- एनएचएआई व दिल्ली मेट्रो को सौंपी जांच
- एक सप्ताह में केंद्र सरकार को देंगे रिपोर्ट
नई दिल्ली। सिलक्यारा टनल हादसे ने सिर्फ निर्माण कंपनियों के ही नहीं बल्कि तमाम सुरक्षा एजेंसियों और सरकारों के भी कान खड़े कर दिए। इस दुर्घटना का अनुगूंज अब दूर तक सुनाई देने लगी है इस दुर्घटना से एक बड़ा सबक लेते हुए एनएचएआई और दिल्ली मेट्रो द्वारा देश भर में चल रही सभी निर्माणाधीन सुरंग परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी। इसके सरकार द्वारा आदेश दे दिए गए हैं।
सिलक्यारा टनल हादसे के बाद इसमें फंसे 41 लोगों की जान बचाने के लिए राज्य व केंद्र सरकार के साथ—साथ तमाम सुरक्षा एजेंसियों के पसीने छूट गए हैं। इस बचाव राहत कार्य पर जितना खर्च आने की संभावना है, उतने में एक इतनी ही बड़ी सुरंग बनाकर तैयार की जा सकती थी। केंद्र सरकार ने अब देश की सभी निर्माणाधीन सुरंग परियोजनाओं की समीक्षा करने और सुरक्षा प्रबंधन की जांच करने के आदेश दे दिए हैं। देश में उत्तराखंड व हिमाचल सहित 29 सुरंगों पर काम किया जा रहा है। जिसमें से सर्वाधिक हिमाचल में 12 व जम्मू कश्मीर में 6 व राजस्थान में दो हैं। सरकार ने एनएचएआई और मेट्रो के इंजीनियरों को समीक्षा और जांच करने को कहा गया है जिन्हें एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देनी होगी।
सिलक्यारा सुरंग हादसे को कोई आपदा जनित हादसा नहीं मान रहा है। निर्माणादायी कंपनी की लापरवाही और श्रमिकों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न किए जाने को इस हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है। रेस्क्यू कार्य पूरा होने के बाद इस हादसे की जांच भी कराई जाएगी जिससे इस दुर्घटना के सही कारणों पता चल सके।