देहरादून। ढैंचा बीज घोटाले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र पर तीखी बयानबाजी करने का मामला डा. हरक सिंह पर भारी पड़ सकता है। भाजपा संगठन ने इसे अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए साफ कर दिया है कि भाजपा में रहकर कोई नेता इस तरह की बयानबाजी नहीं कर सकता है। प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में आज डॉ हरक सिंह से जवाब तलब किया है।
उल्लेखनीय है कि अभी 2 दिन पूर्व ढैंचा बीज घोटाले के मामले में डॉ हरक सिंह ने कहा था कि हरीश रावत इस मामले में त्रिवेंद्र सिंह को जेल भिजवाने की तैयारी कर चुके थे उन्होंने अगर नहीं बचाया होता तो वह जेल चले जाते तथा मुख्यमंत्री भी नहीं बन पाते। भले ही डॉ हरक सिंह के लिए उनका यह बयान मामूली बात रहा हो लेकिन अब इसे लेकर भाजपा में हंगामा खड़ा हो गया है।
चुनावी दौर में पार्टी के किसी भी नेता द्वारा अपनी ही पार्टी के किसी नेता के खिलाफ इस तरह की बयान बाजी जो उसकी और पार्टी की बखिया उधेड़ने वाली हो भला कैसे बर्दाश्त की जा सकती है। यही कारण है कि आज हरक सिंह से इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष को सवाल जवाब करने पड़े। जानकारी के अनुसार काबीना मंत्री डॉ हरक सिंह आज सुबह मंत्री धनसिंह रावत के आवास पर पहुंचे जहां दोनों नेताओं के बीच लगभग 1 घंटे मंत्रणा हुई। हालांकि धन सिंह रावत के साथ भी डा. हरक सिंह की बहुत ज्यादा नहीं बनती है लेकिन सब वक्त के साथ चलता रहता है। यहां से दोनों नेता एक ही गाड़ी से भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से मिले। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीनों नेताओं के बीच लंबी वार्ता हुई इस वार्ता में अजय कुमार भी मौजूद रहे। समझा जा रहा है कि मदन कौशिक द्वारा उनसे यही पूछा गया है कि उन्हें ऐसे बयान देने की क्या जरूरत पड़ी या उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया जिसके कारण विपक्ष को हमला करने का मौका मिला। देखना यह है कि पार्टी डॉ हरक सिंह के खिलाफ क्या आगे कोई कार्रवाई करेगी या नहीं लेकिन पार्टी के बड़े नेता इससे नाराज जरूर है।