलों के अधिकारियों को इस बाबत जानकारियां जुटाने के निर्देश दिए गए थे।