सिलक्याराः रेस्क्यू ने फिर पकड़ी रफ्तार

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  • पाइप में फंसे मशीन के पार्ट निकाले, मैनुअल खुदाई शुरू
  • पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने लिया जायजा
  • 24 से 36 घंटे में फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचना संभव
  • ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग भी जारी, आधी दूरी तय की

उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में फंसी 41 जिंदगियों को बचाने के लिए चलाये जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में दो दिन पूर्व आई दिक्कतों के बाद एक बार फिर से रेस्क्यू कार्य ने गति पकड़ ली है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो से तीन दिन में इस अभियान को अंजाम तक पहुंचा दिया जाएगा। आज इस रेस्क्यू अभियान का 16वंा दिन है।
यूं तो सिलक्यारा सुरंग हादसे के पहले ही दिन से यहां पूरी मुस्तैदी के साथ बचाव और राहत कार्य किया जा रहा है किंतु बार—बार आ रही रूकावटों के कारण यह रेस्क्यू अभियान लगातार लंबा खिंचता जा रहा है। अभियान के 13वें दिन जब ऐसा लग रहा था कि बस चंद घंटो के बाद ही इन 41 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया जाएगा, सुरंग के मुख्य द्वार से पाइप ड्रिलिंग का जो काम चल रहा था उसके अंदर आए अवरोध के साथ ही ड्रिलिंग मशीन के टूट जाने और अंदर फंस जाने के कारण इस अभियान को बड़ा झटका लगा था। जिसके बाद एक तरह से इस अभियान का काम रूक सा गया था।
पीएमओ द्वारा इसके बाद अभियान की कमान संभाली गई और एक छह सदस्यीय एक्सपर्ट की टीम को भेजा गया जिसे पाइप के अंदर फंसी ड्रिलिंग मशीन के बड़े हिस्से को प्लाज्मा कटर से बाहर निकालने का काम शुरू किया जो आज दोपहर तक पूरा कर दिया गया है। यहां से आगे अब 10 मीटर का रास्ता तय करने के लिए इस टीम द्वारा सुरंग में पाइप के अंदर से मैनुअल काम किया जा रहा है। खुदाई के साथ—साथ आगर मशीन से पाइप पुलिंग का काम किया जाएगा, जिसमें अब 24 से 36 घंटे तक लगने की बात कही जा रही है। अगर कोई बड़ी बाधा नहीं आती है तो 2 से 3 दिन के अंदर मलबे के आर पार जाकर इन श्रमिकों को बाहर लाया जा सकेगा। उधर पहाड़ की चोटी से बीते कल से शुरू किया गया वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी पूरे जोर—शोर से जारी है जिसके तहत एक मीटर व्यास के पाइप को अब 40 मीटर से अधिक गहराई तक ड्रिल किया जा चुका है जबकि अब कुल 16 मीटर ड्रिलिंग करने की जरूरत है इस काम को पूरा होने में भी दो से तीन दिन का ही समय लग सकता है। अब सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू अभियान में इन्हीं दो योजनाओं को पूरा करने पर फोकस किया जा रहा है जबकि काम पांच योजनाओं पर किया जा रहा है बाकी योजनाओं के पूरा होने में 10 से 15 दिन या फिर महीनो का समय लगने की बात कही जा रही है। जिसके कारण अब सारी उम्मीदें मैनुअल खुदाई और वर्टिकल डीलिंग प्लान पर निर्भर करती जा रही है।
उधर आज प्रधानमंत्री मोदी के निकटस्त और उनके प्रधान सचिव पीके मिश्रा आज खुद सिलक्यारा सुरंग पहुंचे उनके साथ उत्तराखंड के मुख्य सचिव एस एस संधू भी मौजूद थे। पीके मिश्रा ने सुरंग के अंदर जाकर खुद रेस्क्यू कार्य में लगी टीमों से स्थिति की वास्तविकता को जाना तथा सभी योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद कैंप ऑफिस में सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि बचाव राहत कार्य में जुटे सभी लोग जी जान से अपने काम में जुटे हैं उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री मोदी अभियान से सीधे जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को बहुत जल्द सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

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