लोकेंद्र सिंह बिष्ट
उत्तरकाशी। ‘न्यू इयर डेस्टीनेशन’ के रूप में खासी ख्याति बटोर रहे उत्तरकाशी जिले के मोरी विकास खंड के सांकरी में स्थित केदारकांठा, गंगोत्री घाटी में विश्व प्रसिद्ध हर्षिल, दयारा बुग्याल जैसे मनोरम स्थल इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचने वाले पर्यटकों से गुलजार है। पिछले 10 दिनों से हर्षिल, दयारा एवं सांकरी क्षेत्र में प्रतिदिन तीन हजार से अधिक पर्यटकों का आगमन हो रहा है। एक दिन में जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर लगभग पॉंच हजार से अधिक पर्यटकों के प्रवास की खबरें है।
पर्यटन स्थलों एवं इनसे जुड़े आधार शिविरों पर नए साल का जश्न मनाने के लिए स्थानीय होटल व ढाबा संचालकों तथा पर्यटन व्यवसायियों के द्वारा बड़े पैमाने पर तैयारियों की गई थी। मनोरम बर्फ से लकदक केदारकांठा सहित इसके आधार शिविर सांकरी—कोटगांव क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे है।
इसी तरह दयारा बुग्याल क्षेत्र में गोई, भरनाला की कैम्पिंग साईट्स के अलावा इसके आधार शिविर में स्थित रैथल एवं बार्सू आदि गांवों में भी पर्यटकों की काफी चहल—पहल बनी हुई है। उधर हर्षिल कस्बे में आकर्षक सजावट करने के साथ ही नये साल के जश्न के लिए खास तैयारियां की गई थी।
नए साल में हर्षिल क्षेत्र में बगोरी, धराली आदि गांवों में स्थित होटल व होम—स्टे भी पर्यटकों से भरे पड़े है। पुलिस व प्रशासन के द्वारा भी नव वर्ष पर पर्यटकों की बढती आवाजाही को देखते हुए सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए है।
पर्यटकों की भीड़—भाड़ वाले केदारकांठा, हर्षिल, दयारा क्षेत्र में एसडीआरएफ, पुलिस, आपदा प्रबंधन के त्वरित कार्रवाई दस्ते के जवानों की टीमें तैनात है। सेटेलाइट फोन, वाकी—टॉकी, स्नोचेन, सर्चलाईट सहित अन्य आवश्यक साजो—सामान से लैस इन टीमों को हिमाच्छादित इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही एवं अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी करने को कहा गया है। सड़कों को सुचारू बनाए रखने के लिए भी संवेदनशील जगहों पर आवश्यक मशीनरी व मजदूरों को तैनात किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के द्वारा हर्षिल क्षेत्र में स्नोकटर व ब्लोअर मशीन को भी निरंतर तैयार रखे जाने की हिदायत देते हुए सभी विभागों व संगठनों को पर्यटकों व शीतकालीन यात्रा पर आने वाले लोगों की सुविधा, सहायता व सुरक्षा के लिए तत्परता से अपेक्षित कार्रवाई करने की अपेक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा है कि आगंतुकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।





