July 5, 2024हरिद्वार। खनन माफिया द्वारा खोदे गये गढ्ढे में कल तीन बच्चों के गिर जाने के बाद जहंा दो बच्चे सुरक्षित निकाल लिये गये वहीं आज सुबह एक बच्चे का शव मिलने से लोग आक्रोशित हो गये और उन्होने सड़क जाम कर दिया। हालंाकि पुलिस ने उन्हे किसी तरह से समझा बुझा कर जाम खुलवा दिया है।मामला हरिद्वार के नवोदय नगर स्थितं सुखी नदी का है। जिसमें डूब कर हुई एक बच्चे की मौत के बाद स्थानीय लोगों में जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला, गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। दरअसल सुखी नदी में खनन माफियों द्वारा कई फीट गहरे गड्ढे खोद दिए गए हैं, जिसमें कल तीन बच्चे डूब गए थे जिनमें से दो बच्चों को बचा लिया गया था जबकि एक बच्चे की डूबने से मौत हो गई है, आज बच्चे का शव बरामद हुआ जिसके बाद लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया, बाद में पुलिस ने लोगों को समझा कर जाम खुलवाया, लोग खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे है।
July 5, 2024उत्तरकाशी। गौमुख पैदल मार्ग पर चीड़वासा के पास पुल टूटने से कई कावड़िये फंस गये। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 8 कावंड़ियों को सुरक्षित निकाला जबकि बाकी कावंड़ियों के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है।जानकारी के अनुसार बीती रात जनपद उत्तरकाशी के पुलिस चौकी गंगोत्री द्वारा एसडीआरएफ टीम को सूचित किया गया कि चीड़वासा पुल टूट गया है, जिसमें लगभग 40 कावड़ियें नदी के दूसरे छोर पर फंस गए है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए आज सुबह एसडीआरएफ टीम उप निरीक्षक सावर सिंह के हमराह मय आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों के तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। एसडीआरएफ टीम द्वारा लगभग 8 किमी पैदल दूरी तय कर घटनास्थल पर पहुंचकर त्वरित कार्यवाही करते हुए 8 कांवड़ियों को सकुशल निकाल लिया गया है। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम इंचार्ज सावर सिंह द्वारा सैटेलाइट फोन के माध्यम से बताया गया कि बाकी कांवड़ियों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ टीम लगातार काम कर रही है, जल्द ही सभी को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
July 5, 2024देवभूमि की मित्र पुलिस खाकी पहनकर महिलाओं के साथ क्या—क्या कारनामे कर रही है, आए दिन प्रकाश में आने वाली खबरें इसकी पुष्टि और प्रमाण के लिए काफी है। अभी दो दिन पहले ही डीजीपी अभिनव कुमार ने महिलाओं की सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा था कि इससे पुलिस की छवि खराब हो रही है तथा ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। अपने 3 साल के कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री धामी ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता बताया लेकिन इसके बाद भी न तो महिलाओं पर होने वाले अत्याचार, हिंसा और उनके यौन उत्पीड़न के मामले थम रहे हैं और न ही उसमें कोई कमी आ रही है। खास बात यह है कि खुद पुलिसकर्मी जिन पर महिलाओं को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी है वह इस तरह के अपराधों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में जब रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो फिर महिलाओं की सुरक्षा की बात या सर्वाेच्च प्राथमिकता की बात एक बेमानी से ज्यादा कुछ नहीं है। केदारनाथ में एक महिला को सहायता देने के नाम पर पुलिस कैंप में ठहराया जाना और उसके साथ छेड़छाड़ किए जाने का जो मामला प्रकाश में आया है वह अत्यंत ही चिंताजनक है। भले ही इस मामले में महिला द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर और पुलिस हेल्पलाइन पर ऑनलाइन शिकायत के बाद दो दरोगाओं को सस्पेंड कर दिया गया हो लेकिन सवाल यह है कि धार्मिक यात्रा पर आने वाली महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात किए गए पुलिस कर्मियों की अगर मानसिकता इस तरह की है तो इस प्रदेश के मानसिक रूप से बीमार पुलिस वालों का सख्त इलाज करने की जरूरत है। देवभूमि की सभ्यता और संस्कृति को कलंकित करने वाले पुलिस कर्मियों की पुलिस में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पर लाखों महिला श्रद्धालु देश—विदेश से आती है अगर एक भी ऐसी घटना सामने आती है तो उससे उत्तराखंड की छवि को ऐसा नुकसान होता है जिसकी भरपाई संभव नहीं है। अभी उधमसिंहनगर का एक आडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर महिला से अश्लील बातचीत कर रहा था। जिसके खिलाफ कार्रवाई करने पर पुलिस को विवश होना पड़ा। ऐसे एक नहीं अनेक मामले अब तक समय—समय पर प्रकाश में आते रहे हैं जो अब एक इतिहास बनता जा रहा है। जहां तक राज्य में महिला अपराधों की बात है तो अंकिता भंडारी हत्याकांड से लेकर अभी हरिद्वार में एक नाबालिक लड़की से गैंगरेप और हत्या के मामले में सत्तारूढ़ भाजपा दल के नेताओं की संलिप्ता यह बताती है कि शासन—प्रशासन में बैठे चाहे नेता हो या फिर अधिकारी वह भले ही महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर कितनी भी बड़ी—बड़ी बातें करते हो लेकिन जमीनी सच्चाई यही है कि वह इन्हें लेकर कतई भी फिक्रमंद नहीं है। जब भी इस तरह की कोई घटना सामने आ जाती है तो उस पर कार्यवाही करके या फिर उसे रफा दफा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली जाती है। जो अत्यंत ही चिंतनीय मुद्दा है शासन—प्रशासन में बैठे लोगों को इस पर और अधिक गंभीर होने की जरूरत है।
July 5, 2024मुंबई। भारतीय टीम ने गुरुवार को मुंबई में टी20 विश्व कप की जीत का जश्न मनाते हुए मेगा रोड शो निकाला। इस दौरान खिलाड़ियों और ट्रॉफी को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। इस दौरान थोड़ी भगदड़ हुई और भीड़ में कई लोगों की हालत खराब हो गई। किसी की हड्डी टूट गई तो किसी को सांस लेने में तकलीफ हो गई। जिसके बाद कुछ घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती भी कराया गया। भगदड़ के बाद के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं। इसके अलावा हादसे की जानकारी खुद मुंबई पुलिस ने साझा की है। इस हादसे की जानकारी देते हुए मुंबई पुलिस की तरफ से कहा गया कि भारतीय क्रिकेट टीम का स्वागत करने आए कई प्रशंसकों की हालत बिगड़ गई, कुछ घायल हो गए और कुछ को सांस लेने में तकलीफ हुई। 10 लोगों को इलाज के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जिन दो लोगों को भर्ती कराया गया है, उनमें से एक की हड्डी टूट गई है और दूसरे को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। टीम इंडिया के खिलाड़ियों को ट्रॉफी के साथ देखने की खुशी में कई फैंस ने गाड़ियों को भी नुसकान पहुंचाया। दरअसल जीत की खुशी में फैंस गाड़ियों की छतों पर चढ़कर भी नाचे थे, जिससे कई गाड़ियों की छत को नुकसान पहुंचा है। मरीन ड्राइव से टीम इंडिया का रोड शो गुजरने के बाद सड़कों पर टूटा हुआ पोल और काफी सारे जूते-चप्पल भी बिखरे हुए देखे गए।
July 4, 2024लोकेंद्र सिंह बिष्टउत्तरकाशी। उत्तरकाशी में आज गंगोत्री गोमुख मार्ग पर गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत चीड़बासा के नजदीक बरसाती नाले के उफान में दो कांवड़ियों के बह जाने की खबर है। गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रदीप बिष्ट ने बताया कि आज गंगोत्री चीडबासा नाले के उद्गम स्थल पर हिमखण्ड टूटने व वर्षा के कारण चीडबासा नाले पर बनी अस्थाई पुलिया बह गई थी। इस पुलिया बहने के बाद नाले को पार करते समय दो यात्री मोनू पुत्र किशोरी लाल, साउथ वेस्ट दिल्ली उम्र 31 वर्ष तथा सूरज पुत्र महावीर साउथ वेस्ट दिल्ली उम्र 23 वर्ष बह गए। जबकि उनका तीसरा साथी विकास पुत्र सुरेश उम्र 21 वर्ष सुरक्षित है, जो अभी गंगोत्री में है। विकास ने ही उक्त घटना की जानकारी पार्क के कनखू बैरियर पर दी थी। उसके द्वारा यह बताया गया कि पुलिया बहने के बाद वे नाले को पार कर रहे थे। जिस कारण नाले को पार करते समय यह घटना घटित हो गयी। रेंज अधिकारी ने सूचित किया है कि चीडवासा व भोजवासा में आज कुल लगभग 36 यात्री हैं। जो कि सकुशल है। चीडवासा नाले में सर्च व रेसक्यू का कार्य गतिमान है।
July 4, 2024दो हमलावर गिरफ्तार, चार नामजद देहरादून। अधिवक्ता के साथ मारपीट करने पर स्थानीय लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया। मौके पर पहंुची पुलिस ने लोगों को समझाकर जाम खुलवाकर दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद लोगों ने डालनवाला कोतवाली का घेराव कर दिया।मिली जानकारी के अनुसार अधिवक्ता गगनदीप थापर अपने घर से कचहरी की तरफ जा रहे थे। जब वह डीएवी कालेज के पास पहुंचे तो रास्ते में कुछ युवक सडक के बीच में खडे होकर आपस में बाते कर रहे थे। थापर ने उनको रास्ता देने के लिए कहा तो युवकों ने थापर पर हमला कर दिया। गगनदीप थापर पर हमले की सूचना मिलते ही स्थानीय युवक व अन्य लोग वहां पर एकत्रित हो गये और उन्होंने वहां पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही डालनवाला कोतवाल राकेश गुसांई, रायपुर थाना प्रभारी कुंदन राम, शहर कोतवाल कैलाश भट्ट पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों का कहना था कि यहां पर आये दिन बाहरी युुवकों द्वारा स्थानीय लोगों के साथ मारपीट व युवतियों के साथ अभद्रता की जाती है। जिसकी कई बार पुलिस से शिकायत करने के बाद भी पुलिस शिकायतो ंपर ध्यान नहीं देती है, जिससे उनके हौंसले बढ रहे हैं। घटना का पता चलते ही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव शर्मा बंटू भी मौके पर पहुंच गये और उन्होंने भी अधिवक्ता के साथ मारपीट की घटना की निंदा करते हुए पुलिस से कार्यवाही करने के लिए कहा। पुलिस द्वारा जाम लगा रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन लोग हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग पर अडे रहे। जिसके बाद पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद लोगों ने जाम खोल दिया और उसके बाद डालनवाला कोतवाली पहुंचकर कोतवाली का घेराव कर दिया। लोगों का आरोप था कि करनपुर, डीएल रोड, आदि क्षेत्रों में बाहरी युवक आकर रह रहे हैं तथा वह आये दिन नशे की हालत में लोगों के साथ अभद्रता व मारपीट करते रहते हैंं। लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती है। जिससे उनके हौंसले बढते जा रहे हैं जिसका नतीजा यह रहा कि उन्होंने आज अधिवक्ता के साथ भी मारपीट कर दी। कोतवाली के घेराव के दौरान अधिवक्ता गगनदीप थापर ने चार लोगों को नामजद करते हुए पुलिस को तहरीर दे दी। फोन पर सम्पर्क करने पर डालनवाला कोतवाल राकेश गुसांई से सम्पर्क नहीं हो पाया। समाचार लिखे जाने तक थाने का घेराव जारी था।