निर्वाचन आयोग को फैसले से कराया अवगत
अन्य सभी दलों से वर्चुअल रैलियों की अपील
देहरादून/नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार और बढ़ते खतरे के मद्देनजर कांग्रेस ने सभी पांच राज्यों में होने वाली चुनावी रैलियों को रद्द करने का फैसला लिया है। कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को खत लिखकर अपने इस फैसले से अवगत करा दिया गया है। साथ ही सभी दलों से जनहित में रैलियां न करने की अपील की है।
कांग्रेस का कहना है कि बीते एक सप्ताह में जिस गति से ओमीक्रोन और कोरोना के मामले बढ़े हैं वह बड़े खतरे का अलार्म है। कांग्रेस की सोच है कि जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उन राज्यों में आयोजित की जाने वाली रैलियों और जनसभाओं में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है जो स्प्राइडर बनने का बड़ा खतरा है। कांग्रेस की सोच है कि जन स्वास्थ्य और जनहित के मद्देनजर आम आदमी के जीवन को खतरे में नहीं डाला जाना चाहिए। इसलिए कांग्रेस ने सभी पांच चुनावी राज्यों में अपनी रैलियों को रद्द करने का फैसला लिया है। साथ ही निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में छोटी—छोटी और वर्चुअल रैलियों के आयोजन का सुझाव भी दिया गया है और सभी राजनीतिक दलों से अपनी रैलियों का रद्द करने की अपील की है।
कांग्रेस के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ट्टलड़की हूं लड़ सकती हूं’ के स्लोग के साथ लड़कियों की मैराथन दौड़ों के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है। कांग्रेस के फैसले के बाद आगामी 9 जनवरी को प्रियंका गांधी की उत्तराखंड में होने वाली रैलियंा भी अब नहीं होगी वही बनारस और काशी में आयोजित होने वाली लड़कियों की मैराथन दौड़ के कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किए जाएंगे।
देश में बढ़ते कोरोना के कारण बीते 2 दिनों से रैलियों पर रोक लगाने का मुद्दा चर्चाओं के केंद्र में है। इस मामले में भले ही सभी राजनीतिक दलों का मत यही रहा है कि ऐसी स्थिति में रैलियों में भीड़ जुटाया जाना ठीक नहीं है लेकिन सभी दल पहले आप, पहले आप की नीतियों पर अड़े हुए हैं तथा चुनावी रण में कोई भी पीछे रहना नहीं चाहता है। ऐसे में कांग्रेस ने सबसे पहले अपनी रैलियों पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया गया है।
उधर आज नई दिल्ली में चुनाव आयोग की बैठक होने जा रही है जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। खबर यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 9 जनवरी को लखनऊ में होने वाली रैली भी टल सकती है लेकिन इसके पीछे खराब मौसम का हवाला दिया जा रहा है।