हंगामे के साथ बजट सत्र का आगाज:
गैरसैंण में कांग्रेस का हल्ला बोल

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कांग्रेस विधायकों ने किया धरना—प्रदर्शन
अभिभाषण के दौरान होती रही नारेबाजी

भराड़ीसैंण। ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में तीन साल बाद आहूत किए गए बजट सत्र की शुरुआत आज विपक्ष के हंगामे के साथ हुई। अपनी पूर्व घोषणा के अनुरूप विपक्ष ने सड़क से लेकर सदन तक घेरने का प्रयास किया। बजट सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेसी विधायक हाथों में सरकार विरोधी नारे और मांगो वाले पोस्टर लेकर विधान भवन की सीढ़ियों पर सरकार के खिलाफ बैठे दिखे। वही कांग्रेसी विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी सरकार के खिलाफ सदन में नारेबाजी और हंगामा किया।
भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था जैसे तमाम मुद्दों और बजट सत्र की अवधि बढ़ाए जाने की मांग को लेकर नेता विपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में सभी कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा की सीढ़ियों पर धरना देकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नकल विरोधी कानून के बावजूद भी राज्य में भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने और अंकिता भंडारी हत्याकांड व भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग करने, छात्रों पर हुए लाठीचार्ज जैसे मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि भ्रष्टाचार, महंगाई और कानून व्यवस्था से जुड़े तमाम मुद्दे हैं लेकिन सरकार ने सिर्फ 6 दिन का बजट सत्र रखा है जिसमें सभी मुद्दों को नहीं उठाया जा सकता है, इसलिए वह अपने विरोध प्रदर्शन के जरिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने पर विवश हैं।
उधर जब 11 बजे राज्यपाल का सदन में अभिभाषण शुरू हुआ तो इस दौरान भी कांग्रेस विधायकों ने अपनी नारेबाजी जारी रखी। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर पहले जब सीएम धामी सदन पहुंचे तो विपक्षी विधायकों को धरना करते देख वह उनसे मिले और राज्य के विकास में सहभागी बनने की अपील करते हुए कहा कि राज्य में सब कुछ ठीक हो रहा है। वही काबीना मंत्री धन सिंह रावत ने भी उनसे सकारात्मक भूमिका निभाने व शांतिपूर्ण सत्र चलने देने का आग्रह किया।
उधर राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड राज्य के विकास का दशक होगा। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि वह राज्य के विकास में सहयोगी बने। राज्यपाल ने ऊर्जा विभाग व पर्यटन विभाग की तमाम उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि सरकार भ्रष्टाचार कम करने की दिशा में सराहनीय काम कर रही है। हंगामे के कारण राज्यपाल अपना पूरा अभिभाषण नहीं पढ़ सके और सदन की कार्यवाही 12 बजे स्थगित करनी पड़ी।


प्रदर्शनकारियों को रोकने को 11 जगह बैरिकेटिंग


गैरसैंण। सिमली से लेकर गैरसैण तक प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 11 स्थानों पर बैरीकेटिंग बनाए गए हैं। कर्मचारी संगठनों के विधानसभा कुच और विपक्ष कांग्रेस द्वारा विधानसभा की घेराबंदी करने के कार्यक्रमों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। भराड़ीसैंण में जहां धारा 144 लागू कर दी गई है वहीं विधानसभा से 30 किलोमीटर पहले सिमली से लेकर भराड़ीसैंण तक 11 जगह बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग की जा रही है तथा किसी को भी बिना चेकिंग के आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। कर्मचारी संगठनों के कार्यकर्ताओं को आज जंगल चटृी में ही रोक दिया गया है।

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