अब 5—जी का युग शुरू

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विकासशील से विकसित देशों में भारत को लाने की अवधारणा के साथ आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस कार्यक्रम में 5—जी सेवा का शुभारंभ किया गया। आज के इस दिन को खास बताते हुए अनिल अंबानी ने कहा कि इससे छात्र—छात्राओं को हाई क्वालिटी इंटेलिजेंसी और एज्यूकेशन मिल पाना संभव होगा तथा हेल्थ केयर सेवाओं में अप्रत्याशित तेजी आएगी। अभी विश्व में कम ही देश ऐसे हैं जहां 5—जी टेक्नोलॉजी पहुंच सकी है। भारत में अब तक 4—जी टेक्नोलॉजी थी जो अब बीते कल की बात हो चली है। देश के 13 शहरों में आज से 5—जी सेवाएं उपलब्ध हो गई है जिनमें दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे शहर शामिल हैं। पूरे देश में 5—जी सेवा के विस्तार के लिए 2 साल का समय लक्ष्य रखा है गया है सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ा तो 2025 के अंत तक देश में हर शहर और हर गांव तक 5—जी पहुंच जाएगा। जहां तक बात इस 5—जी की विशेषताओं की है तो उसकी अनलिमिटेड स्पीड सबसे बड़ी विशेषता है। यानी कि आप अपने मोबाइल फोन पर अब पलक झपकते ही कुछ भी डाउनलोड कर सकते हैं। 4—जी की तुलना में इसकी स्पीड भले ही कई गुना ज्यादा बताई जा रही हो लेकिन यह उससे भी अधिक होगी जिसकी तुलना 4—जी से नहीं की जा सकती है। अब तक उपभोक्ताओं को जो कॉल ड्रॉप की समस्या होती थी वह भी अब नहीं होगी। 5—जी आपको इससे मुक्ति दिलाएगा। अब आप एचडी वीडियो कॉलिंग का लुत्फ उठा सकेंगे। इसकी तस्वीर एकदम साफ होगी इसके अलावा 5—जी में बहुत कुछ होगा। लेकिन इसके लिए आपको अब खर्च भी अधिक करना पड़ेगा। 5—जी हर एक मोबाइल में नहीं चलेगा इसके लिए आपको 5 बैंड वाला मोबाइल भी खरीदना पड़ेगा और 4—जी की तुलना में 5—जी के इस्तेमाल के लिए आपको रिचार्ज पर अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे। मोबाइल उघोग को इससे बढ़ावा मिलना स्वाभाविक ही होगा। हालांकि अभी यह सवाल भी उठ रहा है कि देश में कितनी ऐसी आबादी है जो 5—जी मोबाइल का खर्च वहन कर सकती है। 5—जी का लाभ तो आम आदमी तभी उठा सकेगा जब यह उसकी क्रय क्षमता के दायरे में होगा। लेकिन यह भी सच है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जब देश में कंप्यूटर को लांच किया था तब भी कहा गया था कि कितने लोगों तक पहुंचेगा। सब काम कंप्यूटर से होगा तो आदमी क्या करेगा लोग बेरोजगार हो जाएंगे आपने चिट्ठी चली युग भी देखा है और वह दौर भी देखा है जब टेलीफोन यूजर्स एक प्रतिशत से भी कम था। वह युग भी देखा है जब एसटीडी पर लोग लाइन में खड़े होते थे और आज हर मजदूर तथा रेडी पटरी पर काम करने वालों के हाथों में भी हम एंड्राइड मोबाइल देख रहे हैं। गति ही प्रगति का प्रतीक है इससे कोई इन्कार नहीं कर सकता है। वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग है जिसमें गति का महत्व सबसे अधिक है यह बात अलग है कि सिर्फ 5—जी लाकर हम हर क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन नहीं ला सकते हैं जो देश को विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा कर सके इसके लिए अन्य तमाम क्षेत्रों में भी 5—जी जैसी गतिशीलता जरूरी होगी

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