देहरादून। जमीन के नाम पर 33 लाख रूपये की धोखाधडी करने के मामले में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्लेमनटाउन निवासी इन्द्रेश ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसकी साजिद की बहुत अच्छी जान पहचान है इसी जान पहचान के चलते साजिद ने उसको कहा कि उसके कुछ लोग ललित कुमार के जानने वाले है वह अपनी जमीन बाजारी मूल्य से भी कम में बेच देंगें क्योंकि इस वक्त उन्हें पैसे की बहुत आवश्यकता है। उसको साजिद ने जगदीश सिंह, विकास सिंह रावत व विशाल शर्मा से मिलवाया और कहा कि मौजा मौहब्बेवाला में भूमि का विशाल शर्मा के नाम 1/3 भाग का मालिक होना बताया है एवं जगदीश के नाम पर मौजा मौहब्बेवाला में ही जमीन है और यह सब जमीन 22000 रूपये प्रति गज के हिसाब से उसको विक्रय कर देगें जबकि इस समय इन जगहों का बाजारी मूल्य—30000 रूपये प्रति गज से भी अधिक है। साजिद व तीनों व्यक्तियों विशाल शर्मा, जगदीश सिंह ने उसको अपनी अपनी जमीन व उनकी कम्प्यूटर राइज्ड खतौनी दिखाई जिसमें उनके नाम अंकित थे तथा उनके द्वारा उसको बताया गया उनके खसरा नंबर में अंकित भूमि भी उनके नाम पर है जिस पर उसने यकीन कर लिया एवं उनके द्वारा मौके पर दिखाई गई जमीन उसको पसंद आ गई और तीनों खसरों में से जमीन का सौदा एक करोड़ 30 लाख रू0 में तय किया गया। उसने तीनों को 33 लाख रूपये अदा कर दिये तथा रजिस्ट्री का समय तय कर लिया गया। लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी तीनों रजिस्ट्री के लिए टालते रहे। जिसके बाद उसने तहसील में कागजातों की जांच करायी तो उक्त भूमि उक्त तीनों की थी ही नही। उसने जब उनसे अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने उसके साथ गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी।