धामी प्रधानमंत्री से मिलने जाएंगे आज
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे से ऐन पूर्व तीर्थ पुरोहितों ने उत्तराखंड सरकार के सामने अपने उग्र विरोध प्रदर्शन से नई चुनौतियां खड़ी कर दी है। आज प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का जिस तरह से विरोध किया गया है उसके मद्देनजर सरकार के बारे में जिस तरह का संदेश आम जनता में गया है उसे लेकर सरकार चिंतित और परेशान है। वहीं विपक्ष कांग्रेस ने सरकार पर तीखा हमला बोला है और कहा है कि सरकार तीर्थ पुरोहितों को धोखा दे रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवंबर को केदारनाथ आने वाले हैं। भाजपा नेताओं को अब इस बात का डर सता रहा है कि आंदोलनकारी तीर्थ पुरोहित कहीं उनके कार्यक्रम के दौरान रंग में भंग न डाल दें। सीएम पुष्कर सिंह धामी आज शाम इस मुद्दे को लेकर दिल्ली रवाना हो रहे हैं। तथा उन्हे प्रधानमंत्री मोदी से उनके इस दौरे की रूपरेखा पर वार्ता भी करनी है। लेकिन उनके दिल्ली रवाना होने से पहले आज केदारपुरी में हुए उग्र विरोध प्रदर्शन के कारण भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि भाजपा इस मुद्दे पर सर्व सम्मत समाधान निकालने की बात तो करती रही है लेकिन अब तक वह इसका कोई समाधान नहीं कर सकी है। तीर्थ पुरोहित इस बात पर अड़े हुए हैं कि सरकार या तो देवस्थानम बोर्ड को भंग करें और पुरानी व्यवस्था को बहाल करें या फिर साफ—साफ कहे कि हम बोर्ड को भंग नहीं करेंगे। अब भाजपा के सामने करो या मरो की स्थिति है तथा निर्णय लेने की बाध्यता भी है।