रेल गाड़ियों के रूट डायवर्ट, बसों के प्रवेश पर भी लगाई रोक
- 8 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान
- प्रशासन की अपील संयम बरतें श्रद्धालु
- जगह—जगह बैरेकेटिंग कर रोकने के प्रयास
अयोध्या। बीते कल राम मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज पहले ही दिन रामलला के दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने से सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई। आस्था का सैलाब संभालना पुलिस प्रशासन को इतना भारी पड़ गया कि अंततः अयोध्या की सीमाओं को सील करना पड़ा और ट्रेनों के भी रूट डायवर्ट करने पड़े। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वह संयम बरते और अयोध्या जाने वालों से थोड़ा इंतजार करने को कहा गया है।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले ही दिन रामलला के दर्शनों की अभिलाषा लेकर देशभर से राम भक्त कई दिन पहले से ही यहां डेरा डाले हुए थे। अयोध्या में रहने की व्यवस्था न हो पाने पर यह श्रद्धालु आसपास के शहरों व कस्बों में जमा थे। आज सुबह 3 बजे से दर्शनों के लिए लंबी—लंबी कतारे लगना शुरू हो गई थी लेकिन 9 बजते—बजते हालात इस कदर बेकाबू हो गये कि अयोध्या की सड़कों और मंदिर परिसर में पैर रखने की जगह नहीं बची। प्रशासन ने पहले बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नगर क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई और जगह—जगह एंट्री प्वाइंटों पर बैरिकेटिंग कर रोकने के प्रयास किए गए लेकिन उमड़ती भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दिए और आगे बढ़ गए। उधर मंदिर परिसर में इतनी भीड़ का दबाव बढ़ गया कि दर्शनों के लिए लाइनों में लगने के लिए जो रेलिंग लगाई गई थी वह भी तोड़ डाली गई। श्रद्धालुओं की जिद थी कि वह दर्शन करने आए हैं और दर्शन करके ही लौटेंगे।
श्रद्धालुआें के बढ़ते दबाव को देखते हुए 12 बजे से 2 बजे तक के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए जिससे भीड़ छंट जाए लेकिन इसके बाद भीड़ का दबाव और भी बढ़ गया तथा मंदिर प्रशासन को 1 घंटे पहले ही 1 बजे फिर कपाट खोलने पड़े। प्रशासन ने आनंद—फानन में प्रवेश और बाहर आने की व्यवस्थाओं में भी बदलाव किये। दो तरफ से प्रवेश व दो तरफ से बाहर जाने की व्यवस्था की गयी, लेकिन शाम तक भीड़ का कोई दबाव कम होता नहीं दिखा। हालात बेकाबू होते देख प्रशासन को अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगानी पड़ी जबकि पहले से ही रैपिड एक्शन फोर्स के 1500 पुलिसकर्मी यहां तैनात थे। प्रशासन को इसका पूर्वानुमान था लेकिन भीड़ इतनी अधिक संख्या में आ सकती है इसका अनुमान नहीं था। एक अनुमान के अनुसार आज यहां 7 से 8 लाख लोगों की भीड़ दर्शनों के लिए अयोध्या में उमड़ने की बात कही गई है।
अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस—प्रशासन के पसीने छूट गए तो फिर अयोध्या जाने वाले सभी प्रमुख मार्गाे को सील कर दिया गया तथा कुछ ट्रेनों के रूट भी डाइवर्ट करने की खबर है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों के रास्ते से भी यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ट्रेन से आने वाले यात्रियों को भी समाचार लिखे जाने तक मंदिर जाने से रोका जा रहा था। हाईवे पर वेरिकेटिंग लगाकर जगह—जगह लोगों को रोका गया है जिससे नगर क्षेत्र और मंदिर परिसर में भीड़ का दबाव कम हो सके। वही देश के दूसरे हिस्सों से आने वाले यात्रियों को अभी कुछ दिन रुकने की अपील की गई है। आज की भीड़ की बात की जाए तो ऐसी स्थिति में ही भगदड़ जैसी समस्याएं या अन्य तमाम दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। पुलिस द्वारा बैरिकेटिंग पर रोककर जत्थों में श्रद्धालुओं को दर्शनों के लिए भेजा जा रहा है खबर यह भी है कि उत्तर प्रदेश के गृह सचिव संजय प्रसाद भी आज शाम अयोध्या पहुंचने वाले हैं और स्थिति पर समीक्षा बैठक करने वाले हैं।