नदी—नाले उफान पर, 325 सड़कें बंद, 48 घंटे का भारी बारिश का अलर्ट
देहरादून। आसमान से आफत की बारिश का दौर जारी है। गंगा, मंदाकिनी, अलकनंदा सहित तमाम नदियंा नाले और खाले उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण पहाड़ों से मलबा आने से 3 राष्ट्रीय राजमार्गो और सहित राज्य की 325 सड़कों पर यातायात बाधित है। लोगों के घर, मकान और दुकानों में पानी घुसा है। हजारों यात्री यात्रा मार्गों पर फंसे हुए हैं। लेकिन बरसात के थमने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। नदी नालों के किनारे बसे लोगों में दहशत है प्रशासन भी उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दे रहा है।
बारिश और भूस्खलन से इस समय सूबे का जनजीवन अस्त व्यस्त है। मौसम विभाग ने राज्य में आने वाले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है जिसके चलते आपदा प्रबंधन की टीमों और सभी जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। बीते कल भारी बारिश के बाद बाधित हुआ यमुनोत्री मार्ग कड़ी मशक्कत के बाद खोला गया लेकिन अब दोबारा मार्ग पर मलबा आने से कई जगह फिर बाधित हो गया है। इस मार्ग पर 32 सौ से अधिक यात्रियों के जगह—जगह फंसे होने की खबर है। रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश का क्रम आज भी जारी है। तथा अलकनंदा नदी खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है। नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है सुरक्षा के खतरे के मद्देनजर यहां एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है। उधर बदरीनाथ हाईवे भी खचड़ा नाले और रामबगड़ में बार—बार बाधित हो रहा है। इस मार्ग पर अनेक पड़ावों पर 4000 से अधिक यात्री फंसे हुए हैं। राज्य की मुख्य सड़को सहित लगभग 325 सड़कों पर आवागमन रुक जाने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नैनीताल और हल्द्वानी में भी भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बारिश से हल्द्वानी शहर की सड़कें तालाब बनी हुई है तथा ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह ठप हो गया है। हरिद्वार में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे निचले भागों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
आज भी राजधानी दून तथा हरिद्वार व आसपास के क्षेत्रों में कहीं मध्यम तो कहीं कहीं भारी बारिश का सिलसिला जारी है। चार धाम यात्रा पर भी भारी बारिश के कारण ब्रेक लग चुका है धामों में भले ही यात्रियों का आना—जाना जारी है लेकिन इनकी संख्या में भारी कमी आई है।