देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सडक दुघर्टनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि बदहाल सडकें व बेपरवाह शासन प्रशासन के चलते इन्हें रोकना मुश्किल है। आज यहां नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य उत्तराखंड में लगातार बढ़ते सड़क हादसे चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने नैनीताल में ओखलकांडा विकासखंड के अधौड़ा— मिडार मोटर मार्ग पर एक टैक्सी वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर 8 लोगों के अकस्मात निधन एवं कुछ लोगों के घायल होने के बाद मौके पर जाकर वस्तुस्थिति देखने के बाद मीडिया के सामने ये विचार व्यत्तQ किये। उन्होंने कहा कि इस मोटर मार्ग पर यह दुर्घटना पहली दुर्घटना नहीं है इससे पहले हुई दुर्घटनाओं में पहले ही लोग भी लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दुर्घटनाओं के मामले में राज्य की सभी सड़कों का यही हाल है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्य मार्ग मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रतिदिन औसतन राज्य के तीन लोग सड़क हादसे में अपनी जानें गवां रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले कुछ सालों के सड़क दुर्घटना के आंकड़े बहुत ही चिंतनीय हैं। उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में 1352 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 867 लोगों की मौत हुई और 1457 लोग घायल हुए। साल 2020 में 1041 हादसों में 674 मौत और 854 घायल हुए , वर्ष 2021 में उत्तराखंड में 1405 हादसों में 820 लोगों की जान गई और 1091 लोग घायल हुए । कुल मिलाकर राज्य में पिछले चार सालों में सड़क हादसों में 3403 लोगों ने जान गंवाई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री, शासन और प्रशासन भले ही प्रदेश की सड़कों को को गड्ढा मुक्त करने के लाख दावे करें लेकिन सच्चाई जनता अपनी आंखों से देख रही है। आर्य ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव में तो डबल इंजन का वायदा करके भले ही सत्ता हासिल कर ले लेकिन हकीकत में उत्तराखंड में विकास का सिंगल इंजन भी काम नहीं कर रहा है।