कराची। पाकिस्तान में भारत के एक और मोस्ट वांटेड आतंकी की हत्या कर दी गई। लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रमुख आतंकवादी अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान को कराची में अज्ञात हमलावरों ने ढेर कर दिया। हंजला 2016 में पंपोर में सीआरपीएफ काफिले पर हमले मास्टरमाइंड था। इस हमले में 8 जवान शहीद हुए थे, जबकि 22 जवान जख्मी हुए थे। इतना ही नहीं हंजला ने साल 2015 में जम्मू के उधमपुर में बीएसएफ काफिले पर हमला करवाया था। इस हमले में 2 बीएसएफ के जवान शहीद हुए थे जबकि 13 बीएसएफ के जवान जख्मी हुए थे। इस हमले की जांच एनआईए ने की थी और 6 अगस्त 2015 को चार्जशीट दाखिल की थी। इन दोनों हमलों में हंजला पाकिस्तान में बैठकर आतंकियों को निर्देश दे रहा था। हंजला ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुलवामा इलाके में हुए फिदायीन हमले को अंजाम दिलवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। हंजला को पीओके के लश्कर कैंप में नए भर्ती हुए आतंकियों को बरगलाने के लिए भेजा जाता था, खासकर उन आतंकियों के बीच आईएसआई और पाकिस्तानी आर्मी हंजला को जरूर भेजती थी जो भारत में घुसपैठ कर आतंकी हमले को अंजाम देने वाले होते थे। अदनान को लश्कर कम्युनिकेशन एक्सपर्ट भी कहा जाता था। हंजला की मौत को लश्कर चीफ हाफिज सईद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान लश्कर चीफ हाफिज का बेहद करीबी था। 2-3 दिसंबर की रात अज्ञात हमलावरों ने 4 गोलियां मारकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। अदनान की हत्या कड़ी सुरक्षा के बीच की गई। सूत्रों के मुताबिक अदनान अहमद को उसके सेफ हाउस के बाहर की गोली मारी गई, गोली लगने के बाद उसे गुपचुप तरीके से पाकिस्तानी सेना ने कराची के अस्पताल में भर्ती करवाया था। 5 दिसंबर को उसकी मौत हो गई।